
कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी के एक पॉश इलाके में स्थित एक आलीशान और बहुमंजिला आवास का वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो सामने आते ही लोग हैरान हैं और लगातार सवाल उठा रहे हैं कि क्या वाकई यह एक कांस्टेबल का घर हो सकता है।
यह वीडियो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कोडीन-आधारित कफ सिरप की तस्करी से जुड़े नेटवर्क पर की गई कार्रवाई के दौरान सामने आया। बंगले का बाहरी और भीतरी ढांचा इतना भव्य है कि लगभग 40 हजार रुपये मासिक वेतन पाने वाले किसी सिपाही की आर्थिक हैसियत से यह कहीं अधिक प्रतीत होता है।
वायरल वीडियो देखें:
Look at this mansion in Sushant Golf City, one of Lucknow’s most posh locality.
It belongs to a UP Police constable, Alok Pratap Singh, now in custody for running a cough-syrup smuggling racket. An entry level man drawing barely ₹40,000 a month, yet living in a house that even… pic.twitter.com/rN04NbuRiy
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) December 12, 2025
कौन है बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह?
इस पूरे मामले के केंद्र में उत्तर प्रदेश पुलिस से बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह है। उसे 2 दिसंबर को राज्य टास्क फोर्स (STF) ने अवैध रूप से फेनसिडिल और अन्य कोडीन-आधारित कफ सिरप की तस्करी में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था।
जांच में सामने आया कि उसकी मुलाकात वाराणसी के कथित सरगना शुभम जायसवाल से आज़मगढ़ निवासी विकास सिंह के ज़रिए हुई थी। यहीं से यह अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क आकार लेने लगा।
ईडी की जांच और उठते सवाल
ईडी ने अब इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच तेज कर दी है। वायरल वीडियो ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों में भ्रष्टाचार और निगरानी व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
टैग्स: यूपी पुलिस, आलोक प्रताप सिंह, लखनऊ बंगला, कोडीन सिरप तस्करी, ईडी जांच, भ्रष्टाचार
मेटा डिस्क्रिप्शन: लखनऊ में यूपी पुलिस के बर्खास्त सिपाही के आलीशान बंगले का वीडियो वायरल, कोडीन सिरप तस्करी और ईडी जांच से जुड़ी पूरी रिपोर्ट।







