नगमा सेना भर्ती ठगी : सेना की वर्दी में गांव पहुंची बेटी, निकाला जुलूस, मनाया जश्न, फिर सच सामने आया तो FIR करानी पड़ी

नगमा सेना भर्ती ठगी मामला – सेना की वर्दी में नगमा पिता को माला पहनाते हुए और गाड़ी में तिरंगा लहराते हुए







🔴 अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट

🇮🇳 खुशियों का दिन जो दर्द में बदल गया

महाराजगंज जिले के डोमाकाटी गांव की गलियों में कुछ दिन पहले तक जश्न का माहौल था। ढोल-नगाड़े बज रहे थे, देशभक्ति के गीत गूंज रहे थे और गांव की बेटी नगमा जब सेना की वर्दी में दिखी, तो लोगों ने उसे फूलों से लाद दिया। हर किसी को गर्व था कि गांव की बेटी ने भारतीय सेना में भर्ती होकर परिवार और गांव का नाम रोशन किया है।

लेकिन यह गर्व का पल जल्द ही नगमा सेना भर्ती ठगी के दर्दनाक अध्याय में बदल गया। नगमा को एहसास हुआ कि उसके साथ सेना में भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी हुई है। अब यह मामला महाराजगंज पुलिस के पास है और जांच जारी है।

कैसे शुरू हुआ नगमा सेना भर्ती ठगी का खेल

यह कहानी शुरू होती है 10 अगस्त 2025 से। महाराजगंज जिले के डोमाकाटी गांव की रहने वाली नगमा 12वीं की छात्रा है और एनसीसी (NCC) की कैडेट रही है। 10 अगस्त को सलेमपुर में फायरिंग ट्रेनिंग का आयोजन था, जहां नगमा भी भाग लेने पहुंची थी।

यहीं उसकी मुलाकात हुई धीरज कुमार नाम के शख्स से — जिसने खुद को भारतीय सेना से जुड़ा हुआ बताया। धीरज ने नगमा की तारीफ करते हुए कहा,

“तुम बहुत अच्छा कर रही हो, मेरी सेना में पहचान है। मैं तुम्हें भर्ती करा दूंगा।”

यह सुनकर नगमा के मन में सेना में जाने की आस और प्रबल हो गई। धीरज ने नगमा का फोन नंबर लिया और उसे भरोसा दिलाया कि वह उसे सेना में भर्ती करवाएगा। इसी बातचीत ने आगे जाकर नगमा सेना भर्ती ठगी का रूप ले लिया।

☎️ 23 सितंबर को आया ठगी का फोन

समय बीतता गया। 23 सितंबर 2025 को नगमा को एक फोन आता है। फोन करने वाला वही धीरज था, जो सलेमपुर की ट्रेनिंग में मिला था। धीरज ने कहा कि गोरखपुर में सेना भर्ती चल रही है, उसे अगले दिन यानी 24 सितंबर को वहां पहुंचना होगा।

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नगमा ने अपने माता-पिता को बताया और अगली सुबह उत्साह से गोरखपुर पहुंच गई। बस स्टैंड पर धीरज पहले से मौजूद था। उसने नगमा को सेना की वर्दी दी और कहा कि

“कल फिजिकल ट्रेनिंग होगी, उसके बाद सबकी भर्ती पक्की।”

नगमा को तब भी नहीं लगा कि वह किसी बड़े सेना भर्ती ठगी गिरोह के जाल में फंस रही है।

🏃‍♀️ फील्ड ट्रेनिंग और मेडिकल टेस्ट का नाटक

25 सितंबर 2025 को धीरज ने नगमा समेत कुछ और युवाओं को एक फील्ड पर बुलाया। नगमा की शिकायत के अनुसार, वहां 5 लड़कियां और 6 लड़के पहले से मौजूद थे। सभी को दौड़, एक्सरसाइज और मार्च पास्ट कराया गया। उसके बाद सभी को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां ब्लड टेस्ट जैसी औपचारिकताएं की गईं।

सब कुछ बेहद वास्तविक लग रहा था। किसी को शक नहीं हुआ कि यह सब नगमा सेना भर्ती ठगी की कहानी का हिस्सा है। फिर धीरज ने सभी से कहा कि अब 2 लाख 70 हजार रुपए जमा कराने होंगे, ताकि जॉइनिंग लेटर मिल सके।

🧳 राजस्थान तक पहुंची ठगी की कहानी

धीरज यहीं नहीं रुका। उसने नगमा और अन्य उम्मीदवारों को लेकर राजस्थान के पुष्कर पहुंचा। वहां उसने उन्हें एक और व्यक्ति अंगद मिश्रा से मिलवाया, जिसे उसने “सीओ साहब” बताया।

अंगद ने सबको विश्वास दिलाया कि पैसे देने के बाद मार्च 2026 में जॉइनिंग लेटर आएगा। युवाओं ने उम्मीद में पैसे जमा कर दिए। फिर उन्हें यह कहकर घर भेज दिया गया कि “अब भर्ती की तैयारी करो।”

नगमा गांव लौटी तो घर में खुशियों का माहौल बन गया। लोगों ने कहा — “गांव की बेटी अब सेना में भर्ती हो गई।” सेना भर्ती ठगी का यह नाटक अब अपने चरम पर था।

