
अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
लखनऊ। योगी का भौकाल एक बार फिर पूरे प्रदेश में दिखा जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आई लव मोहम्मद विवाद और विभिन्न जिलों में हुए उग्र प्रदर्शनों पर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को दो टूक निर्देश दिए कि उपद्रवियों पर निर्णायक कार्रवाई हो और किसी भी उपद्रवी को बख्शा न जाए।
सीएम योगी ने शुक्रवार देर रात कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि भड़काऊ नारेबाजी और अराजकता फैलाना प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की साजिश है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनका साफ संदेश था— कार्रवाई का यही समय है, सही समय है।
योगी का भौकाल और कानून-व्यवस्था पर सख्ती
योगी का भौकाल इस बार कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, बरेली, मऊ समेत कई जिलों में दिखा, जहां मुस्लिम समुदाय के कुछ समूहों द्वारा उग्र प्रदर्शन हुए। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि ऐसे किसी भी जुलूस या प्रदर्शन से शांति-व्यवस्था प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि—
हर मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज हो।
आयोजकों और मास्टरमाइंड की संपत्ति तक की जांच हो।
उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सीएम ने स्पष्ट किया कि जातीय संघर्ष भड़काने की किसी भी कोशिश पर सरकार पूरी तरह लगाम लगाएगी।
योगी का भौकाल महिला सुरक्षा पर भी
बैठक में योगी का भौकाल महिला सुरक्षा मुद्दों पर भी दिखा। मेरठ और संभल में हुई एसिड अटैक, छेड़खानी और चेन स्नैचिंग की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए सीएम ने पुलिस को जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि—
थाने से लेकर पीआरवी तक की जवाबदेही तय हो।
गरबा-डांडिया कार्यक्रमों में बहरूपियों की घुसपैठ रोकी जाए।
मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रभावी पैरवी हो।
इसके साथ ही उन्होंने आदेश दिया कि दशहरे के बाद एडीजी जोन थानावार समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
योगी का भौकाल और त्योहारों की सुरक्षा
त्योहारों को लेकर योगी का भौकाल और भी सख्त हो गया। उन्होंने कहा कि पर्व-त्योहारों के अवसर पर असामाजिक तत्वों को किसी भी हाल में अशांति फैलाने की छूट नहीं दी जाएगी।
त्योहारों के लिए दिए गए प्रमुख निर्देश:
प्रतिमाएं निर्धारित सीमा से ऊंची न हों।
नदियों में जलस्तर अधिक होने की स्थिति में वैकल्पिक विसर्जन व्यवस्था बनाई जाए।
दुर्गा पूजा समितियों से संवाद कर शांति व्यवस्था बनाए रखी जाए।
रावण दहन कार्यक्रम सुरक्षा मानकों के तहत ही हों।
योगी का भौकाल और अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस
मुख्यमंत्री ने अपराधियों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिया कि,
वीडियो फुटेज खंगाले जाएं।
सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं पर लगातार निगरानी हो।
हर उपद्रवी को चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाए।
उन्होंने कहा कि हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
योगी का भौकाल अफवाहों और गो-तस्करी पर
सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती और प्रयागराज में ड्रोन से रेकी और चोरी की अफवाहों पर सीएम ने पुलिस को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए।
कहा कि—
अफवाह फैलाने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए।
चौकीदारों की सक्रियता बढ़ाकर लोगों को भरोसा दिया जाए।
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इसके अलावा गो-तस्करी और बूचड़खानों पर भी योगी का भौकाल दिखा। उन्होंने एसपी को औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि बूचड़खाने मानक के अनुरूप ही चलें।
योगी का भौकाल : राजनीति और प्रशासन पर असर
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक और वरिष्ठ जनों के कोर ग्रुप के निर्देश शीर्ष प्राथमिकता पर लागू होंगे। इस सख्ती से न केवल प्रशासन बल्कि प्रदेश की राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है।
योगी का भौकाल सिर्फ अपराधियों और उपद्रवियों पर ही नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर नजर रखने का प्रतीक बन चुका है।
योगी का भौकाल इस बार कानून-व्यवस्था से लेकर त्योहारों की सुरक्षा और महिला संरक्षण तक फैला हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह संदेश साफ कर दिया है कि प्रदेश में अशांति फैलाने वाले, अपराधी और उपद्रवी किसी भी हाल में नहीं बचेंगे।
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उनकी चेतावनी ने प्रदेश प्रशासन और पुलिस तंत्र को सतर्क कर दिया है। जनता भी अब उम्मीद कर रही है कि योगी का भौकाल अपराधियों पर अंकुश लगाने में कारगर साबित होगा।
