
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला कस्बे से उठी यह खबर पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है।
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामले ने न सिर्फ सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी,
बल्कि स्वास्थ्य विभाग के भीतर भी अनुशासन और नैतिकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कांधला में तैनात एक सरकारी डॉक्टर का युवती के साथ डांस करता वीडियो
तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें डॉक्टर बनियान और लोवर पहने नजर आ रहे हैं और युवती उनके साथ
बॉलीवुड गाने की धुन पर ठुमके लगाती दिख रही है।
कैसे शुरू हुआ कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल विवाद?
बताया जा रहा है कि वायरल हुआ यह वीडियो अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर बने ड्यूटी रूम या सरकारी क्वार्टर का है।
वीडियो में साफ दिखता है कि डॉक्टर आरामदेह कपड़ों में हैं और युवती उनके साथ मस्ती भरे अंदाज़ में डांस कर रही है।
जैसे ही यह कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल हुआ,
सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ देनी शुरू कर दीं।
कई लोगों ने इसे सरकारी अस्पताल की गरिमा के खिलाफ बताया, तो कुछ ने इसे डॉक्टर की निजी ज़िंदगी का मामला करार दिया।
यूपी –
शामली जिले के एक सरकारी अस्पताल के ड्यूटी रूम में डॉक्टर का डांस, CMO ने नोटिस देकर जवाब मांगा !!कहा जा रहा है कि डॉक्टर अफकार सिद्दीकी सगाई की खुशी में डांस कर रहे हैं और साथ में डांस करने वाली उनकी मंगेतर है। pic.twitter.com/q7FWRs7xdV
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 21, 2025
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल
मामले वाला यह डांस कथित तौर पर ड्यूटी के समय अस्पताल परिसर के अंदर ही किया गया।
यही वजह है कि मामला और अधिक गंभीर माना जा रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि वीडियो में दिख रही युवती
डॉक्टर की मंगेतर हो सकती है, लेकिन इस दावे की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
फिर भी, सरकारी अस्पताल की इमारत और सरकारी क्वार्टर का इस्तेमाल ऐसे निजी पलों के लिए किया जाना
स्वास्थ्य विभाग के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है।
डॉक्टर और युवती की नज़दीकियां बनीं विवाद की वजह
वीडियो में डॉक्टर और युवती दोनों बेहद सहज और निजी अंदाज़ में दिखाई देते हैं।
उनके बीच की नज़दीकियां साफ इशारा करती हैं कि यह एक निजी पल था, जो किसी न किसी तरह
मोबाइल कैमरे में कैद होकर बाहर आ गया। लेकिन चूँकि इस पूरे प्रकरण को
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल के नाम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है,
इसलिए इसे महज़ निजी मामला मानकर नज़रअंदाज़ करना विभाग के लिए आसान नहीं रह गया।
लोगों की आपत्ति का मुख्य आधार यह है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्र एक ऐसी जगह है,
जहां मरीजों की ज़िंदगी, इलाज और स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोपरि होते हैं।
ऐसे में उसी परिसर में इस तरह की गतिविधियाँ होने से
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल विवाद ने और तूल पकड़ लिया है।
सीएचसी अधीक्षक का एक्शन: नोटिस, स्पष्टीकरण और क्वार्टर खाली
जब यह कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामला
अस्पताल प्रशासन के संज्ञान में आया, तो सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक
डॉ. वीरेंद्र सिंह ने तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने आरोपी डॉक्टर को नोटिस जारी करते हुए
पूरे प्रकरण पर विस्तृत स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही, उच्चाधिकारियों से मिले निर्देशों के बाद
डॉक्टर का सरकारी क्वार्टर तत्काल खाली करा लिया गया।
डॉ. वीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कहा कि—
“यह वीडियो अस्पताल की गरिमा और मर्यादा के पूरी तरह विपरीत है।
सरकारी स्वास्थ्य केंद्र एक पवित्र स्थान है जहां मरीजों का इलाज होता है,
न कि निजी पार्टियों या डांस की जगह।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल
मामले की रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेज दी गई है और आगे की कार्रवाई विभागीय स्तर पर तय होगी।
इस बीच, अस्पताल स्टाफ के बीच भी यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
सीएमओ स्तर पर जांच शुरू, सख्त कार्रवाई के संकेत
इधर, शामली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने भी
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए
जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक,
एक टीम गठित करके यह जांच की जा रही है कि—
- क्या वीडियो वाकई ड्यूटी के समय रिकॉर्ड किया गया?
- क्या अस्पताल परिसर और सरकारी संपत्ति का दुरुपयोग हुआ?
- क्या यह आचरण सेवा नियमों और मेडिकल एथिक्स के खिलाफ है?
