उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से सामने आया यह मामला सोशल मीडिया के दुरुपयोग, डिजिटल ब्लैकमेलिंग और भावनात्मक ठगी की खतरनाक तस्वीर पेश करता है। यहां की एक युवती ने सोशल मीडिया के जरिए आंध्र प्रदेश के युवक को पहले अपने जाल में फंसाया, फिर उससे लाखों रुपये ऐंठे और अंततः शादी के बाद जेवर लेकर फरार हो गई। पीड़ित युवक अब दर-दर भटकते हुए पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है।
ट्विटर से शुरू हुई पहचान, केम शो ऐप तक पहुंचा मामला
आंध्र प्रदेश के बेल्लारी जिले के चेर्लोपल्ली थाना क्षेत्र अंतर्गत रघुनाथपुरम गांव निवासी भरत कुमार कर्नाटक की एक निजी कंपनी में कार्यरत है। वर्ष 2021 में भरत के ट्विटर अकाउंट पर देवरिया की एक युवती का संदेश आया। बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा और जल्द ही युवती ने उसे एक अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (केम शो ऐप) पर जोड़ लिया।
आरोप है कि युवती प्रतिदिन लगभग 10 सेकेंड का न्यूड वीडियो युवक को दिखाती थी और इसके बदले उससे हर बार 1,000 रुपये वसूलती थी। धीरे-धीरे यह सिलसिला आदत और फिर भावनात्मक जुड़ाव में बदल गया। भरत युवती के प्रेम जाल में पूरी तरह फंस चुका था।
लखनऊ और गोरखपुर की मुलाकातें, फिर शादी का दबाव
साल 2022 में युवती के बुलावे पर भरत लखनऊ पहुंचा। दोनों एक होटल में तीन दिन तक साथ रहे। इसके बाद वे गोरखपुर भी गए। इस दौरान युवती ने शादी का दबाव बनाना शुरू कर दिया। भरत ने युवती की बड़ी बहन से भी विवाह को लेकर बातचीत की।
मार्च 2025 में युवती आंध्र प्रदेश पहुंची, जहां दोनों ने पहले मंदिर में विवाह किया और फिर कोर्ट मैरिज भी की। इस पूरे दौर में युवती भरत से लगातार पैसों की मांग करती रही और उसके खाते से लगभग 5 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए।
शादी के बाद तीन महीने साथ रही, फिर जेवर लेकर फरार
शादी के बाद युवती करीब तीन महीने तक भरत के साथ पति-पत्नी की तरह रही। इसी दौरान वह किसी अन्य युवक से मोबाइल पर बातचीत करने लगी। जब भरत ने इस पर आपत्ति जताई, तो विवाद शुरू हो गया।
भरत के अनुसार, एक दिन वह ड्यूटी से लौटा तो युवती घर पर नहीं थी। जांच करने पर पता चला कि वह उसकी मां की करीब 60 ग्राम वजन की सोने की चेन लेकर फरार हो चुकी है।
देवरिया पहुंचने पर धमकी, पुराने मामलों का खुलासा
युवती की तलाश में भरत अपनी मां के साथ देवरिया पहुंचा। युवती के घर जाने पर वहां मौजूद परिजनों ने उसे मारपीट और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। मजबूर होकर भरत ने पत्रकारों के सामने अपनी पूरी आपबीती रखी।
भरत का दावा है कि देवरिया पहुंचने पर उसे जानकारी मिली कि युवती इससे पहले भी तीन शादियां कर चुकी है और उसके खिलाफ कोर्ट में मामले लंबित हैं। लोगों को प्रेम और शादी के नाम पर फंसाकर पैसे ऐंठना ही उसका कथित तरीका रहा है।
पीड़ित युवक का कहना है कि अब उसे युवती के साथ कोई संबंध नहीं चाहिए, वह केवल अपनी मेहनत की कमाई और मां के जेवर वापस चाहता है।
पाठकों के सवाल – सीधे जवाब
▶ क्या यह मामला साइबर ठगी की श्रेणी में आता है?
हां, यह मामला साइबर ठगी, डिजिटल ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है, जिसमें आईटी एक्ट और आईपीसी की कई धाराएं लागू हो सकती हैं।
▶ क्या कोर्ट मैरिज होने के बाद भी ठगी का केस बनता है?
यदि यह साबित हो जाए कि शादी धोखे, ब्लैकमेल या गलत मंशा से की गई थी, तो ठगी और अन्य आपराधिक धाराएं लागू हो सकती हैं।
▶ ऐसे मामलों से बचने के लिए क्या सावधानी जरूरी है?
अनजान लोगों से निजी वीडियो साझा न करें, पैसों का लेन-देन न करें और किसी भी भावनात्मक दबाव में कानूनी सलाह के बिना शादी जैसे निर्णय न लें।







