गोपालगंज में सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील पवन प्रकाश पाठक की मौत हो गई। पत्नी ऋचा शांडिल्य और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल। हाल ही में हुई थी शादी। पढ़िए पूरी खबर।
जगदंबा उपाध्याय और कमलेश तिवारी की रिपोर्ट
गोपलगंज/बेतिया/आजमगढ़। गुरुवार की देर रात गोपालगंज जिले के जादोपुर थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील पवन प्रकाश पाठक (32) की मौत हो गई। हादसा मंगलपुर पुल के पास हुआ, जहां एक बेकाबू ट्रक ने उनकी कार को जबरदस्त टक्कर मार दी।
इस भीषण टक्कर में वकील की पत्नी ऋचा शांडिल्य और कार चालक अखिलेश सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का इलाज गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है।
गोरखपुर से दिल्ली जा रहे थे, ट्रेन रद्द होने पर लिया था कैब
जानकारी के अनुसार, पवन प्रकाश अपनी पत्नी के साथ बेतिया स्थित ससुराल से गोरखपुर जा रहे थे। ट्रेन रद्द हो जाने के कारण उन्होंने कैब बुक की थी, जिससे वे गोरखपुर जाकर बस से दिल्ली लौटने वाले थे।
दो महीने पहले ही हुई थी शादी
पवन प्रकाश की शादी महज दो महीने पहले, 20 फरवरी को बेतिया की ऋचा शांडिल्य से हुई थी। शादी के बाद ‘दोंगा’ रस्म पूरी करने वे पहली बार पत्नी के साथ ससुराल पहुंचे थे। रस्म पूरी होने के बाद ही वे लौट रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।
एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें पवन, विदाई से पहले पैरों में रंग लगवाते नजर आ रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी सामान पैक कर रही थीं।
सुप्रीम कोर्ट में 10 साल से कर रहे थे प्रैक्टिस
पवन प्रकाश पाठक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सगरी कस्बे के निवासी थे। वे करीब 10 वर्षों से सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे थे। उनकी पत्नी ऋचा शांडिल्य भी सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं।
सुशांत केस में लिख चुके थे हाईकोर्ट को पत्र
पवन प्रकाश सामाजिक मामलों में भी सक्रिय थे। उन्होंने 2020 में पटना हाईकोर्ट को पत्र लिखकर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की CBI जांच की मांग की थी। इसके अलावा, छपरा में 2023 में जहरीली शराब कांड में 40 लोगों की मौत के केस की पैरवी वे आर्यावर्त महासभा फाउंडेशन की ओर से कर रहे थे।
परिवार में पसरा मातम
पवन प्रकाश के पिता चंद्र प्रकाश पाठक भारतीय सेना से रिटायर्ड सूबेदार हैं और वर्तमान में पुणे में रह रहे हैं। पवन अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी असमय मौत से परिवार और वकालत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
आखिरी मुलाकात का दर्द
ऋचा के मामा अतीश चौबे ने बताया कि, “विदा होते समय दोनों ने हमें अपना विजिटिंग कार्ड दिया और कहा था – जब भी दिल्ली आना हो, संपर्क जरूर कीजिएगा। लेकिन कुछ ही घंटों में यह खुशियों भरा मिलन मातम में बदल गया।”