अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट
देशभर में Monsoon 2025 का सीज़न शानदार रहा है। मानसून की विदाई के बाद भी भारत का मौसम एक बार फिर करवट लेता नज़र आ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने नई भविष्यवाणी जारी करते हुए बताया है कि 26 से 30 अक्टूबर तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना है। इस दौरान पश्चिम, पूर्व, उत्तरपूर्व और दक्षिण भारत के राज्यों में IMD Weather Alert जारी किया गया है।
पश्चिम भारत में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम भारत पर मौसम की करवट का गहरा असर दिखेगा। 26, 27, 28, 29 और 30 अक्टूबर को महाराष्ट्र, गुजरात, कोंकण और गोवा के कई हिस्सों में भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। खासकर मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी और सूरत जैसे तटीय शहरों के लिए मौसम विभाग अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी और मध्य भारत में मौसम की करवट
Monsoon 2025 के प्रभाव से पूर्वी और मध्य भारत में भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी रहेगा।
26 से 30 अक्टूबर के बीच ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के कई इलाकों में बादल जमकर बरसेंगे।
IMD का कहना है कि इन इलाकों में कहीं-कहीं आंधी और बिजली गरजने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर मध्यम से तेज़ बारिश होगी।
कृषि पर इसका अच्छा असर पड़ेगा, खासकर धान की कटाई के बाद खेतों में नमी बनी रहेगी।
उत्तरीपूर्व भारत में भी जमकर बरसेंगे बादल
उत्तरीपूर्व भारत में भी भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और नागालैंड में
26 से 30 अक्टूबर के बीच लगातार बारिश होने की संभावना है। कई जिलों में धीमी बारिश और बिजली गरजने की भी संभावना जताई गई है।
IMD ने वहां के नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है क्योंकि कुछ जगहों पर जलभराव और सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है।
दक्षिण भारत में तेज़ हवाओं के साथ भारी वर्षा
दक्षिण भारत में भी Monsoon 2025 का असर जारी है।
IMD के अलर्ट के अनुसार, अगले 5 दिन केरल, कर्नाटक, यनम,
तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और तमिलनाडु के कई जिलों में
मध्यम से भारी वर्षा की संभावना है।
इस दौरान 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग अलर्ट के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में दक्षिणी राज्यों में बिजली गरजने और आसमान में घने बादलों का दौर बने रहेगा।
खेतों और जलस्तर पर बारिश का असर
इस भारी बारिश से नदियों, तालाबों और बांधों में जलस्तर में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
कई राज्यों में यह बारिश रब्बी फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है।
हालांकि कुछ इलाकों में लगातार बारिश से फसलें जलभराव से प्रभावित भी हो सकती हैं।
IMD ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को पानी से बचाने के लिए निकासी की व्यवस्था रखें।
भारत का मौसम फिलहाल ठंडी हवाओं की शुरुआत के साथ सुहाना बनता जा रहा है।
दिल्ली और उत्तर भारत में क्या रहेगा मौसम?
उत्तर भारत के कई हिस्सों में फिलहाल बारिश की संभावना कम है,
लेकिन पहाड़ी इलाकों में बदलते मौसम का असर देखने को मिल सकता है।
Monsoon 2025 की विदाई के बाद ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो चुका है।
दिल्ली में बादल छाए रहने और तापमान में हल्की गिरावट की उम्मीद है।
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, नवंबर की शुरुआत तक उत्तरी राज्यों में हल्की ठंड दस्तक दे सकती है।
IMD ने जारी किया सुझाव और सावधानियां
- तटीय इलाकों में रहने वाले लोग समुद्र किनारे जाने से बचें।
- किसान अपनी फसलों को बारिश से बचाने के उपाय करें।
- बिजली और आंधी के दौरान खुले क्षेत्रों से दूर रहें।
- यात्रा के दौरान मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, IMD Weather Alert स्पष्ट करता है कि Monsoon 2025 की विदाई के बावजूद
देश के कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है।
यह बारिश जहां जलस्तर बढ़ाने और फसलों को सहारा देने में मदद करेगी, वहीं कुछ क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत भी है।
लोगों को चाहिए कि वे मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. अगले 5 दिन किन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट है?
IMD के अनुसार महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, झारखंड, केरल, तमिलनाडु, मेघालय, और कर्नाटक सहित कई राज्यों में 26 से 30 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है।
2. क्या उत्तर भारत में भी बारिश होगी?
उत्तर भारत में फिलहाल हल्की ठंड की शुरुआत है, लेकिन पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
3. इस बारिश से किसानों पर क्या असर पड़ेगा?
बारिश से जलस्तर बढ़ेगा और रब्बी फसलों को फायदा होगा, लेकिन अधिक वर्षा से कुछ जगहों पर जलभराव से नुकसान भी संभव है।
4. IMD ने क्या सावधानियां बताई हैं?
IMD ने लोगों को खुले क्षेत्रों में जाने से बचने, बिजली-आंधी के दौरान घर में रहने और समुद्र किनारे न जाने की सलाह दी है।








