अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। भाटपाररानी थाना क्षेत्र के बरईपार गांव में 14 अक्टूबर की सुबह पोखरे के पास 19 वर्षीय मन्नू यादव की लाश बरामद हुई थी। युवक की मौत बेहद दर्दनाक तरीके से हुई थी। शव पर 15 से अधिक धारदार वार के निशान मिले थे। अब पुलिस ने खुलासा किया है कि मन्नू की हत्या उसके ही दोस्त अश्विनी गुप्ता ने की थी। हत्या का कारण एक युवती से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है।
अश्विनी गुप्ता ही निकला मन्नू यादव का हत्यारा
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक मन्नू यादव कोठिलवा गांव का रहने वाला था। 13 अक्टूबर की शाम उसका दोस्त अश्विनी गुप्ता उसके घर पहुंचा और उसे जन्मदिन पार्टी के बहाने अपने साथ ले गया। दोनों बाइक से निकले, लेकिन मन्नू घर वापस नहीं लौटा। जब परिजनों ने रात तक इंतजार किया, तो अगली सुबह उन्होंने अश्विनी से पूछा, लेकिन वह सही जवाब नहीं दे सका। इसी बीच बरईपार गांव के पोखरे के पास मन्नू का शव मिला और अश्विनी मौके से फरार हो गया।
देवरिया हत्याकांड का कारण: एक युवती से जुड़ा विवाद
देवरिया के बरईपार गांव हत्याकांड का कारण बेहद चौंकाने वाला निकला। पुलिस के अनुसार, मन्नू यादव की एक युवती से नजदीकियां थीं। उसी युवती के करीब अश्विनी गुप्ता भी था। कुछ समय पहले अश्विनी उस युवती के साथ फरार हो गया था। जब यह बात मन्नू को पता चली, तो उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने युवती को बरामद तो कर लिया, लेकिन युवती के परिवार वालों ने शिकायत नहीं की, इसलिए अश्विनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
इसके बाद से अश्विनी, मन्नू यादव से नफरत करने लगा। हालांकि बाद में दोनों की दोस्ती फिर से हो गई, लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि यह दोस्ती केवल बदला लेने के लिए की गई थी। 13 अक्टूबर के दिन अश्विनी ने मौका पाकर अपने दोस्त मन्नू यादव की हत्या कर दी।
घटना स्थल से बरामद सबूत
पुलिस को घटना स्थल से कई अहम सबूत मिले हैं। तीन जोड़ी चप्पलें, शराब की बोतलें और बिरयानी का पैकेट बरामद हुआ है। इससे साफ है कि हत्या से पहले मन्नू और अश्विनी ने साथ बैठकर खाना-पीना किया था। हत्या के बाद अश्विनी ने वहां से फरार होकर अपने निशान मिटाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की जांच में वह ज्यादा दिन तक नहीं बच सका।
मन्नू यादव के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक मन्नू यादव अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता दुबई में नौकरी करते हैं। बेटे की हत्या की खबर सुनकर वे तुरंत भारत लौट आए। गांव में गम और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों ने पोखरे के पास शव रखकर प्रदर्शन किया और आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज किया केस
देवरिया पुलिस ने मृतक की बहन की शिकायत पर आरोपी अश्विनी गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एडिशनल एसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि युवक की उम्र 19 वर्ष थी और हत्या का कारण प्रेम संबंधों में उत्पन्न विवाद है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अश्विनी गुप्ता की तलाश शुरू कर दी है और जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
देवरिया हत्याकांड पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
देवरिया मर्डर केस में पुलिस लगातार जांच कर रही है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने अश्विनी के कुछ दोस्तों से पूछताछ की है। मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने हत्या की पूरी कहानी जोड़ ली है। माना जा रहा है कि हत्या के पीछे ईर्ष्या और प्रतिशोध की भावना थी।
निष्कर्ष:
देवरिया के बरईपार गांव में हुई यह दर्दनाक हत्या समाज के लिए एक चेतावनी है कि दोस्ती और भरोसे के नाम पर छिपी नफरत किस तरह जानलेवा बन सकती है। पुलिस की सक्रियता से मामला उजागर हुआ है और अब आरोपी को सख्त सजा मिलना तय माना जा रहा है।
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मन्नू यादव की हत्या कब और कहां हुई?
14 अक्टूबर को देवरिया जिले के भाटपाररानी क्षेत्र के बरईपार गांव स्थित पोखरे पर मन्नू यादव की हत्या की गई थी।
पुलिस ने हत्यारे की पहचान कैसे की?
पुलिस ने कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन और परिजनों के बयान के आधार पर आरोपी अश्विनी गुप्ता की पहचान की।
हत्या का कारण क्या था?
हत्या का कारण एक युवती से जुड़ा विवाद था। मन्नू और अश्विनी दोनों उस युवती के करीब थे, जिससे ईर्ष्या और बदले की भावना ने इस वारदात को जन्म दिया।
क्या पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया?
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर छापेमारी जारी है।








