देवरिया में जमीन विवाद से परेशान युवक ने डीएम ऑफिस के सामने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल आत्मदाह करने की कोशिश की। मौके पर पहुंचे लोगों और अधिकारियों ने बचाया, प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया, उत्तर प्रदेश – सोमवार को देवरिया जिले में एक सनसनीखेज घटना उस समय सामने आई जब एक युवक ने डीएम ऑफिस के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। हालांकि, मौके पर मौजूद लोगों और कचहरी परिसर में कार्यरत वकीलों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को बचा लिया और उसके हाथ से माचिस व मिट्टी का तेल छीन लिया गया।
जानकारी के अनुसार, युवक की पहचान देवरिया जिले के पुरवा गांव निवासी ललित गोपाल शर्मा के रूप में हुई है। वह सुबह लगभग सवा दस बजे जिला कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा और अचानक खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल आत्मदाह करने की कोशिश करने लगा। इससे पहले कि वह माचिस जला पाता, वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया।
जैसे ही इस घटना की जानकारी जिलाधिकारी दिव्या मित्तल को मिली, उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजने का निर्देश दिया। थोड़ी ही देर में सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी और कोतवाली प्रभारी डीके सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और ललित से पूछताछ शुरू की।
पूछताछ में ललित गोपाल शर्मा ने बताया कि वह अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करा रहा है, लेकिन विपक्षी पक्ष जबरन रोक रहा है। उसने यह भी बताया कि अदालत ने उसके पक्ष में आदेश पारित किया है, बावजूद इसके स्थानीय पुलिस और प्रशासन की ओर से उसे कोई मदद नहीं मिल रही।
उसने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस-प्रशासन विपक्षी का पक्ष ले रहे हैं और यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्मदाह कर लेगा। युवक ने यह भी कहा कि उसकी जमीन पर विपक्षी ने आंशिक कब्जा कर रखा है, जबकि बाकी बचे हिस्से पर वह निर्माण करना चाहता है, जिसमें भी रोड़ा अटकाया जा रहा है।
इस दौरान मौके पर पहुंचे एडीएम प्रशासन ने युवक को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और मामले में तत्काल कार्रवाई शुरू की गई।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आम आदमी को न्याय के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है। प्रशासन की ओर से आश्वासन मिला है, लेकिन अब देखना होगा कि पीड़ित को वास्तव में कितना न्याय मिल पाता है।