
🌿 पशु स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
सोनू करवरिया की रिपोर्ट
ग्राम पंचायत बहेरी (महुआ) में आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला का भव्य आयोजन हुआ। यह मेला न केवल पशु चिकित्सा का केंद्र बना, बल्कि ग्रामीण विकास और पशुपालन जागरूकता का प्रतीक भी बन गया। कार्यक्रम की शुरुआत पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन कुमार जैन द्वारा दीप प्रज्वलन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर पुष्प अर्पण के साथ की गई।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान अमर सिंह, विश्व हिंदू महासंघ गौरक्षा समिति के ब्लॉक अध्यक्ष पुष्पेन्द्र यादव, डॉ. रविकांत और डॉ. सुरेश बाबू राजपूत जैसे विशिष्ट अतिथियों ने गौ माता का पूजन कर पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला का शुभारंभ किया।
🩺 निःशुल्क जांच और दवा वितरण बना मेले का आकर्षण
कार्यक्रम में डॉ. सचिन कुमार जैन और उनकी टीम द्वारा सैकड़ों पशुओं की निःशुल्क जांच, इलाज और दवा वितरण किया गया। पशुपालकों ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला जैसे आयोजन से ग्रामीणों को सरकार की पशुपालन योजनाओं की जानकारी सरलता से मिलती है।
डॉ. जैन ने विस्तार से बताया कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम, कृत्रिम गर्भाधान योजना, और दूध उत्पादन बढ़ाने के वैज्ञानिक उपायों की जानकारी ग्रामीणों तक पहुँचाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला ग्रामीण अंचल में पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता में सुधार का प्रभावी माध्यम है।
🌾 पशुपालकों में दिखा उत्साह और भागीदारी
ग्राम पंचायत बहेरी के पशुपालक सुबह से ही अपने मवेशियों के साथ मेले में पहुँचे। गाय, भैंस, बकरी, और बछड़ों की जांच के लिए लंबी कतारें देखने को मिलीं।
ग्रामीणों ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला से उन्हें पशुओं में बीमारी पहचानने और सही इलाज कराने का भरोसा मिला है। कई पशुपालकों ने कहा कि इस तरह के आयोजन से पशुपालन अब अधिक लाभदायक पेशा बनता जा रहा है।
“पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला न केवल पशुओं के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाता है। जागरूक किसान ही सशक्त भारत की नींव रख सकता है।”
– ग्राम प्रधान अमर सिंह
🧬 सरकारी योजनाओं और तकनीकी मार्गदर्शन पर विशेष फोकस
मेले में उपस्थित पशु चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों ने पशुपालकों को रोग-प्रतिरोधक टीकाकरण, संतुलित आहार, और स्वच्छ गोशाला प्रबंधन की जानकारी दी।
डॉ. रविकांत ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला के माध्यम से विभाग ग्रामीणों तक सीधे पहुँच बना रहा है। उन्होंने कहा कि जब पशु स्वस्थ होंगे, तभी दुग्ध उत्पादन और आय में वृद्धि संभव है।
डॉ. सुरेश बाबू राजपूत ने कहा कि ऐसे आयोजनों से पशुपालन को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला वास्तव में “ग्रामीण समृद्धि का सेतु” है।
🐃 ग्राम पंचायत बहेरी में पशु आरोग्य मेले का सामाजिक संदेश
मेले के दौरान पर्यावरण और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया। गौ माता की पूजा के बाद ग्रामीणों ने “गाय हमारी माता है” का सामूहिक जयघोष किया।
बच्चों और महिलाओं ने भी इस अवसर पर भागीदारी निभाई। ग्रामीणों का कहना था कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला ने गाँव के हर तबके को पशु स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित किया है।
🧭 स्थानीय प्रशासन और पशुपालन विभाग का सहयोग सराहनीय
बहेरी ब्लॉक प्रशासन की ओर से कार्यक्रम में समुचित व्यवस्था की गई थी। साफ-सफाई, जल व्यवस्था, और दवा वितरण की निगरानी स्वयं डॉ. जैन कर रहे थे।
पशुपालकों को सरकार की योजनाओं के फॉर्म और बुकलेट्स भी दी गईं, ताकि वे आगे लाभ ले सकें।
यह प्रयास न केवल सरकारी योजनाओं के प्रचार का माध्यम बना, बल्कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला को ग्रामीण जनमानस से सीधे जोड़ने वाला कार्यक्रम बना दिया।
🌼 ग्रामीण समृद्धि का नया अध्याय
अंत में, ग्राम प्रधान अमर सिंह और सभी अतिथियों ने मिलकर मेले के सफल आयोजन के लिए डॉ. सचिन कुमार जैन और उनकी टीम को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हर गाँव में इस प्रकार के पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला का आयोजन होना चाहिए ताकि पशुपालन को आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बनाया जा सके।