Wednesday, August 6, 2025
spot_img

जिला अस्पताल में 45 मिनट तक अंधेरा, टॉर्च की रोशनी में हुआ मरीजों का इलाज – स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल

 बलिया जिला अस्पताल में बिजली गुल होने पर टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज किया गया। वायरल वीडियो ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। सीएमएस ने दी सफाई, कहा अब सुधार कर दिया गया है।

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा को उजागर करता एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, जिला अस्पताल के आपात चिकित्सा कक्ष में विद्युत आपूर्ति बाधित हो जाने के कारण मरीजों का इलाज टॉर्च की रोशनी में किया गया। यह घटना एक वीडियो के ज़रिए सामने आई, जो शनिवार को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ।

इसे भी पढें  बलिया बना देश का नया ऊर्जा केंद्र? : पूर्वांचल की किस्मत बदलेगा या नए संकट को देगा न्योता?

वीडियो में देखा गया कि डॉक्टर एक मरीज का इलाज मोबाइल टॉर्च की रोशनी में कर रहे हैं। वहीं दूसरे वीडियो में कई मरीज और उनके परिजन बिजली न होने से परेशान दिखाई दे रहे हैं। विडंबना यह है कि बलिया जैसे जिले में, जहां कई मंत्री निवास करते हैं, वहां के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की यह हालत है।

इसे भी पढें  बलिया खाद्यान्न घोटाले में 19 साल बाद बड़ी गिरफ़्तारी: पूर्व बीडीओ दयाराम विश्वकर्मा गिरफ्तार

इस संदर्भ में, अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. एस.के. यादव ने जानकारी दी कि यह घटना शुक्रवार शाम की है, जब अचानक तकनीकी गड़बड़ी के चलते बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इसके अतिरिक्त, आपात चिकित्सा भवन को बिजली देने वाले जनरेटर में भी उसी समय खराबी आ गई। इस कारणवश, तकरीबन 45 मिनट तक अस्पताल में अंधकार छाया रहा और चिकित्सा सेवाएं बाधित हो गईं।

हालांकि, सीएमएस का दावा है कि अब समस्या का समाधान कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी कक्ष में पर्याप्त संख्या में इनवर्टर लगाए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति न उत्पन्न हो।

इसे भी पढें  कच्ची दीवार के नीचे दबकर 11 वर्षीय किशोरी की दर्दनाक मौत, गांव में पसरा मातम

बावजूद इसके, इस घटना ने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। सवाल यह उठता है कि जब एक जिला अस्पताल तक में ऐसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी नहीं है, तो आम जनता अपनी ज़िंदगी और स्वास्थ्य को लेकर किससे उम्मीद करे?

न केवल यह घटना सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि तकनीकी प्रबंधन और आपदा-प्रतिक्रिया व्यवस्था में कितनी गंभीर खामियां हैं।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
22,500SubscribersSubscribe

“अक्षरों की आरती से रोशन हुआ देशप्रेम, कवितायन में उठी राष्ट्रगान की लहर”

संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट गोरखपुर। देश की विविध भाषाई और सांस्कृतिक परंपराओं को एक मंच पर समेटते हुए शैक्षिक संवाद मंच उत्तर प्रदेश ने...

‘कामचोरी का थाना’, वर्दी पहन ली, मगर जिम्मेदारी छोड़ दी, 15 वर्दीधारी गायब, SP ने दिखाई असली वर्दी की ताकत

अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट देवरिया, उत्तर प्रदेश – जिले के पुलिस विभाग में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस अधीक्षक (SP) विक्रांत वीर ने...
- Advertisement -spot_img
spot_img

“राजनीतिक साजिश है, मऊ उपचुनाव के लिए रास्ता साफ करना चाहते हैं” उमर अंसारी की गिरफ्तारी पर गरजे अफजाल अंसारी

जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट मऊ। मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की गिरफ्तारी को लेकर उनके चाचा और सपा सांसद अफजाल अंसारी ने बड़ा...

हाईवे पर शव फेंककर जाम कराने का प्रयास: सपा जिला उपाध्यक्ष सहित 34 लोगों पर केस दर्ज, वीडियो वायरल

अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट गोंडा, उत्तर प्रदेश – देहात कोतवाली क्षेत्र के बालपुर बाजार के पास सोमवार की शाम एक सनसनीखेज घटना सामने आई,...