संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
सुल्तानपुर। दिनांक 16 जुलाई 2025 दिन बुधवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री हिमांशु मालवीय के नेतृत्व में नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के लखनऊ नाका स्थित उदासीन संगत आश्रम गुरुद्वारा/मंदिर की बेशकीमती करोड़ों की संपत्ति के फर्जी बैनामे के प्रकरण पर वहां पर किराए पर व्यापार और निवास करने वाले व्यापारियों का समूह भाजपा महिला मोर्चा सुल्तानपुर की निवर्तमान जिला मंत्री मंजू सागर कसौधन के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा। डीएम को संबोधित शिकायती पत्र में समाजवादी पार्टी सुल्तानपुर के नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार अग्रहरि उर्फ राजू चौधरी तथा संतोष कुमार चौधरी व लोकनाथ अग्रहरि पर उदासीन संगत आश्रम गुरुद्वारे/मंदिर की संपत्ति जिसमें कई मकान व दुकान बने हुए हैं का फर्जी तरीके से बैनामा करके विक्रय करने का आरोप लगा है।
हिमांशु मालवीय ने बताया कि उक्त गुरुद्वारा/मंदिर 275 वर्ष पुराना निर्मित है जो यहां के शिलालेखों में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है।
मंजू सागर कसौधन ने बताया कि पिछले 6 महीने के भीतर 9 से 10 फर्जी बैनामे हुए है, सम्पत्ति के दो मकानों का जिसमें दुकान भी शामिल है का विक्रय किया जा चुका है
पहला नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के लखनऊ नाका रेलवे क्रॉसिंग के सामने स्थित खालसा लाउडस्पीकर सेंटर के मालिक सरदार जगदीप सिंह उर्फ राजू निवासी कृष्णानगर खैराबाद सुल्तानपुर और दूसरा दीपा शुक्ला पत्नी मनोज शुक्ला निवासी पुरानी हनुमान गढ़ी लखनऊ नाका सुल्तानपुर को किया गया है।
हरजीत कौर जो गुरुद्वारे/मंदिर के अंतर्गत बने आवासीय परिसर में किराए पर निवास करती है उन्होंने बताया कि गुरुद्वारे/मंदिर की कुल संपति की कीमत लगभग 20 से 25 करोड़ की है।
मनप्रीत सिंह ने कहा कि यह प्रकरण हिंदू/सिख आस्था और जनहित से जुड़ा हुआ है इसलिए उक्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है। चुकी कोई बैनामे दानपात्र विलेख द्वारा पत्नियों तथा भाई के नाम पर किए गए है।
उक्त मामले में सुल्तानपुर शहर के बीजेपी विधायक पूर्व मंत्री विनोद सिंह जी ने पत्र लिखकर प्रकरण को अत्यंत गंभीर बताया और उच्च स्तरीय जांच की मांग की और भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील कुम त्रिपाठी जी ने भी डीएम को पत्र लिखकर निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्यवाही की मांग की है।
इस मौके पर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री हिमांशु मालवीय, भाजपा महिला मोर्चा नि जिला मंत्री मंजू सागर कसौधन, चरणजीत सिंह, हरजीत कौर, भगवंत कौर, मनप्रीत सिंह, गुरुप्रीत सिंह, गुरूभोज सिंह, लक्की झा, राजकुमारी विश्वकर्मा, प्रमोद, महेश आदि मौजूद रहे।