
ठाकुर के के सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में मथुरा बच्ची अपहरण का मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया जब वृन्दावन से एक पांच वर्षीय मासूम अचानक लापता हो गई। शनिवार को इस वृन्दावन अपहरण मामला में उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली और बच्ची को झांसी से सकुशल मुक्त करा लिया गया। आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। परिजनों और स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है।
पूरे मथुरा बच्ची अपहरण मामले में पुलिस की तत्परता और तकनीकी जांच का बड़ा योगदान रहा। घटना के बाद जिस तेजी से पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपी तक पहुंची, वह उत्तर प्रदेश पुलिस की त्वरित कार्यप्रणाली को दर्शाता है।
कैसे हुआ मथुरा बच्ची अपहरण? आश्रम से अचानक गायब हुई मासूम
जानकारी के अनुसार, वृन्दावन में रहने वाला मजदूर परिवार—राम, उसकी पत्नी सोनिया और उनकी पांच वर्षीय बेटी जया पिछले डेढ़ साल से आश्रमों की नगरी में रह रहे थे। 12 नवंबर की शाम लगभग पांच बजे मां-बेटी गौरी गोपाल आश्रम पहुंचीं।
इसी दौरान एक अज्ञात युवक वहां पहुंचा और मौका पाकर मथुरा बच्ची अपहरण को अंजाम देते हुए ऑटो रिक्शा से बच्ची को लेकर फरार हो गया। घटना के बाद मां सोनिया और परिवार बदहवाश हो गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
सदर क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक संदीप सिंह के नेतृत्व में टीम ने तुरंत घटनास्थल का निरीक्षण किया और आश्रम परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए।
सीसीटीवी फुटेज बना अहम सुराग, पुलिस ने तेजी से की कार्रवाई
सीसीटीवी फुटेज में एक युवक साफ दिखाई दिया जो बच्ची को अपने साथ ले जा रहा था। चेहरे और हावभाव के आधार पर पुलिस ने उसकी पहचान करने की कोशिश शुरू कर दी। तकनीकी सर्विलांस और ऑटो की ट्रैकिंग के आधार पर पुलिस को पता चला कि आरोपी बच्ची को लेकर झांसी की ओर भागा है।
इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस कार्रवाई और तेज हो गई। विभिन्न जिलों में अलर्ट जारी किया गया और विशेष टीमों को सक्रिय किया गया। यही कार्यवाही इस वृन्दावन अपहरण मामला को सुलझाने में निर्णायक साबित हुई।
झांसी से बरामद हुई बच्ची, आरोपी गिरफ्तार
आखिरकार पुलिस ने झांसी में दबिश देते हुए बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया। आरोपी को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। बच्ची को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है और उसकी मेडिकल जांच भी कराई गई है।
पुलिस के अनुसार बच्ची ने बताया कि आरोपी ने रास्ते में उसके साथ मारपीट भी की। यह बात सामने आने के बाद मथुरा बच्ची अपहरण को लेकर कई और गंभीर पहलुओं की जांच की जा रही है।
मथुरा बच्ची अपहरण मामले की आगे की जांच जारी
पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि आखिर उसने क्यों और किस उद्देश्य से बच्ची का अपहरण किया। क्या उसके पीछे कोई गिरोह है? क्या यह वृन्दावन अपहरण मामला किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है?
एसपी ग्रामीण और डीएसपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस कार्रवाई अभी जारी है और हर एंगल पर गहनता से जांच की जा रही है।
इस घटना के बाद वृन्दावन और मथुरा क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो गए हैं। आश्रम क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है।
सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड कर रहा मथुरा बच्ची अपहरण मामला
घटना सामने आने के बाद मथुरा बच्ची अपहरण सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। नागरिकों और समाजसेवियों ने पुलिस की तेजी की सराहना की लेकिन साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की।
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मथुरा बच्ची अपहरण किस दिन हुआ था?
यह घटना 12 नवंबर की शाम को वृन्दावन के गौरी गोपाल आश्रम में हुई थी।
क्या बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया गया?
हाँ, बच्ची को झांसी से सकुशल मुक्त करा लिया गया और उसे परिवार को सौंप दिया गया।
पुलिस आरोपी तक कैसे पहुंची?
आश्रम में लगे सीसीटीवी फुटेज, ऑटो की ट्रैकिंग और तकनीकी सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची।
क्या मथुरा बच्ची अपहरण मामले में आगे जांच जारी है?
हाँ, पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और सभी संभावित पहलुओं की गहन जांच जारी है।