हिमांशु मोदी की रिपोर्ट
कामां (भरतपुर)। भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की एक विशेष बैठक रविवार को कामां विधानसभा क्षेत्र की विधायक नौक्षम चौधरी के आवास पर आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य था — एसआईआर मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को प्रभावी रूप से लागू करना और आगामी चुनावों की रणनीति को सुदृढ़ बनाना।
बैठक का आयोजन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार किया गया। इस अवसर पर भरतपुर जिला अध्यक्ष शिवानी दायमा, भाजपा संभाग प्रभारी कनिष्क गौड़, युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष विपुल गोपालगढ़ और जिला उपाध्यक्ष कृपाल जगिना सहित अनेक वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने लिया बूथ स्तर पर कार्य करने का संकल्प
बैठक में संभाग प्रभारी कनिष्क गौड़ ने एसआईआर (Special Intensive Revision) अभियान के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत प्रत्येक मतदाता सूची का सूक्ष्म स्तर पर पुनरीक्षण किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या दोहराव न रहे।
उन्होंने स्पष्ट किया — “एक व्यक्ति एक ही स्थान से मतदान करेगा, और यदि कोई भी घुसपैठिया या फर्जी मतदाता पाया जाता है, तो उसे सूची से हटाया जाएगा।”
गौड़ ने कहा कि भाजपा का संकल्प है — “स्वच्छ मतदाता सूची, सशक्त लोकतंत्र।” इस दिशा में कार्यकर्ता घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करेंगे, उनके दस्तावेजों का सत्यापन करेंगे और जनजागरूकता फैलाएंगे।
राजनीतिक रणनीति और संगठनात्मक मजबूती पर जोर
बैठक में संगठन की मजबूती, सदस्यता विस्तार, बूथ समिति गठन और युवाओं की भागीदारी को लेकर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
जिला अध्यक्ष शिवानी दायमा ने कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को भाजपा की विचारधारा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि “भाजपा का हर कार्यकर्ता जनता का सेवक है, और पार्टी का लक्ष्य ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ को साकार करना है।”
बैठक में भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में शहर अध्यक्ष बिल्लू गोयल, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजेश राजपूत, पहाड़ी मंडल अध्यक्ष बच्चू छावड़ी, जुरहरा मंडल अध्यक्ष नारायण दत्त शर्मा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष निहाल मीणा, शहर महामंत्री रवि तिवारी, अली हुसैन, हरीश साहू, रविंद्र तरगोत्रा, राधाचरण शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा, बिल्टू शर्मा, राजेंद्र सक्सेना, ओमप्रकाश जाटव, लखन गुर्जर, फंटू लाल जुरहरा समेत अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सभी ने मिलकर आगामी चुनावों में भाजपा को सशक्त बनाने की शपथ ली।
एसआईआर मतदाता गहन पुनरीक्षण अभियान का उद्देश्य
एसआईआर अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची में पारदर्शिता लाना और भारत के लोकतंत्र को मजबूत करना है। भाजपा कार्यकर्ता इस अभियान के माध्यम से फर्जी मतदाताओं को चिन्हित करने, नए पात्र मतदाताओं को जोड़ने और पुराने रिकॉर्ड अपडेट करने का काम करेंगे।
यह अभियान सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ‘सशक्त भारत’ की दृष्टि से जुड़ा है।
कामां में भाजपा का बढ़ता जनसमर्थन
कामां क्षेत्र में हाल के महीनों में भाजपा के प्रति जनसमर्थन में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
विधायक नौक्षम चौधरी के नेतृत्व में क्षेत्र में विकास कार्यों की गति तेज हुई है, जिससे जनता में विश्वास और उत्साह दोनों बढ़े हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि “जनता अब ठोस विकास चाहती है, न कि वादों का जाल।”
भाजपा की कार्यशैली बनी जनचर्चा का विषय
भाजपा की जमीनी कार्यशैली और संगठन की एकजुटता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।
एसआईआर कार्यक्रम को लेकर भाजपा कार्यकर्ता न केवल शहरों में बल्कि गांव-गांव तक पहुंच बना रहे हैं।
इस अभियान के बाद राजस्थान विधानसभा चुनाव 2028 की तैयारी और भी मजबूत होने की संभावना है।

निष्कर्ष
कामां में आयोजित यह बैठक भाजपा के संगठनात्मक अनुशासन और मतदाता पुनरीक्षण के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाती है।
भाजपा कार्यकर्ता एकजुट होकर यह संदेश दे रहे हैं कि “फर्जी मतदाता हटाओ, लोकतंत्र बचाओ” ही पार्टी का मुख्य मंत्र है।
यह बैठक आगामी चुनावों के लिए भाजपा की रणनीतिक तैयारी का महत्वपूर्ण संकेत है।
सवाल-जवाब (FAQ)
कामां में भाजपा की बैठक कब और कहां हुई?
यह बैठक रविवार को विधायक नौक्षम चौधरी के आवास पर हुई, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
बैठक का उद्देश्य एसआईआर मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के माध्यम से मतदाता सूची को अद्यतन और पारदर्शी बनाना था।
बैठक में कौन-कौन से प्रमुख भाजपा नेता उपस्थित थे?
संभाग प्रभारी कनिष्क गौड़, जिला अध्यक्ष शिवानी दायमा, युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष विपुल गोपालगढ़, और कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
एसआईआर कार्यक्रम से जनता को क्या लाभ होगा?
इस कार्यक्रम से फर्जी मतदाताओं की पहचान होगी और केवल वास्तविक नागरिक ही मतदान सूची में शामिल रहेंगे, जिससे लोकतंत्र मजबूत होगा।