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर जांच में यह साबित हो जाता है कि
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामला नियमों के उल्लंघन से जुड़ा है,
तो संबंधित डॉक्टर के खिलाफ निलंबन, स्थानांतरण या अन्य कड़ी विभागीय कार्रवाई की जा सकती है।
इस घटना ने प्रदेश भर के सरकारी डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए एक तरह से चेतावनी का काम किया है।
सरकारी अस्पतालों की साख पर सवाल
गौर करने वाली बात यह है कि पिछले कुछ वर्षों में कई बार ऐसा हुआ है,
जब किसी सरकारी डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी का डांस, पार्टी या आपत्तिजनक हरकतों वाला वीडियो वायरल हुआ हो।
हर बार विभाग को सफ़ाई देनी पड़ी है और छवि की क्षति को संभालना पड़ा है।
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल प्रकरण ने एक बार फिर
सरकारी अस्पतालों की साख और अनुशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आम लोगों का कहना है कि जब अस्पतालों में डॉक्टर ही इस तरह
ड्यूटी समय में या सरकारी परिसर में निजी मौज-मस्ती करते दिखेंगे,
तो आमजन का भरोसा कैसे मजबूत रहेगा?
इसी वजह से कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल
मामला सोशल मीडिया में भी तेजी से ट्रोलिंग और आलोचना का कारण बना हुआ है।
डॉक्टर की सफाई क्या हो सकती है?
अब तक आरोपी डॉक्टर की ओर से कोई औपचारिक सार्वजनिक बयान सामने नहीं आया है,
हालांकि उन्होंने विभाग को लिखित स्पष्टीकरण भेजा है, जो जांच का हिस्सा माना जा रहा है।
डॉक्टर यह तर्क दे सकते हैं कि कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल
क्लिप उनकी निजी ज़िंदगी का हिस्सा है, जिसे बिना इजाज़त रिकॉर्ड और वायरल किया गया।
लेकिन चूँकि यह सब कथित तौर पर सरकारी क्वार्टर या ड्यूटी रूम में हुआ,
इसलिए बात यहीं आकर उलझ जाती है कि क्या सरकारी परिसर में इस प्रकार की निजी गतिविधि उचित है?
कुछ कानूनी जानकारों का मानना है कि यदि यह साबित हो जाए कि
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल घटना
ड्यूटी के बाद के समय की है और किसी मरीज की सेवाएं बाधित नहीं हुईं,
तो मामला अनुशासनात्मक तो रहेगा, लेकिन उसकी गंभीरता कम हो सकती है।
फिर भी, सरकारी संपत्ति और पद की गरिमा का प्रश्न अपनी जगह कायम रहेगा।
पूरा प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के लिए सबक
कुल मिलाकर देखा जाए तो कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल विवाद
सिर्फ एक वीडियो भर का मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे सिस्टम के लिए एक बड़ा सबक है।
सरकारी स्वास्थ्य संस्थान सिर्फ इमारतें नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और विश्वास के केंद्र होते हैं।
यहां काम करने वाले डॉक्टर और कर्मचारी समाज के लिए रोल मॉडल माने जाते हैं।
ऐसे में उनके आचरण में छोटी सी चूक भी बड़े विवाद का रूप ले लेती है।
इस मामले के बाद से विभिन्न जिलों के अस्पतालों में भी प्रशासन
कर्मचारियों की गतिविधियों पर अधिक नजर रख रहा है।
एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल केस के बाद
संभावित तौर पर विभाग आंतरिक निगरानी और अनुशासन संबंधी नियमों को और सख्त कर सकता है।
फिलहाल, पूरे प्रकरण पर नजरें इस बात पर टिकी हैं कि जांच के बाद
डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है और क्या यह
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामला
भविष्य में ऐसे घटनाक्रमों पर रोक लगाने के लिए उदाहरण बन पाएगा या नहीं।
क्लिक करें और जवाब देखें — अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामला क्या है?
यह मामला शामली जिले के कांधला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां एक सरकारी डॉक्टर का युवती के साथ डांस करता वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे अब कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामले के रूप में जाना जा रहा है।
क्या डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है?
जी हां, डॉक्टर को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनका सरकारी क्वार्टर खाली कराया गया है और कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल प्रकरण की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है।
क्या वीडियो ड्यूटी समय में रिकॉर्ड हुआ था?
इस समय यही जांच की मुख्य कड़ी है। सीएमओ स्तर पर गठित टीम यह पता लगा रही है कि कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल वीडियो ड्यूटी के दौरान शूट हुआ या ड्यूटी के बाद।
क्या युवती डॉक्टर की मंगेतर बताई जा रही है?
कुछ स्थानीय लोगों का दावा है कि वायरल वीडियो में दिख रही युवती डॉक्टर की मंगेतर हो सकती है, लेकिन कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामले में विभाग ने इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
डॉक्टर के खिलाफ क्या-क्या कार्रवाई संभव है?
अगर जांच में सेवा नियमों और नैतिकता के उल्लंघन की पुष्टि होती है, तो कांधला सीएचसी डॉक्टर वीडियो वायरल मामले में डॉक्टर का निलंबन, स्थानांतरण या अन्य विभागीय दंड भी संभव है।