
अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट
हरदोई। ब्लॉक बावन के ग्राम बेहटा धीरा में लंबे समय से जारी सफाई व्यवस्था की लापरवाही पर आखिरकार प्रशासन हरकत में आया। ग्रामीणों द्वारा लगातार उठाई जा रही समस्या तथा छोटेलाल गुप्ता की शिकायत और समाचार दर्पण में प्रकाशित रिपोर्ट के बाद खण्ड विकास अधिकारी (ब्लॉक बावन) ने तत्काल संज्ञान लेते हुए सफाई कर्मचारी को मौके पर भेजने का निर्देश दिया। इस कदम ने न केवल गाँव की स्थिति सुधारी, बल्कि वर्षों बाद साफ-सुथरा वातावरण देखकर ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे। यह संपूर्ण घटनाक्रम न केवल प्रशासनिक सक्रियता का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब वास्तविक समस्याओं को सामने लाया जाए तो व्यवस्था अवश्य बदलती है।
शिकायत पर त्वरित कार्रवाई से ग्रामीणों का विश्वास बढ़ा
ग्राम बेहटा धीरा में लंबे समय से सफाई कर्मचारी के नियमित रूप से कार्य न करने की शिकायतें उठ रही थीं। हालाँकि स्थिति तब बदली जब ग्रामीणों की पीड़ा को ध्यान में रखते हुए छोटेलाल गुप्ता ने इस विषय को गंभीरता से उठाया और इसकी सूचना प्रशासन तथा समाचार दर्पण दोनों तक पहुंचाई। जैसे ही यह समस्या समाचार में प्रकाशित हुई, उसी समय खण्ड विकास अधिकारी बावन ने शिकायत को सत्यापित कर तत्काल कदम उठाए। उन्होंने सफाई कर्मचारी शिवकुमार राजकुमार को तुरंत प्रभाव से सफाई कार्य करने का निर्देश दिया।
वर्षों बाद दिखी वास्तविक सफाई—गांव में उत्साह
निर्देश मिलते ही ग्रामीण क्षेत्र में सफाई शुरू हुई। प्राथमिक विद्यालय के आसपास जो जगह पहले गंदगी से अटी पड़ी थी, वहाँ वर्षों बाद साफ-सुथरा वातावरण दिखाई दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, क्योंकि रास्ते में कीचड़ और कूड़ा एक आम समस्या बन चुका था। सफाई होने के बाद बच्चों को राहत मिली है और अभिभावकों ने भी सकून की सांस ली है।
सफाई कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों ने खण्ड विकास अधिकारी का धन्यवाद किया और विशेष तौर पर छोटेलाल गुप्ता की सराहना की, जिन्होंने इस मुद्दे को सही मंच तक पहुंचाया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय-समय पर ऐसी सक्रियता जारी रहे तो गाँव की स्थिति पूरी तरह बदल सकती है।
समाचार दर्पण की रिपोर्ट का असर—प्रशासन ने माना मीडिया की भूमिका
इस पूरे प्रकरण में समाचार दर्पण की रिपोर्ट ने अहम भूमिका निभाई। ग्रामीणों ने भी स्वीकार किया कि यदि मीडिया लगातार उनकी समस्याओं को उजागर न करे, तो कई बार शिकायतें वर्षों तक दब जाती हैं। इस बार रिपोर्ट प्रकाशित होते ही प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत सुधारात्मक कदम उठाया।
ग्रामीणों ने जताया आभार, आगे भी समाधान की उम्मीद
गाँव के लोगों ने कहा कि यह कार्रवाई केवल सफाई तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि अन्य मूलभूत सुविधाओं पर भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। ग्रामीणों ने यह भी उम्मीद जताई कि जिस तरह छोटेलाल गुप्ता ने उनकी समस्या को सामने रखा, उसी तरह आगे भी गाँव की आवाज बनकर वे कार्य करते रहेंगे।
साथ ही उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने बिना देरी किए शिकायत को गंभीरता से लेते हुए समस्या का समाधान करवाया।
ग्राम बेहटा धीरा से संबंधित यह मामला यह सिद्ध करता है कि जब प्रशासनिक स्तर पर तत्परता दिखाई जाती है, तो समस्याएँ पल भर में हल हो सकती हैं। खण्ड विकास अधिकारी बावन, छोटेलाल गुप्ता, तथा समाचार दर्पण की भूमिका ने ग्रामीणों में नया विश्वास पैदा किया है। सफाई कार्य से बच्चों व ग्रामीणों को जो राहत मिली है, वह वास्तव में प्रशासनिक सफलता की मिसाल है।
❓ क्लिक करिए और जवाब देखिए (FAQ)
बेहटा धीरा में सफाई कब शुरू की गई?
खण्ड विकास अधिकारी द्वारा शिकायत का संज्ञान लेते ही उसी दिन सफाई कार्य शुरू कराया गया।
शिकायत किसने दर्ज कराई थी?
ग्रामीणों की ओर से शिकायत छोटेलाल गुप्ता द्वारा दर्ज कराई गई थी।
सफाई कर्मचारी को क्या निर्देश मिले?
सफाई कर्मचारी शिवकुमार राजकुमार को तत्काल प्रभाव से सफाई कार्य करने के निर्देश दिए गए।
क्या सफाई से ग्रामीण संतुष्ट हैं?
हाँ, वर्षों बाद साफ-सफाई देखकर ग्रामीण बेहद उत्साहित और संतुष्ट दिखाई दिए।






