Tuesday, August 5, 2025
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अटूट रिश्तों की नई परिभाषा: जहां भाई नहीं, पेड़ बने जीवनरक्षक

ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

रक्षाबंधन पारंपरिक भाई-बहन के अटूट रिश्ते का प्रतीक माना जाता है, परंतु उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के औरास क्षेत्र में इस पर्व को एक नई व्याख्या मिली है। यहां रक्षाबंधन का पर्व केवल परिजनों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पर्यावरण की रक्षा का प्रतीक बन गया। ‘ट्री मैन‘ के नाम से प्रसिद्ध सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा और शिक्षक प्रदीप वर्मा की जोड़ी ने इसे एक हरित क्रांति में बदल दिया।

तरु बंधन की परंपरा को मिला नया जीवन

इस नवाचार को ‘तरु बंधन’ या ‘वृक्ष रक्षा बंधन’ कहा जाता है। इसके अंतर्गत छोटे-छोटे बच्चे न केवल वृक्षों को राखी बांधते हैं, बल्कि यह संकल्प भी लेते हैं कि वे उनकी रक्षा करेंगे, जैसे एक बहन अपने भाई से करती है। औरास के यूपीएस रामपुर गढ़ौवा विद्यालय में जब यह आयोजन हुआ तो बच्चों ने पूरे मनोयोग से इस अभियान में भाग लिया।

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अनूप मिश्रा का जन्मदिन बना प्रेरणादायक अवसर

इस अवसर को और विशेष बनाते हुए सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा ने विद्यालय में अपना जन्मदिन भी बच्चों के साथ मनाया। उन्होंने कोई पार्टी नहीं की, न मिठाइयाँ बांटी — बल्कि बच्चों के साथ मिलकर पौधे रोपे और उन्हें राखी बांधने की प्रेरणा दी। इस आयोजन में बच्चों ने स्वयं राखियाँ बनाईं और विद्यालय परिसर के पेड़ों को सजाया।

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पांच सर्वश्रेष्ठ राखी निर्माताओं को सम्मानित भी किया गया, जिससे बच्चों में उत्साह और सृजनशीलता को बल मिला। पर्यावरण संरक्षण के प्रति यह व्यवहारिक पहल बच्चों के मन में किताबी ज्ञान से परे एक भावनात्मक संबंध उत्पन्न करती है।

नाटक, गीत और बरगद का पौधरोपण

इस अभियान में केवल पौधरोपण ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं। बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित नाटक प्रस्तुत किए और गीतों के माध्यम से हरियाली का संदेश फैलाया। एक बरगद का पौधा, जो भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखता है, उसे रोपकर दीर्घकालीन हरियाली का संदेश दिया गया।

शिक्षक प्रदीप वर्मा की दूरदृष्टि

शिक्षक प्रदीप वर्मा ने बताया कि यह मुहिम केवल एक स्कूल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसे जनपद और प्रदेश स्तर तक ले जाने की योजना है। उनका मानना है कि यदि हर रक्षाबंधन पर हर व्यक्ति एक पेड़ को राखी बाँधे और उसकी देखभाल का संकल्प ले, तो पर्यावरणीय संकट को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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ग्रीन एंड क्लीन उत्तर प्रदेश अभियान का प्रभाव

इस पहल का एक हिस्सा ग्रीन एंड क्लीन उत्तर प्रदेश अभियान भी है, जिसकी शुरुआत पिछले वर्ष की गई थी। इसके अंतर्गत 17,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं, जिनकी जियो टैगिंग कर नियमित निगरानी की जा रही है। शिक्षक और छात्र मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लगाए गए हर पौधे को पर्याप्त संरक्षण मिले।

सम्मान और संकल्प

विद्यालय ने इस प्रेरणादायक कार्य के लिए सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा और उनकी धर्मपत्नी सब इंस्पेक्टर रीना पांडे को अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ के सदस्य शशि देवी, रमनजीत कौर, शाहे खुबा, इंद्रपाल समेत सभी बच्चे उपस्थित रहे।

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पर्यावरण संरक्षण को धार्मिक भावना से जोड़ने की अनूठी पहल

यह पहल केवल वृक्षारोपण तक सीमित नहीं, बल्कि यह लोगों की मानसिकता में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास है। जब एक बच्चा किसी पेड़ को राखी बांधता है, तो वह केवल एक प्रतीकात्मक कार्य नहीं करता, बल्कि एक जीवनदायी रिश्ते की शुरुआत करता है।

त्योहारों को बनाएं प्रकृति के मित्र

इस अनूठी पहल ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि धार्मिक पर्वों को पर्यावरणीय उद्देश्यों से जोड़ा जाए तो उनका प्रभाव कई गुना बढ़ सकता है। सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा और शिक्षक प्रदीप वर्मा जैसे प्रयास न केवल प्रेरणादायक हैं, बल्कि भविष्य की दिशा भी निर्धारित करते हैं।

अब समय है कि हम भी इस प्रेरणा से जुड़ें और हर रक्षाबंधन पर एक पेड़ को राखी बांधकर, धरती मां को अपना भाई मान लें।

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