
बिहार चुनाव 2025 में समाजवादी पार्टी का बड़ा दांव
संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गाजीपुर से लेकर बिहार तक इस समय बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी तेज है। इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) में शामिल समाजवादी पार्टी (SP) ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें जमानिया विधायक और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह का नाम भी शामिल है। ओम प्रकाश सिंह छठ पर्व से लेकर जनता के मुद्दों तक पूरी सक्रियता से जुड़े रहे हैं और इस चुनाव में उनकी भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है।
“खेसारी नचनिया तो हेमा मालिनी कौन सी सीता मैया?” – ओम प्रकाश सिंह का पलटवार
बिहार चुनाव 2025 में जबसे खेसारी लाल यादव ने छपरा से राजद (RJD) उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है, विपक्ष ने उन्हें “नचनिया” कहकर तंज कसना शुरू कर दिया। इस पर समाजवादी पार्टी के नेता ओम प्रकाश सिंह ने करारा जवाब दिया।
उन्होंने कहा – “अगर खेसारी लाल यादव नचनिया हैं तो फिर हेमा मालिनी कौन सी सीता मैया हैं? अगर कोई कहे कि वो भी उसी स्तर की हैं, तो यह आरोप लगाने वालों को कैसा लगेगा? खेसारी गरीब का बेटा है, जिसने भोजपुरी और बिहार की पहचान पूरे देश में कराई है।”
ओम प्रकाश सिंह ने आगे कहा कि विपक्षी दलों की मानसिकता ही ऐसी है कि जो अंग्रेजी बोलता है, वो उन्हें “कलाकार” लगता है, और जो भोजपुरी में बोलता है, वो उन्हें “नचनिया” नजर आता है। उन्होंने कहा कि खेसारी लाल यादव ने मुंबई में बिहार का नाम रोशन किया है और आज वो लाखों युवाओं की प्रेरणा हैं।
छठ पूजा पर ओम प्रकाश सिंह का बड़ा वादा
ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि छठ पूजा बिहार की आत्मा से जुड़ा पर्व है, जो अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान पा चुका है। उन्होंने वादा किया कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार बनती है, तो वे अखिलेश यादव से आग्रह करेंगे कि छठ पर्व के लिए हर तालाब, पोखरे और गंगा घाट को पक्का करवाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
उन्होंने कहा – “छठ पूजा बिहार की पहचान है। अगर हमारी सरकार आई तो बिहार के हर जिले में तालाब और घाटों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। यह सिर्फ आस्था नहीं, हमारी संस्कृति का उत्सव है।”
बिहार चुनाव 2025: बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार बने मुख्य मुद्दे
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में ओम प्रकाश सिंह ने एनडीए गठबंधन और बीजेपी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता अब छलावे और जुमलों से ऊब चुकी है।
उनके शब्दों में – “ये लोग मामा मारीच के वंशज हैं, जो भेष बदलकर जनता को ठगते हैं। जीएसटी घटाने का दावा करते हैं, लेकिन सीमेंट, कपड़ा और दवा सब कुछ महंगा कर दिया। किसानों को खाद नहीं मिल रही, नौजवानों को रोजगार नहीं। यह सरकार सिर्फ दिखावा करती है।”
उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव का असली मुद्दा बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार है। युवाओं को रोजगार देने का कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वहीं किसान खाद और सिंचाई की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
“नीतीश कुमार को याद नहीं वो कर क्या रहे हैं” – बिहार के सीएम पर तंज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ओम प्रकाश सिंह ने कहा –
“बिहार का दुर्भाग्य है कि उसे ऐसा मुख्यमंत्री मिला है, जिसे दो साल से याद ही नहीं कि वो कर क्या रहा है। जिस व्यक्ति के पास निर्णय लेने की क्षमता ही नहीं, उसे न तो पद मिलना चाहिए और न प्रतिष्ठा।”
उन्होंने कहा कि बिहार आज जिस मोड़ पर खड़ा है, वहां उसे युवा नेतृत्व और नई सोच की जरूरत है, जो समाजवादी विचारधारा से प्रेरित होकर जनता के हक में निर्णय ले सके।
ओम प्रकाश सिंह का दावा – “इस बार बनेगी इंडिया गठबंधन की सरकार”
ओम प्रकाश सिंह ने दावा किया कि इस बार बिहार चुनाव 2025 में जनता बदलाव का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि “इंडिया गठबंधन की सरकार बनना तय है और जनता महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ वोट करेगी।”
उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी, राजद और कांग्रेस मिलकर एक विकसित बिहार का विजन लेकर चल रही हैं, जिसमें किसान, मजदूर और युवा केंद्र में हैं।
बिहार चुनाव 2025 में ओम प्रकाश सिंह की भूमिका
ओम प्रकाश सिंह, जो गाजीपुर से आते हैं और समाजवादी पार्टी के पुराने नेता हैं, उन्हें इस बार पार्टी ने बिहार में विशेष जिम्मेदारी दी है। वे लगातार जनता के बीच जाकर समाजवादी पार्टी के एजेंडे को समझा रहे हैं। उनकी छवि एक बेबाक, जमीन से जुड़े नेता की है, जो किसी भी मुद्दे पर खुलकर बोलने से नहीं हिचकते।
बिहार चुनाव 2025 में अब जंग सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि विचारधारा और सम्मान की भी है। ओम प्रकाश सिंह के बयान ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन इस बार पूरी तैयारी के साथ मैदान में हैं। खेसारी लाल यादव जैसे कलाकारों के समर्थन से पार्टी को जनता के दिल तक पहुंचने का मौका मिला है। अब देखना होगा कि बिहार की जनता इस बदलाव के आह्वान को कितना अपनाती है।







