
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
क्रूड हत्या से दहला कुशीनगर
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के कसया थाना क्षेत्र के चिरगोड़ाधूसी गांव में रविवार की देर रात हुई क्रूड हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया। एक बेटे ने अपने पिता पर न केवल लोहे की रॉड और चाकू से हमला किया, बल्कि बेरहमी की सारी हदें पार करते हुए उन्हें छत से नीचे फेंक दिया। इस क्रूर हमले में 55 वर्षीय ईश्वर यादव की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की जड़ में पिता की तीसरी शादी को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद बताया जा रहा है। इस घटना में बीच-बचाव करने आई सौतेली मां अंजली भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। पुलिस ने आरोपी बेटे सत्येंद्र को गिरफ्तार कर हत्या में इस्तेमाल हथियार बरामद कर लिए हैं।
पिता की तीसरी शादी बनी क्रूड हत्या का कारण
ग्रामीणों के अनुसार, ईश्वर यादव मेहनत-मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते थे। वह गांव में एक बिल्डिंग मटीरियल की दुकान पर ट्रैक्टर चलाते थे। उनकी जिंदगी उतार-चढ़ाव से भरी रही।
पहली पत्नी की मृत्यु के बाद उन्होंने दूसरी शादी की, लेकिन बेटों के विरोध के कारण पत्नी महज एक महीने में घर छोड़कर चली गई। इसके बाद ईश्वर ने तीसरी शादी अंजली से कर ली। इसी शादी ने पिता और बेटों के बीच गहरी खाई पैदा कर दी।
खासकर छोटा बेटा सत्येंद्र इस रिश्ते को स्वीकार नहीं कर पा रहा था। वह पिता की तीसरी शादी से नाराज़ रहता था। यही नाराजगी अंततः क्रूड हत्या का कारण बन गई।
शराब के नशे में क्रूर वारदात
रविवार की रात ईश्वर और सत्येंद्र दोनों शराब पिए हुए घर लौटे। भोजन के दौरान फिर से तीसरी शादी को लेकर विवाद छिड़ गया। देखते ही देखते विवाद गुस्से में बदल गया।
सत्येंद्र ने पहले लोहे की रॉड से अपने पिता पर कई वार किए। घायल ईश्वर छत की ओर भागे, लेकिन बेटे ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद उसने चाकू से ताबड़तोड़ वार किए और अंत में छत से धक्का देकर नीचे गिरा दिया।
ईश्वर की मौके पर ही मौत हो गई। इस क्रूर दृश्य को देखकर जब सौतेली मां अंजली बीच-बचाव के लिए आगे बढ़ीं तो सत्येंद्र ने उन पर भी हमला कर दिया। वह गंभीर रूप से घायल हो गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बेटों का विरोध और परिवार की बिखरती कहानी
ईश्वर यादव की पहली पत्नी से उनके दो बेटे – विवेक और सत्येंद्र – हुए। पत्नी के निधन के बाद घर की जिम्मेदारी ईश्वर पर आ गई।
दूसरी पत्नी बेटे के विरोध के कारण घर छोड़ गई।
विवेक शादी के बाद पत्नी संग अलग रहने लगा।
छोटा बेटा सत्येंद्र मजदूरी करने पुणे चला गया और हाल ही में घर लौटा था।
पिता की तीसरी शादी ने ही पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया। इसी विवाद ने अंततः इस खौफनाक क्रूड हत्या को जन्म दिया।
पुलिस की कार्रवाई : आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद
कसया थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी सत्येंद्र को गांव के दूसरे टोले से गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी निवेश कटियार ने बताया कि, “आरोपी बेटे के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू और लोहे की रॉड बरामद कर लिए गए हैं। जांच जारी है।”
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पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और घायल अंजली का इलाज कसया सीएचसी में शुरू किया गया है।
ग्रामीणों में दहशत और सवाल
इस क्रूड हत्या ने पूरे इलाके को दहला दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि ईश्वर मेहनती और जिम्मेदार इंसान थे। उन्होंने अपने दोनों बेटों को पढ़ाया-लिखाया और घर भी बनवाया, लेकिन पारिवारिक विवाद और शराब की लत ने सब कुछ तबाह कर दिया।
एक ग्रामीण बुजुर्ग ने कहा, “जिस बेटे को ईश्वर ने अपने पसीने की कमाई से पाला-पोसा, उसी ने उनकी जान ले ली। यह घटना समाज के लिए बड़ा सबक है।”
क्रूड हत्या से उठते सवाल
कुशीनगर की यह क्रूड हत्या कई बड़े सवाल खड़े करती है:
क्या परिवार में संवाद की कमी इतनी बड़ी खाई पैदा कर सकती है?
क्या शराब की लत ने पिता-पुत्र के रिश्ते को और जहरीला बना दिया?
क्या समाज में बार-बार शादी करना रिश्तों को तोड़ने की वजह बन रहा है?
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इस घटना ने रिश्तों की जटिलताओं और पारिवारिक विवादों की भयावह परिणति को उजागर कर दिया है।
कुशीनगर की यह क्रूड हत्या केवल एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि संवादहीनता, गुस्सा और नशा किसी भी रिश्ते को मौत की ओर धकेल सकते हैं। पिता की तीसरी शादी और बेटे की नाराजगी ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया।
पुलिस जांच में आगे क्या सामने आता है, यह तो समय बताएगा, लेकिन इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि घरेलू विवाद जब हिंसा का रूप लेता है, तो उसका अंजाम कितना डरावना हो सकता है।
