अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पत्रकार हत्या मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। सिविल लाइंस इलाके में गुरुवार देर रात निजी चैनल से जुड़े पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू की चाकुओं से बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। यह प्रयागराज पत्रकार हत्या मामला अब जिले में चर्चा का केंद्र बन गया है।
घटना से प्रयागराज में सनसनी, मीडियाकर्मी पर 25 से ज्यादा वार
गुरुवार रात करीब 10:30 बजे सिविल लाइंस क्षेत्र के जीएचएस रोड के पास यह घटना हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पत्रकार और एक युवक साहिल के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इसी दौरान साहिल के साथी विशाल और अन्य युवकों ने एल.एन. सिंह पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर दिए। कहा जा रहा है कि 25 से ज्यादा बार वार किए गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने लहूलुहान पत्रकार को तुरंत एसआरएन मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। यह निर्मम प्रयागराज पत्रकार हत्या घटना क्षेत्र में भय और आक्रोश फैलाने वाली रही।
मुख्य आरोपी विशाल मुठभेड़ में गिरफ्तार
प्रयागराज पत्रकार हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि हत्या के महज दो घंटे बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी विशाल को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। नेहरू पार्क के पास घेराबंदी के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली उसके पैरों में लगी। आरोपी विशाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और आगे की पूछताछ की जाएगी। इस कार्रवाई से पुलिस की तत्परता दिखी और प्रयागराज पत्रकार हत्या मामला तेजी से सुलझता नजर आ रहा है।
बलिया निवासी एल.एन. सिंह का प्रयागराज से गहरा नाता
मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू कई वर्षों से प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में रह रहे थे। वे एक निजी न्यूज चैनल से जुड़े थे और स्थानीय पत्रकारिता में सक्रिय थे। उनकी ईमानदार छवि और जनसरोकार वाले रिपोर्टिंग स्टाइल ने उन्हें इलाके में एक लोकप्रिय पत्रकार बना दिया था। प्रयागराज पत्रकार हत्या ने मीडिया जगत को गहरा सदमा पहुंचाया है।
रंजिश बनी मौत की वजह, जांच में सामने आया पुराना विवाद
जांच में खुलासा हुआ है कि मृतक एल.एन. सिंह और आरोपी पक्ष के बीच कुछ समय से आपसी विवाद चल रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों में रंजिश के चलते कई बार झगड़ा भी हुआ था। गुरुवार की रात वही विवाद फिर भड़क उठा जो हत्या तक पहुंच गया। पुलिस टीम ने डॉ. अजयपाल शर्मा के नेतृत्व में विशेष जांच दल बनाया और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की। प्रयागराज पत्रकार हत्या मामले में पुलिस का कहना है कि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
मुठभेड़ में घायल आरोपी से जल्द पूछताछ
मुठभेड़ में घायल विशाल के दोनों पैरों में तीन गोलियां लगीं। इलाज पूरा होते ही पूछताछ शुरू की जाएगी। पुलिस अब साहिल और अन्य फरार अभियुक्तों का पता लगाने में जुटी है। प्रयागराज पत्रकार हत्या मामले में पुलिस के अनुसार, अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
पत्रकार जगत में आक्रोश और न्याय की मांग
प्रयागराज पत्रकार हत्या के बाद पूरे प्रदेश में मीडिया जगत में आक्रोश फैल गया है। विभिन्न पत्रकार संगठनों ने लखनऊ और प्रयागराज में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। आरोपी के खिलाफ जल्द चार्जशीट दाखिल कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की जा रही है। पत्रकारों ने कहा कि अगर प्रयागराज पत्रकार हत्या केस में न्याय नहीं मिला, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
नीति आयोग और मीडिया सुरक्षा पर उठे सवाल
इस प्रयागराज पत्रकार हत्या ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा पर प्रश्न खड़ा कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि यूपी जैसे संवेदनशील राज्य में भी पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। प्रशासन और नीति आयोग को अब मीडिया सुरक्षा नीति पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
प्रयागराज पत्रकार हत्या सिर्फ एक जघन्य अपराध नहीं बल्कि अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला मानी जा रही है। पुलिस की त्वरित कार्यवाही से मामले में राहत जरूर मिली है, लेकिन यह घटना भविष्य के लिए पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर मंथन की मांग करती है।
प्रयागराज पत्रकार हत्या से जुड़े सवाल-जवाब
कौन थे एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू?
एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू मूल रूप से बलिया निवासी और प्रयागराज में रहने वाले पत्रकार थे, जो निजी चैनल से जुड़े थे।
प्रयागराज पत्रकार हत्या की घटना कब हुई?
यह घटना गुरुवार की देर रात करीब 10:30 बजे सिविल लाइंस क्षेत्र में हुई।
मुख्य आरोपी विशाल को कैसे पकड़ा गया?
पुलिस ने आरोपी विशाल को नेहरू पार्क के पास मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया। उसके दोनों पैरों में गोली लगी।
अन्य आरोपी कौन हैं?
साहिल नाम का युवक और कुछ अन्य साथी अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
प्रयागराज पत्रकार हत्या का कारण क्या बताया जा रहा है?
मृतक और आरोपी पक्षों के बीच पुरानी रंजिश के कारण यह हत्या की गई बताई जा रही है।







