
ब्यूरो रिपोर्ट
सलेमपुर (देवरिया)। जनपद के प्रतिष्ठित विद्यालय जी एम एकेडमी में
बाल दिवस समारोह 2025 इस वर्ष विशेष उल्लास और रचनात्मकता के साथ मनाया गया।
पूरे परिसर में बच्चों की हंसी, उत्साह और मनमोहक प्रस्तुतियों ने ऐसा माहौल रचा कि
जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम की गूंज पूरे शहर में सुनाई देती रही।

विद्यालय प्रशासन, शिक्षकगण, अभिभावकों और छात्रों ने मिलकर इस दिन को अविस्मरणीय बना दिया।
इस वर्ष के बाल दिवस समारोह 2025 का मुख्य आकर्षण रहा—सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, प्रेरक भाषण,
रंगोली प्रदर्शन, खेल स्पर्धाएँ और देशभक्ति आधारित एक्ट।
मां सरस्वती और नेहरू जी की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन से हुई शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत जी एम एकेडमी की निदेशिका डॉ. संभावना मिश्रा द्वारा
मां सरस्वती एवं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित
करके की गई। जैसे ही दीप जला, पूरे सभागार में बाल दिवस समारोह 2025 की
पवित्रता और उत्साह का संचार हो उठा।

इसके बाद नन्हीं बच्ची चैत्राली जाधव ने अपनी मिठासभरी बोली में
बाल दिवस का महत्व बताते हुए कहा कि वह भी आगे चलकर देश का नेतृत्व करना चाहती है।
उसके संकल्प ने पूरे ऑडिटोरियम में तालियों की गड़गड़ाहट भर दी।
यही नहीं, अविका, अनन्या दीक्षित और आकांक्षा दुबे ने
जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम में अपनी प्रभावशाली प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
नन्हें-मुन्नों के नृत्य और गीतों ने बांधा समां
जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों ने एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य, संगीत, एक्ट और कविताओं की ऐसी श्रृंखला प्रस्तुत की कि हर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गया।
‘चंदा चमके चम-चम’, ‘मम्मा मैं स्कूल ना जाना’, ‘हम तो ऐसे भैया’ जैसे गीतों पर बच्चों ने पूरे मंच को सजा दिया।
विशेष रूप से शिवांग द्वारा महापुरुषों के पात्रों का मंचन बाल दिवस समारोह 2025 का यादगार हिस्सा बन गया।

प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी का प्रेरक संबोधन
विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में बच्चों को
समर्पण, अनुशासन, आधुनिकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा—
“उठो धरा के अमर सपूतों, पुनः नया निर्माण करो।”
यह पंक्ति जैसे ही सभागार में गूंजी, पूरा जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम
कर्तल ध्वनि से भर उठा।

बाल दिवस समारोह 2025 में खेल प्रतियोगिताओं का रोमांच
बाल दिवस समारोह 2025 की एक बड़ी खासियत रही—खेल प्रतियोगिताएँ।
कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, बैलून ब्लास्टिंग, म्यूजिकल चेयर और बाल कलेक्टिंग जैसी प्रतियोगिताओं ने बच्चों में उत्साह का संचार किया।
हर प्रतियोगिता में बच्चों की ऊर्जा और आत्मविश्वास झलक रहा था।
देशभक्ति और प्रेरक व्यक्तित्वों की वेशभूषा ने जीता दिल
जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्तों, वैज्ञानिकों और साहित्यिक
महापुरुषों की वेशभूषा धारण कर सबको चकित कर दिया।
- समृद्धि चौधरी – मिस यूनिवर्स
- नाव्या – सरोजिनी नायडू
- अंशिका – रानी लक्ष्मीबाई
- नियति – मेरी कॉम
- समृद्धि तिवारी – कल्पना चावला
- किंजल – सानिया नेहवाल
- प्रतीक – स्वामी विवेकानंद
- अश्वनी – भगत सिंह
- आर्यन – मदन मोहन मालवीय
इन बच्चों ने अपनी अभिनय शैली, वेशभूषा और आत्मविश्वास से बाल दिवस समारोह 2025
को नई चमक प्रदान की।
रंगोली, चित्रकला और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाया कार्यक्रम का आकर्षण
रंगोली और चित्रकला प्रदर्शनी जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम की जान रही।
बच्चों द्वारा बनाई गई रंगोलियों, पेंटिंग्स और थीम बेस्ड डिजाइनों ने पूरे समारोह को रंगीन बना दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार गुप्ता ने किया।
निदेशिका डॉ. संभावना मिश्रा ने सभी अध्यापकों और छात्रों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों को मिष्ठान और नमकीन वितरित कर
बाल दिवस समारोह 2025 को खुशियों के साथ सम्पन्न किया गया।
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प्रश्न 1: जी एम एकेडमी बाल दिवस कार्यक्रम 2025 की सबसे बड़ी खासियत क्या रही?
सबसे बड़ी खासियत नन्हें-मुन्ने बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ, खेल प्रतियोगिताएँ और प्रेरक भाषण रहे।
प्रश्न 2: बाल दिवस समारोह 2025 का उद्घाटन किसने किया?
उद्घाटन विद्यालय की निदेशिका डॉ. संभावना मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
प्रश्न 3: कार्यक्रम में कौन-कौन सी प्रतियोगिताएँ हुईं?
कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, म्यूजिकल चेयर, बैलून ब्लास्टिंग और बाल कलेक्टिंग शामिल रहीं।
प्रश्न 4: प्रधानाचार्य मोहन द्विवेदी ने बच्चों को क्या संदेश दिया?
उन्होंने कहा—“उठो धरा के अमर सपूतों, पुनः नया निर्माण करो” और बच्चों को आधुनिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने का संदेश दिया।









