
आजमगढ़ स्थित डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन वाणिज्य संकाय के तत्वावधान में भव्य रूप से किया गया। इस डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी में बी.बी.ए., एम.कॉम. और बी.कॉम. प्रथम सेमेस्टर के सैकड़ों नए छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और महाविद्यालय के सौहार्द्र वातावरण का अनुभव किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और महत्व
फ्रेशर्स का मूल उद्देश्य नए छात्रों को महाविद्यालय के परिवार में आत्मीयता का अनुभव कराना था। यह डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी सुनिश्चित करने का अवसर बनी कि प्रत्येक नवप्रवेशी छात्र-छात्रा महाविद्यालय के शैक्षणिक व सांस्कृतिक जीवन से जुड़ें और आत्मविश्वास के साथ अपने शैक्षिक सफर की शुरुआत करें।
मुख्य अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम में श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव (मंत्री, दी आर्य विद्या सभा, आज़मगढ़), अधिवक्ता आनंद प्रकाश श्रीवास्तव (मंत्री, प्रबंध समिति, डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज) तथा श्री सन्तोष श्रीवास्तव (उप-मंत्री, प्रबंध समिति, डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज) अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अतिथियों ने डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी के माध्यम से नए छात्रों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
प्राचार्य का सशक्त संदेश
प्राचार्य प्रो. प्रेमचन्द्र यादव ने अपने संबोधन में कहा कि यह डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी केवल एक सांस्कृतिक शाम नहीं है, बल्कि यह नए छात्रों के आत्मविश्वास, शैक्षिक जवाबदेही और महाविद्यालयीय भावना को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने छात्रों को महाविद्यालय की परंपराओं, अनिवार्य नियमों तथा अवसरों के प्रति सजग रहने का अनुरोध किया।
प्रेरक वक्तव्य और सांस्कृतिक रंग
डॉ. राजीव रंजन श्रीवास्तव ने प्रेरणादायी पंक्तियों के साथ बताया कि अभी ज़िन्दगी की असली उड़ान बाकी है। उनके शब्दों ने डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी में उपस्थित नवाचारों और उत्साह को और गहरा कर दिया। इस अवसर पर छात्रों ने नृत्य, गायन और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे कार्यक्रम और भी जिवंत बन गया।
वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार तिवारी ने संकाय के पाठ्यक्रम, सुविधाएँ और करियर सम्बंधी मार्गदर्शन का उल्लेख किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संकाय का हिस्सा बनकर छात्र-छात्राएँ स्वाभाविक रूप से विद्यालयीय और शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकेंगे।
नवीन प्रवेशित छात्र-छात्राओं ने इस डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी के दौरान महाविद्यालय के क्लब, क्लब नेताओं और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की, जिससे उनके सामने भविष्य में सक्रिय भूमिका निभाने के नए अवसर खुले।
आयोजन की तैयारियाँ और व्यवस्थापन
कार्यक्रम के आयोजन में शामिल वाणिज्य संकाय की टीम ने महीनों पहले से तैयारियाँ आरम्भ कर रखी थीं। आयोजन समिति ने बताया कि यह डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी केवल एक शाम का मनोरंजन न होकर, छात्रों के बीच नेतृत्व कौशल, समय-प्रबंधन और टीम वर्क को भी जागृत करने का एक व्यवहारिक मंच है।
छात्र प्रतिनिधियों और वरिष्ठ विद्यार्थियों के सहयोग से मंच-सज्जा, स्वागत सूची और सांस्कृतिक अनुसूची सुचारु रूप से चलाई गई। आयोजकों ने सुरक्षा, अनुशासन और पारदर्शिता पर विशेष बल दिया जिससे यह डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी सुरक्षित व सफल रूप से संपन्न हो सकी।
अभिभावकों और अतिथियों ने भी इस कार्यक्रम की प्रशंसा की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन न केवल सामाजिक संपर्क बढ़ाते हैं बल्कि शैक्षिक प्रतिस्पर्धा में मजबूती भी लाते हैं।
संस्थान और भविष्य के अवसर
आयोजन के अंतिम चरण में महाविद्यालय के विभिन्न क्लबों व छात्र समितियों ने अपने कार्य-योजना का परिचय दिया, ताकि नए छात्र तय कर सकें कि वे किस मार्ग पर अधिक सक्रिय रहना चाहते हैं। इससे छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक व सामाजिक विकास के अवसर प्रबल हुए और इस डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी का दीर्घकालिक प्रभाव सुनिश्चित हुआ।
प्रमुख बातें — शीघ्र संक्षेप
- आयोजन: डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी ।
- लक्ष्य: छात्रों का स्वागत व समायोजन — डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी ।
- सांस्कृतिक विविधता और प्रतिभा प्रदर्शन — डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी ।
- भविष्य की पहलें और क्लब सदस्यता हेतु मार्गदर्शन — डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी ।
निष्कर्ष
डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज फ्रेशर्स पार्टी ने न केवल नए छात्रों का औपचारिक स्वागत किया बल्कि महाविद्यालय के भीतर एक नया उत्साह, एकता और सहभागिता की भावना भी उत्पन्न की। आगामी शैक्षणिक वर्षों में इस पहल का सकारात्मक असर छात्रों के शैक्षिक और सामाजिक विकास पर स्पष्ट रूप से देखा जाएगा।
(रिपोर्ट: जगदम्बा उपाध्याय, डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, आजमगढ़)