अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर GRP की चेकिंग के दौरान तीन महिलाओं के पास से ₹40 लाख की अफीम बरामद। STF और ANTF की कार्रवाई से तस्करी नेटवर्क का हुआ खुलासा। पढ़ें पूरी खबर।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर रविवार को कुछ ऐसा हुआ जिसने सुरक्षा एजेंसियों को भी चौंका दिया। सामान्य सी लगने वाली जीआरपी (GRP) की नियमित जांच इस बार एक बड़े तस्करी रैकेट के पर्दाफाश की वजह बन गई।
दरअसल, तीन महिलाएं स्टेशन पर दाखिल हुईं—चेहरे पर सहज मुस्कान, कदमों में पूरा आत्मविश्वास। लेकिन जब महिला पुलिसकर्मियों ने उनसे पूछताछ की और उनके पर्स की तलाशी ली, तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया। पर्स के भीतर से बरामद हुई 4 किलो अफीम, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत ₹40 लाख के आसपास बताई जा रही है।
संयुक्त कार्रवाई: STF और ANTF की मुस्तैदी
इस बड़ी कार्रवाई को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया। तस्करी में शामिल तीनों महिलाएं—शमिना बीबी, मझुनी बेगम और अजुफा बेगम—असम के कामरूप जिले की निवासी हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे ट्रेनों और बसों के ज़रिए मादक पदार्थों की तस्करी करती हैं। उन्हें केवल डिलीवरी का स्थान और समय बताया जाता है, लेकिन ग्राहक की पहचान गुप्त रखी जाती है।
नेटवर्क का खुलासा: असम से यूपी, बिहार तक फैला जाल
जांच में सामने आया कि यह गिरोह असम से अफीम की खेप लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों तक सप्लाई करता है। गिरोह के सदस्य तस्करी के लिए ट्रेनों, बसों और निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं ताकि पुलिस की निगाहों से बचा जा सके। यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय है और इसकी जड़ें गहरी हैं।
पुलिस का अगला कदम: जांच और सख्ती
GRP और STF की इस सफलता ने मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान को नई ऊर्जा दी है। पुलिस अब इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में लगी है। जांच का दायरा असम और उत्तर प्रदेश से आगे बढ़ाकर अन्य राज्यों तक भी बढ़ाया जा रहा है।
इसी के साथ, प्रशासन ने मादक पदार्थों की तस्करी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सतर्कता और कड़ी निगरानी से बड़ी से बड़ी आपराधिक साजिशों को नाकाम किया जा सकता है। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन पर हुई यह कार्रवाई मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ एक बड़ी जीत है, और इससे जुड़े अपराधियों को सख्त संदेश गया है—अब बच पाना आसान नहीं।