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डीग: राजस्थान में ‘भयमुक्त समाज’ और ‘तात्कालिक न्याय’ सुनिश्चित करने के उद्देश्य से
गृह, गौपालन, पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य विभाग के राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने शुक्रवार को
थाना जालुकी का व्यापक निरीक्षण कर पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा और संवेदनशीलता का संचार किया।
यह दौरा केवल निरीक्षण नहीं, बल्कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करने, अपराधियों पर कठोर कार्रवाई और
आमजन की समस्याओं के तुरंत समाधान का एक सशक्त संदेश बनकर सामने आया।
थाना परिसर में आयोजित समीक्षा बैठक और विशाल जनसुनवाई में मंत्री महोदय ने स्पष्ट शब्दों में कहा—
“अपराधी या तो अपराध छोड़ दें, या फिर इलाका। शांति और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा।”
जनसुनवाई: ‘सरकारी प्रोटोकॉल’ नहीं, मंत्री की ‘दैनिक साधना’
जनसुनवाई के दौरान मंत्री बेढ़म ने अपनी कार्यशैली को बेहद स्पष्ट शब्दों में सामने रखा। उन्होंने कहा,
“जनसेवा मेरे लिए केवल संवैधानिक दायित्व नहीं, यह मेरी आत्मिक दिनचर्या है।
मेरे पास आने वाला कोई भी पीड़ित व्यक्ति समाधान लेकर ही वापस जाए—यही मेरा संकल्प है।”
उन्होंने थाना परिसर में ही खुला ‘जनता दरबार’ लगाया, जहां लोगों की शिकायतें सुनी गईं और तत्काल
मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश देकर दर्जनों समस्याओं का समाधान कराया गया। यह त्वरित न्याय
मंत्री की निर्णायक कार्यशैली की स्पष्ट मिसाल रहा।
सुरक्षा व्यवस्था पर सख्त संदेश: “वज्र-प्रहार अपराधियों पर, शांति रहे अक्षुण्ण”
थाना जालुकी में आयोजित उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश मीणा और
अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मंत्री बेढ़म ने क्षेत्र की कानून-व्यवस्था को लेकर कठोर निर्देश दिए।
- शून्य सहिष्णुता नीति: अपराधियों, अवैध गतिविधियों और असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई।
- सतत सतर्कता: पुलिस इतनी सक्रिय रहे कि अपराध घटित होने से पहले ही रोकथाम सुनिश्चित हो।
- जन-सहयोग: पुलिस-नागरिक संवाद को सहज बनाने पर विशेष जोर।
मंत्री महोदय ने कहा कि वर्दी का असली सम्मान तभी है जब आम नागरिक सुरक्षा, विश्वास और न्याय का
अनुभव करे।
थाने का ‘आधुनिक कायाकल्प’: बेहतर पुलिसिंग के लिए मजबूत आधार
पुलिस बल को प्रभावी बनाने के लिए मजबूत संसाधनों की आवश्यकता को समझते हुए मंत्री बेढ़म ने
थाना जालुकी के नवनिर्माण और बुनियादी ढांचे के विस्तार की रूपरेखा तैयार की।
नए भवन के डिजाइन, आधुनिक सुविधाओं, महिला हेल्पडेस्क, डिजिटल रिकॉर्डिंग रूम,
अलग तफ्तीश कक्ष और नागरिक सुविधा केंद्र जैसे बिंदुओं पर अधिकारियों से विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आधुनिक, सुव्यवस्थित और तकनीक-सक्षम थाना परिसर से न सिर्फ पुलिस
कार्यक्षमता बढ़ती है, बल्कि नागरिकों का भरोसा भी मजबूत होता है।
जन-सरोकार को सर्वोच्च प्राथमिकता: “न्याय में देरी, न्याय से इनकार के समान”
मंत्री बेढ़म ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि थाना स्तर पर संवाद इतना सहज और सम्मानजनक हो कि
कोई भी नागरिक बिना संकोच अपनी बात रख सके।
उन्होंने कहा कि जनसुरक्षा से जुड़े मामलों का त्वरित निस्तारण ही सुशासन का सबसे बड़ा आधार है।
“हर पीड़ित को समाधान मिले, हर शिकायत का समयबद्ध निपटान हो—यही हमारा लक्ष्य है।”
उपस्थिति
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक श्री ओमप्रकाश मीणा, पुलिस उपाधीक्षक, थाना प्रभारी,
पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
जालुकी में मंत्री के इस दौरे ने क्षेत्र में सुरक्षा, न्याय और सुशासन की एक नई उम्मीद जगाई है।
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