छांगुर बाबा को लेकर सपा सांसद वीरेंद्र सिंह का हमला — कहा, ‘मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है’
रॉबर्ट वाड्रा को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप, दस साल की पूछताछ, फिर भी न चार्जशीट, न सबूत: सपा सांसद का हमला

संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने छांगुर बाबा मामले पर यूपी सरकार को घेरा। कहा, भाजपा सरकार जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है और राजनीतिक द्वेष के तहत कार्रवाई कर रही है।
🔴 सरकार मूल मुद्दों से ध्यान भटका रही है — वीरेंद्र सिंह
उत्तर प्रदेश के चंदौली से समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के मुद्दे को लेकर राज्य की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला जनता के असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश है, और भाजपा सरकार इसका राजनीतिक लाभ उठाकर हिंदू-मुस्लिम विभाजन को हवा देना चाहती है।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा —
“छांगुर बाबा का मामला अब कोर्ट में जाएगा। अगर कोर्ट उसे दोषी ठहराती है, तो हम भी उसका विरोध करेंगे। लेकिन अभी जिस तरह से माहौल बनाया जा रहा है, वह पूरी तरह से सियासी एजेंडे का हिस्सा है।”
🔄 न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान, लेकिन सरकार की मंशा पर सवाल
वीरेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी न्याय प्रक्रिया का पूर्ण सम्मान करती है। यदि किसी व्यक्ति ने कानून का उल्लंघन किया है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए। लेकिन, सरकार जांच एजेंसियों को अपने इशारे पर नचाकर पूरे मामले को राजनीतिक मोड़ देने का प्रयास कर रही है।
सांसद ने कहा —
“हिंदू-मुसलमान करके समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। यह भाजपा की पुरानी चाल है।”
🧾 रॉबर्ट वाड्रा पर कार्रवाई को लेकर भी केंद्र पर निशाना
छांगुर बाबा मुद्दे के साथ-साथ वीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चल रही केंद्र सरकार की कार्रवाई पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा पिछले 10 वर्षों से रॉबर्ट वाड्रा को बेवजह परेशान कर रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई है।
उन्होंने कहा कि—
“वाड्रा पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे सभी वैध व्यापारिक सौदे हैं। सारे दस्तावेज सरकार के पास हैं और टैक्स भी चुका दिया गया है। अगर ऐसा ही अपराध है, तो देश के सभी रियल एस्टेट डीलर भी अपराधी हैं।”
🏛️ “राजनीतिक द्वेष का मामला है, कोई घोटाला नहीं”
वीरेंद्र सिंह ने दो टूक कहा कि यह मामला किसी घोटाले से जुड़ा हुआ नहीं, बल्कि यह केवल और केवल राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर आरोप इतने गंभीर हैं, तो अब तक कोई कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
“सिर्फ मीडिया में प्रचार कर जनता को गुमराह किया जा रहा है। भाजपा सरकार को अगर वास्तव में न्याय चाहिए, तो निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
🚨 सरकार विरोधियों को टारगेट कर रही है
सपा सांसद ने कहा कि वर्तमान सरकार का मुख्य एजेंडा विपक्षी नेताओं को टारगेट करना है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में विपक्ष के द्वारा उठाए गए जनहित के मुद्दों को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।
“नियम 377 के तहत हमने कई महत्वपूर्ण विषय उठाए, लेकिन सरकार ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। अधिकारियों का रवैया अलोकतांत्रिक हो गया है।”
🕋 धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर भी भाजपा पर निशाना
धर्मांतरण के मुद्दे पर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा इन घटनाओं को राजनीतिक रंग देकर हिंदू-मुस्लिम नफरत को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने छांगुर बाबा प्रकरण को इसी श्रेणी में रखा और कहा कि—
“अगर छांगुर बाबा सच में पूरे देश को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहता है, तो यह बयान हास्यास्पद है। ऐसी हैसियत रखने वाला व्यक्ति अगर खतरा है, तो सरकार उसे 5-10 साल से क्यों छोड़ रही थी?”
🌾कृषि संकट पर सरकार की चुप्पी पर सवाल
वीरेंद्र सिंह ने किसान मुद्दे को भी बड़े ही गंभीरता से उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में डीएपी खाद और यूरिया की भारी किल्लत है। किसान घंटों लंबी लाइन में खड़े रहते हैं, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल पा रही।
“सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं। जनता सवाल न पूछे, इसलिए ऐसे मुद्दे उछाले जा रहे हैं।”
मुद्दों से भटकाव और नफरत की राजनीति
वीरेंद्र सिंह के वक्तव्यों से साफ झलकता है कि सपा इस पूरे प्रकरण को साजिश और भटकाव की राजनीति मानती है। उनका मानना है कि भाजपा सरकार असली मुद्दों पर बात करने से बच रही है— किसान, बेरोजगारी, महंगाई जैसे ज्वलंत विषयों पर उसकी कोई रणनीति नहीं है। ऐसे में धार्मिक और व्यक्तिगत मामलों को उछाल कर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किया जा रहा है।