
संवाददाता – जगदंबा उपाध्याय, आजमगढ़ मंडल
अभय तिवारी एंकर आजमगढ़ नाम आज उत्तर प्रदेश के युवा मंच संचालकों के बीच एक मिसाल बन चुका है। जिस तरह से उन्होंने बेहद कम उम्र में एंकरिंग के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है, वह आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। आजमगढ़ की यह धरा जहां हरिऔध, राहुल सांकृत्यायन और कैफ़ी आज़मी जैसे साहित्यिक महापुरुषों की जन्मभूमि रही, वहीं अब इसी भूमि ने अभय तिवारी जैसे प्रतिभाशाली युवा एंकर को जन्म दिया है, जिन्होंने मंच की दुनिया में आजमगढ़ का नाम रौशन कर दिया।
अभय तिवारी : आजमगढ़ की धरती से निकला एंकरिंग का चमकता सितारा
अभय तिवारी एंकर आजमगढ़ के मतौलीपुर गांव के निवासी हैं। कम उम्र में ही उन्होंने अपनी वाणी, आत्मविश्वास और मंच कौशल से वह पहचान बनाई, जिसे हासिल करने में कई लोगों की उम्र बीत जाती है। चाहे विद्यालय का समारोह हो, किसी सांस्कृतिक मंच का आयोजन या सरकारी कार्यक्रम — जब अभय तिवारी मंच पर होते हैं, तो दर्शक स्वतः आकर्षित हो जाते हैं। उनकी आवाज़ और शब्दों की गूंज हर बार कार्यक्रम को ऊंचाई पर पहुंचा देती है।
यही कारण है कि आज अभय तिवारी का नाम केवल आजमगढ़ में ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के एंकरिंग जगत में सम्मान से लिया जाता है। उनकी एंकरिंग शैली में जो आत्मीयता और जोश होता है, वह हर आयोजन को विशेष बना देता है।
जन्मदिन समारोह में उमड़ा जनसैलाब
13 अक्टूबर की शाम अभय तिवारी एंकर आजमगढ़ के जन्मदिन के अवसर पर पूरा जिला उनके सम्मान में स्नेह से सराबोर हो उठा। जहां एक ओर जे० डान वास्को स्कूल सहित कई शिक्षण संस्थानों में छात्रों और शिक्षकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं, वहीं दूसरी ओर रोडवेज स्थित श्री साईं होटल में उनका जन्मदिन अत्यंत धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर जिले की कई विशिष्ट हस्तियां मौजूद रहीं — सर्वोदय पब्लिक स्कूल के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद यादव, बाबा बैजनाथ जी पीजी कॉलेज के प्रबंधक संजय कुमार राय, बाबा भैरव नाथ जी इंटर कॉलेज के प्रबंधक हेमंत उपाध्याय, अभिभावक संघ के सचिव गोविंद दुबे और वरिष्ठ पत्रकार जगदंबा उपाध्याय समेत सैकड़ों लोग समारोह का हिस्सा बने।
कार्यक्रम में जब अभय तिवारी मंच पर पहुंचे तो पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि सोशल मीडिया पर दिनभर “अभय तिवारी एंकर आजमगढ़” ट्रेंड करता रहा।
अभय तिवारी के विचार : विनम्रता और आत्ममंथन का प्रतीक
अपने जन्मदिन पर अभय तिवारी एंकर आजमगढ़ ने सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने लिखा –
“मेरे जन्मदिवस पर हजारों संदेश, सैकड़ों पोस्ट और अनगिनत फोन कॉल्स ने मुझे भाव-विभोर कर दिया। आप सबके प्रेम ने इस दिन को विशेष बना दिया। मन प्रसन्न है कि जीवन का एक और वर्ष पूरा हुआ, पर साथ ही यह एहसास भी है कि समय तेजी से बीत रहा है। मैंने भले बहुत कुछ न कमाया हो, लेकिन आप सबका स्नेह मेरे लिए सबसे बड़ी पूंजी है। बस यही अनुरोध है कि यदि कभी मैं अपने कर्मपथ से भटकूं, तो आप मुझे सही दिशा दिखाएं।”
इस भावपूर्ण संदेश ने उनके प्रशंसकों को भावुक कर दिया। अभय तिवारी की यह सादगी और आत्ममंथन की भावना ही उन्हें भीड़ से अलग बनाती है।
एंकरिंग के क्षेत्र में नई मिसाल
अभय तिवारी एंकर आजमगढ़ ने अपने जुनून, मेहनत और निखरते व्यक्तित्व से साबित कर दिया कि प्रतिभा को किसी सिफारिश की जरूरत नहीं होती। उनके मंच संचालन की विशेषता यह है कि वे दर्शकों से तुरंत जुड़ जाते हैं। कार्यक्रम के विषय और वातावरण के अनुसार उनका अंदाज बदल जाता है — यही उन्हें “सच्चा मंच संचालक” बनाता है।
उत्तर प्रदेश के हर बड़े आयोजन में अब उनका नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है। स्कूल, कॉलेज, सरकारी मंच और सामाजिक संस्थाओं के कार्यक्रमों में अभय तिवारी का संचालन गुणवत्ता और गरिमा का पर्याय बन चुका है।
अभय तिवारी : प्रेरणा बनते युवा एंकर
आजमगढ़ के ग्रामीण परिवेश से निकलकर अभय तिवारी एंकर ने यह दिखाया कि समर्पण, संवाद और संकल्प से हर सपना पूरा हो सकता है। आज प्रदेश के हजारों युवा उन्हें देखकर एंकरिंग की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उनकी सफलता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि यदि आपमें आत्मविश्वास और लगन हो तो मंच खुद बुलाने लगता है।
🔹 मुबारक जन्मदिन:
आजमगढ़ के प्रतिभाशाली एंकर अभय तिवारी ने अपनी मेहनत, हाजिरजवाबी और प्रभावशाली एंकरिंग से उत्तर प्रदेश में पहचान बनाई। उनके जन्मदिन पर समाचार दर्पण परिवार की ओर से बहुत बहुत “शुभकामनाएं”