💔 जश्न के बाद टूटी उम्मीदें

गांव में ढोल-नगाड़े, फूल-मालाएं, देशभक्ति गीत — सब हुआ। नगमा के परिवार को लगा कि उनकी बेटी अब देश की सेवा करेगी। लेकिन कुछ ही दिनों बाद जब पैसे और जॉइनिंग लेटर की सच्चाई सामने आई, तो सब कुछ बिखर गया।

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नगमा को समझ में आया कि उसके साथ सेना भर्ती के नाम पर ठगी हुई है। अब न तो धीरज का कोई अता-पता था और न ही अंगद मिश्रा का। परिवार ने जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तब खुलासा हुआ कि यह एक संगठित भर्ती ठगी गिरोह है।

🚓 FIR दर्ज, जांच शुरू

महाराजगंज पुलिस ने नगमा की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने कहा है कि पूरा नेटवर्क बाहर से संचालित हो सकता है। डिजिटल ट्रांजेक्शन, मोबाइल लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड के आधार पर जांच की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार,

“यह मामला केवल नगमा सेना भर्ती ठगी का नहीं है, बल्कि यह गिरोह कई जिलों में युवाओं को निशाना बना चुका है।”

⚠️ ऐसे ही कई और केस सामने आए

नगमा सेना भर्ती ठगी कोई पहला मामला नहीं है। पिछले कुछ महीनों में उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों में ऐसे सेना भर्ती ठगी गिरोह तेजी से सक्रिय हुए हैं।

  • मैनपुरी (यूपी) में जून 2025 में फर्जी सेना भर्ती सेंटर का खुलासा हुआ।
  • लखनऊ STF ने जुलाई में एक ऐसे गिरोह को पकड़ा जो टेरिटोरियल आर्मी भर्ती के नाम पर लाखों वसूल रहा था।
  • बिहार में जुलाई में एक युवक से 5 लाख रुपए ठग लिए गए।
  • हरियाणा के सोनीपत में 9 अक्टूबर को 7.80 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज हुआ।

यह सब दिखाता है कि नगमा सेना भर्ती ठगी जैसी घटनाएं अब एक राष्ट्रीय स्तर का गिरोह बन चुकी हैं।

🧠 कैसे करें ऐसी ठगी से बचाव

विशेषज्ञों का कहना है कि सेना भर्ती, पुलिस भर्ती या सरकारी नौकरी से जुड़ी कोई भी प्रक्रिया केवल आधिकारिक वेबसाइटों और सरकारी नोटिफिकेशन के माध्यम से ही होती है। सेना भर्ती कार्यालय (ARO) कभी भी किसी से पैसे नहीं लेता। अगर कोई व्यक्ति “पहचान या सिफारिश” के नाम पर पैसे मांगता है, तो यह 100% ठगी है।

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सावधानी के कुछ सुझाव

  1. केवल joinindianarmy.nic.in या सरकारी पोर्टल पर भरोसा करें।
  2. किसी भी व्यक्ति या दलाल को पैसे न दें।
  3. हर भर्ती के लिए एडमिट कार्ड और कॉल लेटर ऑनलाइन ही जारी होते हैं।
  4. ऐसे किसी प्रस्ताव की तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत करें।
  5. अपने परिवार और गांव के युवाओं को जागरूक करें ताकि कोई और नगमा सेना भर्ती ठगी का शिकार न बने।
नगमा सेना भर्ती ठगी केस – वर्दी में नगमा परिवार और ग्रामीणों के साथ जश्न मनाते हुए
डोमाकाटी गांव में परिवार और ग्रामीणों ने नगमा के सेना में भर्ती होने की खुशी में जश्न मनाया, मगर बाद में ठगी का मामला दर्ज हुआ।

💬 स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

डोमाकाटी गांव के लोग आज भी स्तब्ध हैं। गांव के बुजुर्ग कहते हैं —

“जिस दिन नगमा वर्दी में दिखी, पूरा गांव गर्व से भर गया था। हमें क्या पता था कि यह ठगी थी।”

नगमा के पिता का कहना है —

“हमने बेटी की मेहनत पर भरोसा किया, लेकिन कुछ लोगों ने हमारे सपनों को तोड़ दिया।”

📍 जांच जारी, गिरोह की तलाश में पुलिस

फिलहाल महाराजगंज पुलिस ने धीरज और अंगद मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस ने कहा है कि कई युवाओं से ठगी की शिकायतें सामने आई हैं और गिरोह का नेटवर्क पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान तक फैला हुआ है।

नगमा सेना भर्ती ठगी अब एक बड़ा उदाहरण बन गई है कि कैसे जालसाज युवाओं की देशभक्ति और नौकरी पाने की ललक का फायदा उठा रहे हैं। नगमा की यह कहानी केवल एक लड़की की ठगी नहीं, बल्कि उस सपने के चकनाचूर होने की दास्तां है जो हजारों युवा रोज सेना में भर्ती होने की चाह में देखते हैं।

यह नगमा सेना भर्ती ठगी केवल एक केस नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी है —

“देश की सेवा का जज़्बा रखो, लेकिन ठगों के जाल में मत फंसो।”



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