
ठाकुर के के सिंह की रिपोर्ट
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन हिन्दू एकता यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है। नौवें दिन की यह विशेष यात्रा पूरी तरह से ब्रजवासियों को समर्पित रही, जहाँ आस्था, भक्ति और सनातन चेतना का दुर्लभ संगम देखने को मिला। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने यात्रा में भाग लेकर न केवल पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के संदेश को समर्थन दिया बल्कि सनातन हिन्दू एकता यात्रा को एक ऐतिहासिक जनआंदोलन का स्वरूप भी प्रदान किया।
इस दौरान यात्रा मथुरा के समीप बसे जैत गांव पहुंची, जहाँ रात्रि विश्राम राधा गोविंद मंदिर में किया गया। यहां शास्त्रीजी ने अपने संबोधन में एक बार फिर जोर देकर कहा कि यह देश रघुवर का है, बाबर का नहीं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि भारत की पवित्र भूमि को घुसपैठियों की धर्मशाला न बनने दें। उनकी यह चेतावनी पूरे मंच पर गूंजती रही और सनातन हिन्दू एकता यात्रा में शामिल हर श्रद्धालु पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का स्पष्ट संदेश—देश गद्दारों को बर्दाश्त नहीं करेगा
अपने संबोधन में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जो लोग घुसपैठियों को शरण देते हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि भारत माता के साथ गद्दारी किसी भी रूप में स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कहा कि भारत में रहते हुए वंदे मातरम् और भारत माता की जय बोलना किसी भी नागरिक का कर्तव्य है। इस बयान ने एक बार फिर सनातन हिन्दू एकता यात्रा को राष्ट्रीय विमर्श के केंद्र में ला दिया है।
उनके इस वक्तव्य का उद्देश्य स्पष्ट था—देशवासियों को यह याद दिलाना कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक सुरक्षा के लिए जागरूकता जरूरी है। इस यात्रा के माध्यम से उन्होंने युवाओं, संतों और समाज के हर वर्ग को जोड़ा है, जो इस बात का प्रमाण है कि सनातन हिन्दू एकता यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक सामाजिक चेतना अभियान बन चुकी है।
मुस्लिम समाज के लिए दी विशेष सलाह
जैत स्थित भाटिया जी के मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मुस्लिम समाज को भी अहम सलाह दी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम माता-पिता बच्चों को अच्छी शिक्षा दें ताकि वे डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसे महान वैज्ञानिक बन सकें। उन्होंने कहा कि मजहबी पुस्तकों और तालीम का सम्मान करने के साथ-साथ बच्चों को आधुनिक शिक्षा की राह पर आगे बढ़ाना समय की आवश्यकता है।
उनका यह वक्तव्य भी सनातन हिन्दू एकता यात्रा की उस मूल भावना को दर्शाता है जिसमें विभाजन नहीं, बल्कि समाज को सही दिशा में आगे बढ़ाने की बात कही गई है।
ब्रजभूमि में आस्था का सैलाब… यात्रा में शामिल सितारों ने बढ़ाया उत्साह
सनातन हिन्दू एकता यात्रा जैसे-जैसे ब्रज क्षेत्र में आगे बढ़ी, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की भीड़ में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिली। इस यात्रा में पुंडरीक महाराज, जया किशोरी, अभिनेता राजपाल यादव, अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और एकता कपूर जैसे बड़े नाम शामिल हुए। उनके आगमन से वातावरण और भी उत्साहपूर्ण हो गया।
आयोजकों के अनुसार, यात्रा का हर पड़ाव एक नए संदेश के साथ आगे बढ़ रहा है। ब्रज के विभिन्न स्थलों पर जब सनातन हिन्दू एकता यात्रा पहुंची, तो स्थानीय निवासियों ने फूलों की वर्षा कर शास्त्रीजी का स्वागत किया। इस भव्य आयोजन ने ब्रजभूमि की सांस्कृतिक महिमा को एक नए रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।
‘सनातन जागृत हो रहा है’—वृंदावन के संतों का मत
वृंदावन के लोकप्रिय संत गीता मनीषी महाराज ने कहा कि यात्रा अब वृंदावन की सीमाओं में प्रवेश कर चुकी है और यह क्षण बेहद पवित्र है। उन्होंने कहा कि बांके बिहारी जी की कृपा से सनातन हिन्दू एकता यात्रा केवल यात्रा नहीं रही, बल्कि यह एक जागृति का सूत्रधार बन चुकी है।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर सरकार और बांके बिहारी सरकार का यह मिलन ब्रजवासियों के लिए सौभाग्य का क्षण है। इस यात्रा से जुड़े हर व्यक्ति के भीतर का सनातन जाग रहा है। यह वही परिवर्तन है जिसकी आज समाज को आवश्यकता है।
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के स्वामी चिदानंद मुनि महाराज ने भी कहा कि यह यात्रा केवल एक समुदाय की नहीं, बल्कि सभी समाजों की यात्रा है। उन्होंने कहा कि सनातन हिन्दू एकता यात्रा युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर रही है।
सनातन हिन्दू एकता यात्रा का सामाजिक संदेश
यात्रा का सबसे बड़ा संदेश यह है कि सनातन केवल पूजा या परंपरा का नाम नहीं, बल्कि जीवन का शाश्वत सत्य है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार यह कहते आ रहे हैं कि अपने पंथ को मानो, लेकिन सबको एक मानो।
सनातन हिन्दू एकता यात्रा ने राष्ट्रीय स्तर पर एकता, भाईचारा और सद्भाव की भावना को पुनर्जीवित किया है। यह यात्रा समाज को एक सूत्र में बांध रही है और लोगों को यह याद दिला रही है कि सनातन धर्म की जड़ें प्रेम, शांति और करुणा में बसी हैं।
ब्रजभूमि की जनता का उत्साह चरम पर
यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, ब्रजवासियों का उत्साह देखते ही बन रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहली बार इतनी विशाल सनातन हिन्दू एकता यात्रा देखी है, जिसमें देशभर से लोग शामिल हो रहे हैं।
यात्रा के दौरान भजन, कीर्तन, प्रवचन और आध्यात्मिक कार्यक्रमों ने पूरे ब्रज क्षेत्र को साधना और भक्ति की ऊर्जा से भर दिया। श्रद्धालुओं को मानो हर क्षण यह एहसास हो रहा था कि वे किसी ऐतिहासिक आंदोलन का हिस्सा हैं।
आगे का मार्ग और यात्रा का अंतिम चरण
अब जब सनातन हिन्दू एकता यात्रा अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है, श्रद्धालुओं में उत्सुकता और बढ़ गई है। लोगों का मानना है कि यह यात्रा आने वाले समय में समाजिक बदलाव की दिशा तय करेगी।
यात्रा का उद्देश्य—सनातन धर्म की एकता, भारतीय संस्कृति की रक्षा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार—अपनी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है।
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सनातन हिन्दू एकता यात्रा क्या है?
यह बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा चलाई गई राष्ट्रीय स्तर की आध्यात्मिक और सामाजिक जागरूकता यात्रा है।
इस यात्रा में कौन-कौन शामिल हुए?
जया किशोरी, शिल्पा शेट्टी, एकता कपूर, राजपाल यादव सहित अनेक संत और हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
सनातन धर्म की एकता, सांस्कृतिक जागृति और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार इसका मुख्य उद्देश्य है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मुस्लिम समाज को क्या सलाह दी?
उन्होंने मुस्लिम समाज को बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने की सलाह दी ताकि वे अब्दुल कलाम जैसे वैज्ञानिक बनें।






