
हिमांशु मोदी की रिपोर्ट
डीग, प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मंगलवार को पंचायत समिति सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक की। बैठक में शहरी व ग्रामीण सेवा शिविरों की प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश सिंह, कामां विधायक नौक्षम चौधरी, जिला कलेक्टर उत्सव कौशल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में मंत्री ने कई अहम विषयों पर स्पष्ट निर्देश दिए और जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान पर बल दिया।
प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा— ढीले और झूलते तारों का तुरंत समाधान हो
बैठक में प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने ऊर्जा विभाग पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि गाँवों और कस्बों में ढीले एवं झूलते तारों की समस्या गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। इसलिए यह आवश्यक है कि विभाग तत्काल कार्रवाई करे।
उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित लाइनमैन प्रमाण पत्र जारी करें, जिसमें यह उल्लेख हो कि ढीले और झूलते तारों की समस्या पूरी तरह समाप्त कर दी गई है। मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि ऊर्जा विभाग केवल शिकायतों पर ही न रुके बल्कि खुद पहल करते हुए गाँवों का निरीक्षण करे। जहाँ भी पुरानी लाइनें और तार लगे हों, उन्हें शीघ्र बदला जाए ताकि आमजन सुरक्षित रह सके।
प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने बताया— आधुनिक कृषि के लिए ड्रिप सिंचाई सबसे बड़ी आवश्यकता
बैठक में कृषि और उद्यान विभाग की योजनाओं पर चर्चा करते हुए प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने किसानों को नई तकनीक अपनाने की सलाह दी। उन्होंने ड्रिप सिंचाई को आधुनिक कृषि की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया।
मंत्री ने कहा कि ड्रिप सिंचाई से न केवल पानी की बचत होती है, बल्कि फसलों को उनकी जरूरत के अनुसार पानी मिलता है। आज जब भूमिगत जल स्तर लगातार गिर रहा है और बारिश का वितरण असमान है, तब इस तकनीक का महत्व और बढ़ जाता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को ड्रिप सिंचाई के लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए और अधिक से अधिक किसानों को इससे जोड़ा जाए। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालयों और पंचायत स्तर पर डेमो कार्यक्रम आयोजित करने पर भी जोर दिया।
मंत्री ने कहा कि बच्चों और ग्रामीण युवाओं को वैज्ञानिक खेती की समझ देना आवश्यक है, ताकि वे भविष्य में प्रगतिशील कृषि की ओर अग्रसर हों। साथ ही, प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करने की बात भी कही, ताकि वे दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकें।
प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश— बरसाती बीमारियों से बचाव जरूरी
बैठक में स्वास्थ्य विभाग को लेकर प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि बरसात के बाद डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को समय रहते प्रभावी कदम उठाने होंगे।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि डिफॉगिंग और अन्य रोग-नियंत्रण गतिविधियाँ तुरंत शुरू की जाएं, ताकि मच्छरों की रोकथाम हो सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा हर नागरिक का मौलिक अधिकार है और इस दिशा में कोई लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत ने दी जनता को जीएसटी छूट की जानकारी
बैठक के बाद प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत और डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश सिंह ने डीग के प्रमुख बाजारों का भ्रमण किया। उन्होंने दुकानदारों और आमजन को जीएसटी छूट के बारे में जानकारी दी।

मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियाँ जनता और व्यापारियों के हित में हैं। कई आवश्यक वस्तुओं और दैनिक उपयोग की चीजों पर जीएसटी में कटौती की गई है, जिससे आमजन को सीधा लाभ मिलेगा।
उन्होंने दुकानदारों से अपील की कि वे ग्राहकों को इस छूट के बारे में सही जानकारी दें। डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. सिंह ने भी जनता से संवाद किया और कहा कि कोई भी नागरिक सरकारी योजनाओं और छूट का लाभ लेने से वंचित न रहे।
इस दौरान बाजारों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। लोगों ने जीएसटी छूट को लेकर रुचि दिखाई और इसका लाभ लेने के लिए जानकारी जुटाई। मंत्री ने आश्वस्त किया कि इस तरह की जागरूकता यात्राएँ आगे भी समय-समय पर आयोजित की जाएंगी।
बैठक और बाजार भ्रमण से साफ हुआ कि प्रभारी मंत्री सुरेश सिंह रावत जनता की समस्याओं को लेकर गंभीर हैं और उन्हें हल करने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं। ऊर्जा विभाग से लेकर कृषि और स्वास्थ्य तक—हर क्षेत्र में उन्होंने अधिकारियों को सख्त और स्पष्ट निर्देश दिए। वहीं, जनता और व्यापारियों को जीएसटी छूट के प्रति जागरूक करने का प्रयास भी उल्लेखनीय रहा।
