बांदा के कालिंजर थाना क्षेत्र में 6 वर्षीय मासूम से दरिंदगी करने वाले आरोपी अमित कहार को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। बच्ची की हालत गंभीर है। पुलिस अधीक्षक ने लिया सख्त संज्ञान। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
सोनू करवरिया की रिपोर्ट
नरैनी, बांदा। बांदा जनपद के कालिंजर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है। बीते 25 जुलाई को, एक छह वर्षीय मासूम बच्ची के साथ उसी के पड़ोसी युवक अमित कहार द्वारा की गई दरिंदगी ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।
बहला-फुसलाकर ले गया घर, फिर…
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी अमित कहार ने मासूम बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने घर बुलाया, जहां उसने बच्ची के साथ निर्ममता की सभी हदें पार कर दीं। बच्ची जब किसी तरह उसके चंगुल से छूटकर लहूलुहान स्थिति में रोती-बिलखती घर पहुंची, तो परिजनों ने उसकी हालत देखकर मामले की गंभीरता को तुरंत समझा।
तत्काल पुलिस को दी सूचना
परिजनों ने बिना कोई देर किए कोतवाली नरैनी पुलिस को पूरे घटनाक्रम की सूचना दी। पुलिस द्वारा तत्काल एम्बुलेंस मंगवाकर बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नरैनी ले जाया गया। किंतु जब वहां बच्ची की हालत और भी गंभीर बताई गई, तब उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा रेफर किया गया। इस वक्त बच्ची की हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है।
एसपी बंसल का सख्त रुख, गिरफ्तारी का आदेश
घटना की सूचना मिलते ही बांदा जनपद के पुलिस अधीक्षक पलास बंसल ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्वयं मेडिकल कॉलेज पहुंचे और डॉक्टरों से मासूम की स्थिति की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने बच्ची के सर्वोत्तम इलाज की व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने तुरंत टीमें गठित कर आरोपी की गिरफ्तारी के आदेश दिए, और हर हाल में उसे पकड़ने का सख्त निर्देश दिया।
पुलिस की तत्परता, मुठभेड़ में गिरफ्तारी
आरोपी अमित कहार घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था। जैसे ही पुलिस को उसकी सटीक लोकेशन का सुराग मिला, थाना कालिंजर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घेराबंदी की।
इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की, जिससे जवाबी कार्रवाई में पुलिस को गोली चलानी पड़ी। मुठभेड़ में आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल उपचार के लिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोपी पर सुसंगत धाराओं में कार्रवाई
थाना कालिंजर के प्रभारी दीपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ बलात्कार, पोक्सो एक्ट सहित भारतीय दंड संहिता की कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है।
मामला क्यों है बेहद संवेदनशील?
यह घटना न केवल कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि समाज के नैतिक ढांचे पर भी गहरा प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। एक मासूम बच्ची, जो अभी जीवन के पहले पायदान पर है, को इतना बड़ा मानसिक और शारीरिक आघात झेलना पड़ा, यह दर्शाता है कि बाल अपराधों को लेकर अब और अधिक सख्त रुख अपनाने की जरूरत है।
प्रशासन और समाज से अपेक्षाएं
इस मामले में जहां पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, वहीं यह समय है कि समाज भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ संवेदनशीलता और जागरूकता से खड़ा हो। यह आवश्यक है कि हर परिवार, स्कूल और मोहल्ला अपने बच्चों को ‘गुड टच-बैड टच’ जैसी शिक्षा दे और सतर्कता बनाए रखे।
घटना जितनी भयावह है, पुलिस की कार्रवाई उतनी ही तेज़ और निर्णायक रही। मासूम बच्ची की जिंदगी अभी खतरे में है, और पूरा जनपद उसकी सलामती की दुआ कर रहा है। अब ज़रूरत है कि न्याय त्वरित हो, और ऐसा उदाहरण स्थापित हो कि भविष्य में कोई भी दरिंदा मासूम पर बुरी नजर डालने से पहले हजार बार सोचे।