छत्तीसगढ़ के सीपत निवासी समाजसेवी और पत्रकार रियाज़ अशरफी को जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उप मुख्यमंत्री अरुण साव की अनुशंसा पर हुई। समाज में खुशी और उम्मीद का माहौल।
हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले के अंतर्गत सीपत क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले समाजसेवी एवं पत्रकार रियाज़ अशरफी को जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति राज्य के उप मुख्यमंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव की अनुशंसा पर की गई, जिसे ज़िला कलेक्टर संजय अग्रवाल ने औपचारिक रूप से अधिसूचित किया है।
यह खबर जैसे ही सामने आई, अल्पसंख्यक समुदाय में उत्साह की लहर दौड़ गई। क्षेत्रीय स्तर पर इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो समाज की आवाज़ को शासन के उच्च स्तर तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगा।
समिति की भूमिका—अधिकारों की रक्षा और विकास की योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन
यह समिति केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही अल्पसंख्यक कल्याणकारी योजनाओं के सफल और प्रभावशाली क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाएगी। इसके साथ ही यह शासन को नीतिगत सलाह भी देगी, जिससे नीतियों का लाभ ज़मीनी स्तर तक पहुँच सके।
इस समिति का उद्देश्य अल्पसंख्यक समाज के सशक्तिकरण, शिक्षा, रोज़गार, संवेदनशील मामलों की रक्षा और संवैधानिक अधिकारों की पुष्टि करना है। ऐसे में रियाज़ अशरफी जैसे ज़मीनी कार्यकर्ता की नियुक्ति इसे और अधिक प्रभावशाली बना सकती है।
🙏 रियाज़ अशरफी का समर्पण—सामाजिक, धार्मिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में वर्षों की सेवा
रियाज़ अशरफी लंबे समय से सामाजिक और जनहित से जुड़े मुद्दों पर न केवल सक्रिय हैं, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड रायपुर द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी दरगाह लुतरा शरीफ के सचिव के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उनकी पहचान एक सजग पत्रकार और सामाजिक चिंतक के रूप में रही है। उन्होंने धार्मिक संस्थाओं के माध्यम से समाज के पिछड़े और वंचित वर्ग के लोगों को शिक्षा, चिकित्सा और जन-जागरूकता से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है। इसी पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए शासन-प्रशासन ने उन्हें यह महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपी है।
🗣️ “यह सम्मान भी है और उत्तरदायित्व भी”—रियाज़ अशरफी की पहली प्रतिक्रिया
अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए रियाज़ अशरफी ने कहा: “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे यह ज़िम्मेदारी मिली है। मैं उप मुख्यमंत्री अरुण साव जी, जिला प्रशासन और सभी शुभचिंतकों का आभार प्रकट करता हूँ। मेरा उद्देश्य रहेगा कि अल्पसंख्यक समाज के हर व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचे और उनकी समस्याओं की आवाज़ नीतिनिर्माताओं तक पहुंचे। मैं अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करूंगा।”
उनकी इस प्रतिक्रिया से साफ झलकता है कि वे इसे महज एक पद नहीं, बल्कि समाज सेवा का दायित्व मानकर निभाना चाहते हैं।
🌟 समाज में सकारात्मक ऊर्जा—लोगों ने जताई आशा और दी शुभकामनाएं
रियाज़ अशरफी की नियुक्ति को लेकर सीपत क्षेत्र से लेकर पूरे जिले में खुशी और आशावाद का माहौल देखा जा रहा है। धार्मिक संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, और आम नागरिकों ने उन्हें बधाई दी है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि रियाज़ अशरफी की समझ, संवेदनशीलता और समर्पण इस समिति को वास्तविक रूप से ज़मीनी कार्य करने में सक्षम बनाएगा। समाज को यह विश्वास है कि अब उनकी बात केवल सुनी नहीं जाएगी, बल्कि उसके समाधान की दिशा में ठोस प्रयास भी होंगे।
📌 एक सही प्रतिनिधि, सही समय पर
इस नियुक्ति को अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। शासन-प्रशासन द्वारा इस तरह के कर्मठ और समाज से जुड़े व्यक्ति को जिम्मेदारी सौंपना न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह दर्शाता है कि नीतियों के संचालन में अब ज़मीनी आवाज़ों को जगह दी जा रही है।
निस्संदेह, रियाज़ अशरफी की नियुक्ति अल्पसंख्यक समाज के लिए एक नई आशा की किरण बनकर आई है।