
लखनऊ: उत्तर प्रदेश इस समय कड़ाके की ठंड, गलन और घने कोहरे की गिरफ्त में है। हालात ऐसे हैं कि
दिन में धूप निकलने के बावजूद ठंड का असर कम नहीं हो रहा, जबकि रातें कंपकंपा देने वाली साबित हो रही हैं।
सड़कों पर दृश्यता घटने से आम जन-जीवन, यातायात और कामकाज पर सीधा असर दिख रहा है।
❄️ तापमान में भारी गिरावट, शीत दिवस जैसे हालात
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है,
जबकि अधिकतम तापमान भी सामान्य से 6 से 9 डिग्री तक कम बना हुआ है।
बुलंदशहर, बस्ती और आसपास के क्षेत्रों में रातें सबसे ज्यादा सर्द रहीं।
🌫️ घने से अत्यंत घने कोहरे का व्यापक अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा अपडेट के अनुसार पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से में
घना से अत्यंत घना कोहरा छाने की संभावना बनी हुई है।
- घना से बहुत घना कोहरा: लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, मुरादाबाद
- पूर्वांचल प्रभावित जिले: वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती
- तराई व मध्य यूपी: गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर
- पश्चिमी यूपी: सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर
🚨 ऑरेंज और रेड अलर्ट, यातायात पर असर
घने कोहरे को देखते हुए मौसम विभाग ने कई संवेदनशील जिलों के लिए ऑरेंज और
कुछ क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया है।
दृश्यता घटकर 50 से 100 मीटर तक रहने की आशंका है, जिससे सड़क, रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।

🌬️ आगे क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 से 48 घंटे तक ठंड और कोहरे से राहत की संभावना कम है।
हालांकि इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी और कोहरे के घनत्व में
कमी आ सकती है।
❓ जनता के सवाल – मौसम पर सीधे जवाब
▶ क्या स्कूलों के समय में बदलाव हो सकता है?
हाँ, जिला प्रशासन स्थानीय हालात के अनुसार समय में बदलाव या अवकाश का निर्णय ले सकता है।
▶ सबसे ज्यादा खतरा किन लोगों को है?
बुज़ुर्ग, बच्चे, बीमार और खुले में काम करने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
▶ वाहन चलाते समय क्या करें?
फॉग लाइट का प्रयोग करें, धीमी गति रखें और अनावश्यक यात्रा से बचें।







