
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
मऊ (उत्तर प्रदेश): दीपावली की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब मऊ के सहादतपुरा स्थित एक शॉपिंग मॉल में अचानक आग लग गई। यह हादसा इतना भीषण था कि कुछ ही मिनटों में पूरा मॉल धुएं से भर गया और आसपास के इलाके में अफरातफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत अग्निशमन विभाग और पुलिस प्रशासन को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल की पांच गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सौभाग्य से किसी जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन कपड़ों के शो-रूम में रखे करीब एक लाख रुपए से अधिक का सामान जलकर राख हो गया।
सुबह की मॉर्निंग वॉक बनी ‘अलार्म बेल’
जानकारी के अनुसार यह हादसा सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ। सहादतपुरा इलाके में मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने देखा कि मऊ शॉपिंग मॉल से धुआं निकल रहा है। उन्होंने तुरंत थाना कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अग्निशमन विभाग को खबर दी और मौके पर पहुंचकर मॉल को खाली कराया। आस-पास के दुकानदार और स्थानीय निवासी भी मौके पर जुट गए। दीपावली के दिन बाजार में पहले से भीड़ रहने की संभावना थी, ऐसे में समय पर सूचना देना किसी बड़ी दुर्घटना को टाल गया।
पांच दमकल गाड़ियों ने संभाला मोर्चा
मऊ अग्निशमन विभाग के अधिकारी सुनील यादव ने बताया कि सूचना मिलते ही पांच दमकल वाहनों को रवाना किया गया। मॉल के द्वितीय तल पर आग लगी थी और पूरा परिसर घने धुएं से भर चुका था। दमकल कर्मियों ने जबरन बंद दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू में लिया। सुनील यादव ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी और तुरंत कार्रवाई न होती तो पूरी इमारत चपेट में आ सकती थी।
दीपावली के दिन बड़ी राहत की खबर
दीपावली के दिन मऊ शहर में यह हादसा चिंता का विषय जरूर बना, लेकिन राहत की बात यह रही कि समय पर दमकल विभाग के पहुंच जाने से एक बड़ी त्रासदी टल गई। शहरवासियों ने राहत की सांस ली कि त्योहार के दिन किसी की जान नहीं गई और मऊ बाजार एक बड़ी जन-धन हानि से बच गया।
आग से लाखों का नुकसान, जांच जारी
मॉल में मुख्य रूप से कपड़ों और घरेलू सामान की दुकानें थीं। आग लगने से ज्यादातर वस्त्र सामग्री जलकर खाक हो गई। अनुमान के मुताबिक करीब एक लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। पुलिस और फायर विभाग ने पूरे मॉल की तकनीकी जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आग किस स्थान से प्रारंभ हुई। फिलहाल, मऊ कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ा दी है।
स्थानीय लोगों ने की दमकल कर्मियों की सराहना
स्थानीय नागरिकों ने फायर ब्रिगेड की तत्परता की सराहना की। उन्होंने कहा कि अगर अग्निशमन दल थोड़ी भी देर करता, तो पूरा मॉल जलकर खाक हो सकता था। दीपावली जैसे शुभ पर्व पर यह हादसा सबको चिंतित कर गया, लेकिन साथ ही यह संदेश भी दे गया कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए।
शॉर्ट सर्किट से बढ़ते हादसे, प्रशासन हुआ सतर्क
हाल के महीनों में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। मऊ प्रशासन ने सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को विद्युत सुरक्षा मानकों का पालन करने का निर्देश दिया है। खासकर दीपावली के समय जब बिजली की लाइटिंग अधिक होती है, तब ऐसी घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। अग्निशमन विभाग ने व्यापारियों से अपील की है कि वे अपने मॉल और दुकानों में फायर एक्सटिंग्विशर और इमरजेंसी निकास व्यवस्था अनिवार्य रूप से रखें।
प्रशासन ने किया हालात का मुआयना
घटना की जानकारी मिलते ही मऊ जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मौके का मुआयना किया। उन्होंने आग बुझाने में लगे दल को सराहा और मॉल प्रबंधन को सख्त हिदायत दी कि विद्युत लाइन की जांच और सुरक्षा ऑडिट करवाया जाए। इसके साथ ही शहर के सभी बड़े शॉपिंग मॉल्स की फायर सेफ्टी जांच शुरू कर दी गई है।
दीपावली पर आग से बचाव के उपाय
फायर विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि दीपावली के मौके पर सजावट के लिए इस्तेमाल होने वाली लाइट्स और विद्युत उपकरणों को सावधानी से उपयोग करें। किसी भी खराब तार या खुले कनेक्शन को तुरंत बदलें। शॉर्ट सर्किट के कारण छोटी सी चिंगारी भी बड़े हादसे का रूप ले सकती है।
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आग कैसे लगी और कितनी देर में काबू पाया गया?
अग्निशमन अधिकारी सुनील यादव ने बताया कि आग मॉल के द्वितीय तल पर शॉर्ट सर्किट से लगी थी और करीब एक घंटे में पूरी तरह नियंत्रित कर ली गई।
कितना नुकसान हुआ और कौन-कौन प्रभावित हुआ?
आग से करीब एक लाख रुपए से अधिक का कपड़ों का सामान जल गया। सौभाग्य से किसी व्यक्ति की जान नहीं गई।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
मऊ प्रशासन ने सभी मॉल और दुकानों की फायर सेफ्टी जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य किया गया है।