
अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया जिले के सहोदर पट्टी चौपाल में आज प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक सशक्त मंच तैयार हुआ, जब देवरिया जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ग्राम पंचायत पहुंचीं और ग्रामीणों की समस्याओं को बारीकी से सुना।
15 नवम्बर 2025 को आयोजित इस ग्राम चौपाल कार्यक्रम में न सिर्फ ग्रामीणों ने अपनी समस्याएँ रखीं, बल्कि प्रशासन ने त्वरित समाधान का भरोसा भी दिया।
सहोदर पट्टी चौपाल पिछले कुछ समय से क्षेत्र में सुशासन का प्रभावी माध्यम साबित हो रही है, और इस बार भी यही तस्वीर सामने आई।
ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी में आयोजित इस देवरिया जनसमस्याएँ सुनवाई चौपाल का उद्देश्य शासन की योजनाओं को ज़मीन तक पहुंचाने व ग्रामीणों को त्वरित समाधान उपलब्ध कराने का था।
देवरिया जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि चौपाल गांवों तक शासन की नीतियों को पहुँचाने का सबसे प्रभावी माध्यम है और इसका लाभ हर नागरिक तक पहुँचना चाहिए।
उन्होंने निर्देश दिया कि चौपाल में प्राप्त सभी प्रार्थनापत्रों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाए।
ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी में जनसमस्याओं की लंबी फेहरिस्त
ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी के ग्रामीणों ने ग्राम चौपाल कार्यक्रम के दौरान राजस्व से लेकर पेंशन, राशन, आवास, भूमिहीनता और बुनियादी सुविधाओं तक की समस्याएँ जिलाधिकारी के सामने रखीं।
देवरिया जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिए कि लोगों को समयबद्ध और पारदर्शी समाधान उपलब्ध कराया जाए।
आज की सहोदर पट्टी चौपाल में प्राप्त प्रार्थनापत्रों की संख्या पूर्व आयोजनों की तुलना में अधिक रही, जिससे यह संकेत मिलता है कि ग्रामीण इस संवाद-व्यवस्था पर भरोसा करते हैं।
सरकारी योजनाओं से संबंधित स्टॉल बने आकर्षण का केंद्र
चौपाल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों ने लोगों को योजनाओं की आसान जानकारी उपलब्ध कराई।
कृषि, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, राजस्व, खाद्य एवं रसद विभाग के स्टॉलों पर ग्रामीणों ने अपनी शंकाएँ दूर कीं।
सहोदर पट्टी चौपाल में आए किसानों ने विशेष रूप से कृषि संबंधित योजनाओं, सब्सिडी, फसल पंजीकरण तथा किसान सम्मान निधि से जुड़े सवाल पूछे।
देवरिया जनसमस्याएँ से संबंधित लगभग हर विभाग तक ग्रामीणों की पहुँच सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया।
देवरिया जिलाधिकारी ने स्टॉलों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं के लाभ में किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि ग्राम चौपाल कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन की वास्तविक जमीनी परीक्षा है।
पात्र लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और योजनाओं का लाभ वितरण
ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी में आयोजित इस सहोदर पट्टी चौपाल का उद्देश्य लोगों को सरकारी योजनाओं का तुरंत लाभ उपलब्ध कराना भी था।
कार्यक्रम में पात्र लाभार्थियों को विभिन्न योजनाओं के प्रमाणपत्र, पात्रता स्लिप, मंजूरी पत्र, स्वीकृति आदेश और सहायता राशि के दस्तावेज सौंपे गए।
कई बुजुर्गों को पेंशन पोर्टल की स्थिति बताई गई, जबकि आवास योजना में चयनित परिवारों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।
देवरिया जिलाधिकारी ने कहा कि योजनाओं की वास्तविक सफलता तभी मानी जाएगी जब लाभार्थी बिना किसी दलाल या देरी के उनका लाभ प्राप्त करें।
ग्राम चौपाल कार्यक्रम इसी लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अन्नप्राशन और गोदभराई संस्कार ने कार्यक्रम को बनाया भावनात्मक
सहोदर पट्टी चौपाल में इस बार सामाजिक और सांस्कृतिक माहौल भी देखने को मिला।
अन्नप्राशन व गोदभराई संस्कार आयोजित किए गए, जिनमें ग्राम पंचायत की महिलाएँ और परिवार बड़ी संख्या में शामिल हुए।
जिलाधिकारी ने नवजातों और माताओं को उपहार देकर उनके स्वस्थ भविष्य की कामना की।
स्वतंत्रता सेनानी के परिजन को सम्मान: गाँव में बढ़ा गौरव
ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी के चौपाल कार्यक्रम में देवरिया जिलाधिकारी ने आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानी के परिजन को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस दौरान ग्रामीणों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया, जिससे माहौल एकदम प्रेरक बन गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों का त्याग हमारी सबसे बड़ी पूंजी है और उनका सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।
सहोदर पट्टी चौपाल में यह सम्मान समारोह कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण रहा।
वृक्षारोपण करके दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
चौपाल के दौरान विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया।
देवरिया जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने प्रत्येक महत्वपूर्ण अवसर पर एक पौधा अवश्य लगाएँ।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सहोदर पट्टी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अन्य गांवों के लिए उदाहरण बन सकता है।
शहीद सोना सोनार की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि
सहोदर पट्टी चौपाल में आने से पहले जिलाधिकारी ने आजाद चौराहा स्थित शहीद सोना सोनार की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि प्रशासन केवल विकास पर ही नहीं, बल्कि बलिदान की विरासत को संजोने पर भी समान रूप से केंद्रित है।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, विभागीय अधिकारी और ग्रामीणों की बड़ी उपस्थिति
देवरिया जनसमस्याएँ से जुड़े इस ग्राम चौपाल कार्यक्रम में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर श्रुति शर्मा, विभिन्न विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने कहा कि देवरिया जिलाधिकारी द्वारा लगातार गांवों में पहुंचकर समस्याएँ सुनने से लोगों का भरोसा बढ़ा है।
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सहोदर पट्टी चौपाल का मुख्य उद्देश्य क्या था?
मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं को सुनना, योजनाओं का लाभ देना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना था।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने क्या निर्देश दिए?
उन्होंने सभी प्रार्थनापत्रों का समयबद्ध और पारदर्शी निस्तारण करने के निर्देश दिए।
चौपाल में कौन-कौन सी योजनाओं का लाभ दिया गया?
पेंशन, आवास, राशन कार्ड, कृषि योजनाएँ, महिला एवं बाल विकास योजनाएँ सहित कई लाभ वितरित हुए।
क्या इस चौपाल में कोई सम्मान समारोह भी हुआ?
हाँ, स्वतंत्रता सेनानी के परिजन को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
क्या सहोदर पट्टी चौपाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए?
हाँ, अन्नप्राशन एवं गोदभराई संस्कार भी आयोजित किए गए।






