
अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक मदरसे द्वारा 13 वर्षीय छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने का मामला सामने आने के बाद प्रदेशभर में हंगामा मच गया है। यह मदरसा, जिसका नाम जामिया एहसानुल बनात इंटर कॉलेज है, अब पुलिस जांच के घेरे में है। यह सनसनीखेज घटना तब सामने आई जब छात्रा के परिजन उसे दुबारा एडमिशन दिलाने मदरसे पहुंचे थे। लेकिन मदरसा प्रबंधन ने छात्रा के प्रवेश से पहले उसके “वर्जिन होने” का प्रमाण मांग लिया।
क्यों मांगा गया वर्जिनिटी सर्टिफिकेट?
मदरसे की प्रिंसिपल रहनुमा और एडमिशन इंचार्ज मौलाना शाहजहां पर आरोप है कि उन्होंने छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट इसलिए मांगा क्योंकि उन्हें एक सूचना मिली थी कि छात्रा का अपने पिता के साथ अनुचित संबंध था। इसी आधार पर मौलाना ने कहा कि बिना वर्जिनिटी टेस्ट रिपोर्ट के री-एंट्री नहीं दी जाएगी।
यह दावा खुद मौलाना शाहजहां ने स्वीकार किया है। उनका कहना है कि “हमें फोन पर जानकारी मिली कि छात्रा के अपने पिता के साथ अवैध संबंध बने हैं, इसलिए सत्यापन जरूरी था।” इस बयान के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी।
मामले की शुरुआत कैसे हुई?
जानकारी के अनुसार यह 13 वर्षीय छात्रा मूल रूप से चंडीगढ़ की रहने वाली है। वह मुरादाबाद स्थित मदरसे में कक्षा 7 में पढ़ती थी और अब नए सत्र के लिए 8वीं में एडमिशन लेना था। अगस्त में छुट्टी के दौरान वह पिता के घर गई थी। इस बीच उसकी मां अपनी बीमार मां को देखने प्रयागराज गई हुई थीं। छात्रा कुछ दिनों तक पिता के साथ अकेली रही।
छुट्टी खत्म होने के बाद जब छात्रा मदरसे लौटी तो प्रबंधन ने उसका वर्जिनिटी सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने को कहा। यह सुनकर उसके परिजन हैरान रह गए। बाद में पता चला कि मदरसे को किसी महिला ने कॉल कर बताया था कि छात्रा के अपने पिता से अनुचित संबंध हैं। सभ्य समाज में यह आरोप जितना हैरान करने वाला है, उतना ही शर्मनाक भी।
पुलिस कार्रवाई और मौलाना की गिरफ्तारी
जैसे ही यह मामला सामने आया, पुलिस ने फौरन एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी। एडमिशन इंचार्ज मौलाना शाहजहां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, प्रिंसिपल रहनुमा की तलाश जारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, रहनुमा ने 9 दिन पहले बच्चे को जन्म दिया है, इसलिए गिरफ्तारी से पहले कानूनी सलाह ली जा रही है। पुलिस टीम मदरसे के अन्य जिम्मेदार लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
37 साल पुराना मदरसा और विदेश से फंडिंग
यह मदरसा मुरादाबाद में दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे के पास स्थित है और जामिया एहसानुल बनात इंटर कॉलेज के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना लगभग 37 वर्ष पहले शम्सी फ़ैमिली ने की थी। संस्थापक मोहम्मद अख्तर शम्सी और गजाला अख्तर शम्सी का संबंध हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट व्यवसाय से है। यही परिवार पैरामाउंट एक्सपोर्टर्स कंपनी का भी संचालन करता है।
सूत्रों के मुताबिक, मदरसा अरब देशों से मिलने वाली जकात और दान की राशि से संचालित होता है। लगभग 100 बीघे में फैला यह परिसर छात्राओं के लिए हॉस्टल सुविधा प्रदान करता है। छात्राएं पूरे साल यहीं रहती हैं और केवल एक कक्षा पास करने के बाद 15 दिनों की छुट्टी पर जाती हैं।
वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने पर समाज में नाराजगी
इस मसले ने न केवल मुरादाबाद बल्कि पूरे देशभर में गुस्सा भड़का दिया है। बाल अधिकार कार्यकर्ताओं, महिला संगठनों और मानवाधिकार आयोग ने इसे बाल उत्पीड़न और निजता के उल्लंघन का गंभीर मामला बताया है। लोगों का कहना है कि 13 साल की मासूम बच्ची से इस तरह का प्रमाण मांगना पूरी तरह से गैरकानूनी और अमानवीय है।
सोशल मीडिया पर “मुरादाबाद मदरसा वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मामला” ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स इसका विरोध करते हुए सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सरकार ने डीएम और एसएसपी को विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस जांच जारी, रिपोर्ट जल्द
फिलहाल पुलिस ने मौलाना को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और प्रिंसिपल रहनुमा से भी पूछताछ की तैयारी में है। जांच टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या मदरसे में पहले भी इस तरह के वर्जिनिटी सर्टिफिकेट या अनुचित शर्तें रखी गई थीं।
पुलिस विभाग का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल छात्रा और उसके परिवार को काउंसलिंग और सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है।
सवाल-जवाब (FAQ)
प्रश्न 1: मुरादाबाद मदरसा वर्जिनिटी सर्टिफिकेट विवाद क्या है?
यह मामला तब सामने आया जब एक मदरसे ने 13 वर्षीय छात्रा से एडमिशन से पहले वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगा।
प्रश्न 2: पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने मौलाना शाहजहां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और प्रिंसिपल रहनुमा की तलाश जारी है।
प्रश्न 3: मदरसे की पृष्ठभूमि क्या है?
जामिया एहसानुल बनात इंटर कॉलेज 37 साल पुराना मदरसा है जो शम्सी फैमिली द्वारा संचालित है और विदेशों से मिलने वाली जकात पर चलता है।
प्रश्न 4: जनता की प्रतिक्रिया क्या रही?
लोगों ने सोशल मीडिया पर कड़ा विरोध जताया है और इसे बच्चियों की निजता का उल्लंघन बताया है।
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