मुंबई क्राइम ब्रांच ने कानपुर से एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया को सकुशल छुड़ाया। छोटा शकील के नेटवर्क से जुड़े अपहरणकर्ताओं में 8 गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार। जानिए पूरा घटनाक्रम।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
मुंबई/कानपुर। मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर अपनी तेजतर्रार कार्यशैली का परिचय देते हुए उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफिया को सकुशल मुक्त करा लिया। यह कार्रवाई तब की गई जब यह माफिया, जो पहले से ही ड्रग तस्करी के मामलों में कुख्यात था, मुंबई के ड्रग्स और पैसों के विवाद के चलते अगवा कर लिया गया था। इस अपहरण की साजिश में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के भाई से जुड़े सरवर खान का नाम सामने आया है, जो इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
घटना की शुरुआत: अपहरण की साजिश
बीते सप्ताह, मुंबई के पश्चिमी उपनगरों से साजिद इलेक्ट्रिकवाला, जो कि एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग रैकेट के संचालन के लिए जाना जाता है, और उसका एक रियल एस्टेट एजेंट साथी अचानक लापता हो गए। बाद में पता चला कि इन दोनों का अपहरण सरवर खान के निर्देश पर किया गया था। सरवर, छोटा शकील के भाई अनवर का करीबी है और इसी नेटवर्क के लिए काम करता है।
अपहरणकर्ताओं ने पीड़ितों को अलग-अलग अज्ञात स्थानों पर ले जाकर उनके साथ मारपीट भी की। इसी बीच, साजिद का सहयोगी नवी मुंबई से किसी तरह भागने में सफल रहा और उसने मुंबई क्राइम ब्रांच को पूरे घटनाक्रम की सूचना दी।
मुंबई क्राइम ब्रांच की मुस्तैदी
सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच ने तुरंत ओशिवारा पुलिस स्टेशन में अपहरण का मामला दर्ज किया और एक विशेष जांच दल गठित किया। इस दौरान पुलिस को यह भी आशंका थी कि अपहरणकर्ता पीड़ित की हत्या कर सकते हैं। परंतु, कार्रवाई योग्य खुफिया सूचनाओं के आधार पर टीम ने कानपुर में देर रात एक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और ड्रग माफिया को सकुशल मुक्त करा लिया।
गिरफ्तारियां और बरामदगी
इस केस में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए लोगों में
सरवर खान, यूनुस पिल, मोहम्मद जेंडी, सतीश कदम, संतोष वाघमारे, मेहताब अली, राहुल सावंत शामिल हैं। इनमें चार आरोपित लखनऊ, दो मुंबई और दो कर्जत से पकड़े गए हैं।
पुलिस ने इनके पास से कई मोबाइल फोन और तीन में से दो कारें जब्त की हैं, जो अपहरण में इस्तेमाल की गई थीं।
कौन है सरवर खान?
सरवर खान, जो इस अपहरण का मास्टरमाइंड है, फिलहाल फरार है। वह छोटा शकील के भाई अनवर का बेहद करीबी है और ड्रग तस्करी से लेकर वसूली और अब अपहरण तक की गतिविधियों में संलिप्त रहा है। पुलिस को विश्वास है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इससे कई और अहम खुलासे हो सकते हैं।
ड्रग माफिया का आपराधिक इतिहास
मुक्त कराए गए ड्रग माफिया को पहले भी महाराष्ट्र एटीएस ने वर्ष 2015 में करोड़ों की एमडी ड्रग्स तस्करी के केस में गिरफ्तार किया था। यह व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेफेड्रोन जैसे सिंथेटिक ड्रग्स के वितरण में सक्रिय माना जाता है।
अभी क्या चल रहा है?
इस समय, पुलिस की टीमें मुख्य आरोपी सरवर खान की तलाश में हैं, और विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, अंडरवर्ल्ड और ड्रग माफिया के बीच गहरे संबंधों के और खुलासे होने की उम्मीद है।