
भरतपुर जिले के नदबई उपखंड के बरौलीरान गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक कृषि-दौर का हादसा हुआ, जिसमें 29 वर्षीय सिंटू (पुत्र राजेंद्र) का हाथ कुट्टी मशीन में फंस गया और बुरी तरह कट गया। परिजनों ने त्वरित कार्रवाई कर उसे नदबई के राजकीय जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति होने के कारण उसे भरतपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
हादसे का पूरा वृतांत
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सुबह खेत से लौटकर या घर के आँगन में धान की कुट्टी की तैयारी के दौरान सिंटू मशीन के पास था। अचानक कुट्टी मशीन का पट्टा/रोलर चलते समय हाथ के पास आ गया और मशीन के अंदर फंस गया। परिवार के सदस्य तुरंत मशीन को बंद कर पसीने-खून के बीच उसका हाथ बाहर निकालने का प्रयास करने लगे, लेकिन तब तक हाथ बुरी तरह कट चुका था।
प्राथमिक उपचार और रेफरल
परिजन तुरंत सिंटू को नदबई के राजकीय जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ ने घायल के ट्रॉमा और रक्तस्राव नियंत्रित करने की प्राथमिक चिकित्सा की। चिकित्सकों ने बताया कि कटाव गहरा था और प्रभावित हिस्से की स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर सुविधाओं वाले भरतपुर जिला अस्पताल रेफर किया गया। स्थानांतरण के दौरान परिवार के साथ कुछ स्थानीय लोग भी मौजूद थे।
परिवार और गांववालों की प्रतिक्रिया
पीड़ित परिवार स्तब्ध और चिंतित है। राजेंद्र (पिता) ने कहा कि कुट्टी का काम वर्षों से घर में होता रहा है परन्तु सुरक्षा उपकरणों का अभाव और अनियमित रख-रखाव अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। आसपास के ग्रामीणों ने भी कहा कि मशीन की समय-समय पर सर्विसिंग और सुरक्षित संचालन से ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की जांच
स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को घटना की सूचना दे दी गई है। प्राथमिक तौर पर पुलिस ने बताया कि यह एक दुखद दुर्घटना है, पर मशीनकर्मी के साथ सुरक्षा मानदंड का अनुपालन नहीं होने की जांच की जा रही है। यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो आगे कानूनी कार्रवाई सम्भव है।
किसानों और ग्रामीणों के लिए सुरक्षा सुझाव
- कुट्टी व अन्य कृषि मशीनों का संचालन करते समय दस्ताने, जूते और ढीले कपड़ों से बचें।
- मशीन चालू होने पर किसी भी प्रकार की सफाई या मरम्मत न करें—पहले मशीन को पूरी तरह बंद करें और जनरेटर/मोटर की बिजली काट दें।
- मशीन की नियमित सर्विसिंग और गार्डिंग (सुरक्षा कवच) अनिवार्य करें।
- स्थानीय किसान समूहों में सुरक्षित संचालन पर प्रशिक्षण आयोजित करें।
समाप्ति टिप्पणी
भरतपुर के नदबई उपखंड में घटे इस कुट्टी मशीन हादसे ने एक बार फिर ग्रामीण स्तर पर मशीन-सुरक्षा और प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता को उजागर किया है। घटनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक परिवार और स्थानीय प्रशासन मिलकर पीड़ित की बेहतर चिकित्सा और भविष्य में ऐसे हादसों की रोकथाम के उपायों पर काम कर रहे हैं। जैसे ही अस्पताल से विस्तृत स्वास्थ्य-अपडेट मिलेगा, रिपोर्ट में अपडेट जोड़ दिया जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
रिपोर्ट: हिमांशु मोदी | स्रोत: स्थानीय रिपोर्टिंग, अस्पताल एवं पुलिस जानकारी