आरपीएफ अभिरक्षा में युवक की मौत ने मचाया बवाल, परिजनों ने लगाया पुलिस पर हत्या का आरोप

📰 चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा में मौत: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में मंगलवार रात रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की अभिरक्षा में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद हड़कंप मच गया। मृतक संजय कुमार सोनकर के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आरपीएफ जवानों ने उसे बेरहमी से पीटा और बिजली का करंट देकर मार डाला। जबकि आरपीएफ अधिकारियों ने बीमारी के चलते मौत होने की बात कही है। यह घटना पूरे गोंडा जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है।

33 वर्षीय संजय सोनकर की मौत के बाद अस्पताल में मचा हंगामा

जानकारी के मुताबिक, मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव निवासी संजय कुमार सोनकर (33) को मंगलवार शाम आरपीएफ टीम ने हिरासत में लिया था। देर रात करीब 11 बजे आरपीएफ के जवान उसे लेकर गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जैसे ही यह खबर परिजनों को मिली, वे अस्पताल पहुंचे और आरपीएफ पर हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करने लगे। बहन अनीता देवी का कहना है कि उनके भाई को एक महीने पुराने रेलवे चोरी केस में झूठा फंसाया गया और गोंडा आरपीएफ ने थाने में बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी जान ले ली।

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आरपीएफ की दलील — पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया

आरपीएफ सूत्रों के अनुसार, 28 अक्टूबर को बरुवाचक रेलवे स्टेशन पर एक मालगाड़ी से सरसों तेल के टिन की चोरी हुई थी। उसी मामले में मंगलवार शाम संजय सोनकर को पकड़ा गया था। आरपीएफ का दावा है कि संजय की निशानदेही पर गन्ने के खेत से 15 लीटर तेल का टिन बरामद किया गया।

पूछताछ के दौरान आरोपी ने अचानक पेट दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उसे इलाज के लिए गोंडा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। हालांकि, परिजन इस कहानी पर भरोसा नहीं कर रहे हैं और इसे झूठा पुलिसिया नाटक बता रहे हैं।

स्थानीय लोग बोले — “क्या कोई एक महीने तक तेल का टिन खेत में छिपाए रखेगा?”

गांव के स्थानीय लोगों ने कहा कि यह पूरी कहानी संदिग्ध लगती है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर चोरी एक महीने पहले हुई थी, तो क्या कोई व्यक्ति इतने दिनों तक खेत में तेल का डिब्बा छिपाकर रखेगा? यह पूरा गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा मौत मामला गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

डॉक्टर बोले — मृत अवस्था में लाए गए थे युवक

गोंडा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. अतुल मिश्रा ने बताया कि रात करीब 11:10 बजे आरपीएफ जवान युवक को लेकर आए थे। तब वह मृत अवस्था में था। शुरुआत में उसकी पहचान अज्ञात के रूप में कराई गई, बाद में उसका नाम संजय सोनकर बताया गया।

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पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज, जांच में जुटी पुलिस

आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि संजय को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारण का पता चल सकेगा।

वहीं, अभिरक्षा में मौत होने के कारण मामला अब जांच के घेरे में है। स्थानीय पुलिस व प्रशासन इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं संजय सोनकर की मौत पुलिसिया प्रताड़ना का परिणाम तो नहीं।

गोंडा में आरपीएफ की कार्यशैली पर उठे सवाल

यह पूरा गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा मौत मामला न केवल पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है, बल्कि आम जनता के मन में न्याय व्यवस्था को लेकर चिंता भी बढ़ा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर अभिरक्षा में मौत की घटनाओं पर सख्ती नहीं की गई तो आम लोगों का पुलिस पर भरोसा खत्म हो जाएगा।

गोंडा आरपीएफ मौत मामले की जांच उच्चस्तर पर होनी चाहिए

स्थानीय सामाजिक संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा मौत की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि संजय सोनकर की मौत एक साधारण घटना नहीं है, बल्कि यह एक संकेत है कि अभिरक्षा में सुरक्षा को लेकर गंभीर सुधार की आवश्यकता है।

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मृतक के परिवार की मांग

  • आरपीएफ जवानों पर हत्या का केस दर्ज किया जाए।
  • निष्पक्ष एसआईटी जांच कराई जाए।
  • परिवार को आर्थिक मुआवजा दिया जाए।

वहीं, गोंडा पुलिस प्रशासन ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।


गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा मौत से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)

❓ गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा मौत का मामला क्या है?

यह मामला गोंडा जिले में आरपीएफ अभिरक्षा में 33 वर्षीय संजय सोनकर की संदिग्ध मौत से जुड़ा है, जिसमें परिजनों ने पुलिस पर पिटाई कर हत्या करने का आरोप लगाया है।

❓ आरपीएफ की ओर से क्या बयान दिया गया?

आरपीएफ अधिकारियों ने कहा कि आरोपी की तबीयत पूछताछ के दौरान बिगड़ गई थी और अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई।

❓ क्या इस मामले में जांच शुरू हो गई है?

हाँ, पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारण स्पष्ट होगा।

❓ मृतक के परिजनों की क्या मांग है?

परिवार ने आरपीएफ जवानों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

यह खबर गोंडा आरपीएफ अभिरक्षा में मौत से जुड़ी ताज़ा और विश्वसनीय रिपोर्ट है। अधिक अपडेट्स के लिए हमारे पोर्टल www.samachardarpan24.com से जुड़े रहें। ©समाचार दर्पण

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