
रिपोर्ट: हिमांशु मोदी
कामां: अपना घर सेवा समिति कामवन ने आज दिनांक 19 अक्टूबर 2025 को कोकिलावन स्थित अपना घर आश्रम में आवासित प्रभु जी के लिए 14वीं सब्जी सेवा का आयोजन सफलतापूर्वक किया। अपना घर सेवा समिति कामवन की पहल से लगभग 120 आवासित प्रभु जी को पौष्टिक सब्जियाँ उपलब्ध करायी गयीं और आश्रम में रहने वाले सभी जरूरतमन्दों को सम्मानपूर्वक आवश्यक सामग्री प्रदान की गयी।
अपना घर सेवा समिति कामवन का मिशन और लक्ष्य
अपना घर सेवा समिति कामवन का उद्देश्य सदैव से जरूरतमन्दों की निश्छल सेवा करना रहा है। अपना घर सेवा समिति कामवन मानता है कि प्रभु जी को प्रभु स्वरूप मान कर सेवा करना ही सच्ची मानवता है। इसीलिए अपना घर सेवा समिति कामवन माह के प्रथम और तृतीय रविवार को सब्जी की सेवा के प्रकल्प को जन सहयोग के साथ निरन्तरता से चलाता आ रहा है। समिति के सदस्यों का कहना है कि यह सेवा केवल वस्तु वितरण नहीं, बल्कि सम्मान और जुड़ाव की झलक है।
आज की 14वीं सब्जी सेवा की विस्तृत रूपरेखा
आज की सेवा में अपना घर सेवा समिति कामवन द्वारा पिकअप गाड़ी से एक बड़ी मात्रा में ताजी सब्जियाँ भेजी गयीं। अपना घर सेवा समिति कामवन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार पुजारी ने बताया कि कोकिलावन अपना घर आश्रम बझेरा भरतपुर की शाखा है जहाँ लगभग 120 प्रभु जी रहकर अपनी रोज़मर्रा की आवश्यकताओं में असमर्थ हैं। इसलिए अपना घर सेवा समिति कामवन ने सुबह- सुबह सब्जी भेजने का प्रबंध किया ताकि आश्रम व्यवस्थापक समय पर भोजन तैयार कर सकें।
सेवा में शामिल किये जाने वाले परिजनों और व्यापारियों का भी योगदान उल्लेखनीय रहा। अपना घर सेवा समिति कामवन ने स्थानीय सब्जी मंडी से सहयोग लेकर लागत को कम रखा और पूरा ध्यान रखा कि आवासित प्रभु जी को ताज़ा, स्वच्छ और पौष्टिक सामग्री मिले।
संगठित प्रयास और सामुदायिक सहभागिता
आज की सब्जी सेवा में हरिओम खंडेलवाल, सतीश सोंखिया, महेश सैनी, पंकज खंडेलवाल, पप्पू आढ़ती, मौनी खंडेलवाल सहित अनेक व्यापारियों और समिति सदस्यों ने हाथ मिलाया। समिति के संस्थागत ढाँचे ने यह सुनिश्चित किया कि सहयोग समय पर पहुँच जाए और वितरण व्यवस्थित तरीके से हो। यह सब कुछ अपना घर सेवा समिति कामवन के सक्रिय नेतृत्व और स्थानीय सहयोग के कारण संभव हुआ।
सेवा का दायरा — भोजन से लेकर स्वास्थ्य तक
अपना घर सेवा समिति कामवन सिर्फ सब्जी वितरण तक सीमित नहीं है। समिति आवासित प्रभु जी के लिए चाय-नाश्ता, दोपहर तथा रात्रि के भोजन के समुचित प्रबंध के साथ-साथ चिकित्सा, कपड़े और रहने-सहने की सुविधाओं का भी ध्यान रखती है। आज सेवा के दौरान आश्रम के लाभार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण, सफाई व्यवस्था की समीक्षा और छोटे-छोटे रख-रखाव कार्य भी किए गए। यह सब दिखाता है कि अपना घर सेवा समिति कामवन एक समग्र सेवा दृष्टिकोण अपनाता है।
भावनात्मक जुड़ाव और उत्सव विशेष संदेश
दीपावली के पावन अवसर पर समिति ने सभी आवासित प्रभु जी की मंगलकामना की और आशा व्यक्त की कि वे अपने बिछड़े परिवारों से पुनः मिलने का सुख पायें। समिति की यह संवेदनशील पहल यह संदेश देती है कि सिर्फ भौतिक सहायता ही नहीं, बल्कि सेवा के साथ भावनात्मक समर्थन भी आवश्यक है। यही कारण है कि अपना घर सेवा समिति कामवन के कार्यों को स्थानीय समुदाय में बहुत मान्यता मिली है।
समिति के सदस्यों ने बताया कि इस प्रकार की सब्जी सेवा केवल एक मात्र सामग्री वितरण नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक मानवीय जुड़ाव का प्रतीक है। सेवा के दौरान आवासित प्रभु जी के साथ समय बिताकर उनकी भावनात्मक आवश्यकताओं को समझा गया और उनकी दैनिक जरूरतों का एक ब्योरा तैयार किया गया। समिति कार्यकर्ताओं ने इस दौरान आश्रम के रखरखाव, सफाई और छोटे-मोटे मरम्मत कार्यों पर भी ध्यान दिया।
भविष्य की योजनाएँ
समिति भविष्य में और अधिक व्यापक सहयोग सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय संगठनों के साथ समन्वय बढ़ाने का मानस bana रही है। समिति का लक्ष्य है कि हर महीने अधिक से अधिक आवासित प्रभु जी तक पोषण, स्वास्थ्य और कपड़े जैसी आवश्यकताओं को पहुँचाया जाए। इसके अलावा समिति चिकित्सा शिविर, निःशुल्क दवाइयों का प्रबंध और समय-समय पर मनोवैज्ञानिक सहारा भी उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है।
समिति की यह 14वीं सेवा दर्शाती है कि समुदायिक समर्थन और समर्पण से कितनी प्रभावी सामाजिक सहायता प्रदान की जा सकती है। समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य संस्थाएँ व नागरिक भी इस सेवा में हाथ बढ़ाएँ ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग लाभान्वित हो सकें।
अपना घर सेवा समिति कामवन की ओर से सभी सहयोगियों, व्यापारियों और स्वयंसेवकों का हार्दिक धन्यवाद व्यक्त किया गया है। समिति आशा करती है कि स्थानीय समुदाय और प्रशासन का सहयोग निरन्तर बना रहेगा और इस प्रकार के मानवीय अभियानों को और अधिक मजबूती मिलेगी।
