
अनुराग गुप्ता की रिपोर्ट
सपा–बसपा पर हमला : संजय निषाद बोले – 18% निषाद जिसके साथ, जीत उसकी पक्की
उत्तर प्रदेश की सियासत में हर बयान चर्चा का विषय बन जाता है। ताजा बयान आया है निषाद पार्टी के प्रमुख और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का, जिन्होंने न सिर्फ सपा–बसपा पर निशाना साधा बल्कि अपनी ही सहयोगी पार्टी बीजेपी को भी नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि सरकार को “छुटभैया नेताओं” से दूरी बनानी चाहिए, क्योंकि यही 2024 के चुनाव में सीटें घटने की एक बड़ी वजह रही।
संजय निषाद का बड़ा बयान: बीजेपी को दी सीख
सीतापुर में मीडिया से बातचीत के दौरान कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि बीजेपी को 2027 और 2029 की तैयारी अभी से करनी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि “अगर पार्टी को जीत चाहिए तो उसे छुटभैया नेताओं से दूरी बनानी होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कुछ गड़बड़ी हो गई थी, जिसकी वजह से बीजेपी को उम्मीद से कम सीटें मिलीं।
यह बयान ऐसे समय आया है जब सपा–बसपा दोनों दल विपक्ष में अपनी जमीन मजबूत करने में जुटे हैं। संजय निषाद के इस बयान को कई राजनीतिक विश्लेषक एक “संकेत” के रूप में देख रहे हैं कि निषाद समाज की राजनीतिक स्थिति भविष्य के चुनाव में निर्णायक साबित हो सकती है।
आजम खान पर तंज, सपा–बसपा पर एक साथ वार
जब पत्रकारों ने उनसे आजम खान की रिहाई और “आजम खान 2.0 चैप्टर” के बारे में सवाल किया, तो संजय निषाद ने हंसते हुए कहा — “बहुत देर कर दी आते–आते।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि आजम खान चाहे पुरानी डाल यानी समाजवादी पार्टी (सपा) पर बैठें या नई डाल यानी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) पर, अब कोई फर्क नहीं पड़ता।
संजय निषाद का यह बयान सीधे तौर पर सपा–बसपा की राजनीति को लेकर था। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता जान चुकी है कि सपा–बसपा के शासन में कानून व्यवस्था कैसी थी और किस तरह अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। अखिलेश यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा,
“उनके समय में क्या होता था, सबको पता है। आज हमारी सरकार सभी को सुरक्षा दे रही है।”
निषाद समाज की ताकत पर भरोसा
कैबिनेट मंत्री ने इस बातचीत के दौरान अपनी राजनीतिक ताकत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा —
“18 प्रतिशत निषाद समाज जिसके साथ होगा, जीत उसी की होगी।
यह बयान न केवल बीजेपी बल्कि सपा–बसपा दोनों दलों के लिए भी एक राजनीतिक संदेश माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में निषाद समुदाय का प्रभाव कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाता है, खासकर पूर्वांचल में।
संजय निषाद ने यह भी कहा कि निषाद पार्टी हमेशा उस पक्ष के साथ खड़ी रहेगी जो समाज को सम्मान दे और गरीबों के अधिकारों की रक्षा करे।
सपा–बसपा पर तीखा हमला
संजय निषाद ने सपा–बसपा गठबंधन की राजनीति को “स्वार्थ का मेल” बताया। उन्होंने कहा कि जब भी सपा–बसपा मिलते हैं, तो उनका मकसद सिर्फ सत्ता हासिल करना होता है, जनता की भलाई नहीं।
उन्होंने कहा, “सपा–बसपा दोनों का इतिहास रहा है कि जब सत्ता में आते हैं तो जातिवाद और परिवारवाद हावी हो जाता है। आज बीजेपी सरकार में हर वर्ग को समान सम्मान और सुरक्षा दी जा रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव अब जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन लोग सपा–बसपा के पुराने दौर को भूल नहीं सकते।
ओमप्रकाश राजभर की नाराजगी पर बोले – “समय आने पर सब ठीक होगा”
पत्रकारों ने जब उनसे सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर की नाराजगी पर सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा, “समय आने पर सब सही हो जाएगा।”
राजभर की नाराजगी बिहार चुनाव के दौरान एनडीए गठबंधन में सीटें न मिलने को लेकर है।
हालांकि, संजय निषाद ने भरोसा जताया कि एनडीए परिवार में सबकुछ ठीक हो जाएगा और 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ निषाद पार्टी और राजभर की पार्टी मिलकर मैदान में उतरेगी।
सपा–बसपा पर दोहराया हमला, कहा – “सिर्फ भाषण नहीं, जनता का भरोसा ज़रूरी”
संजय निषाद ने कहा कि “सपा–बसपा सिर्फ भाषण और वादों की राजनीति करती हैं। न तो इनके पास विजन है और न ही जनता के लिए कोई ठोस योजना।”
उन्होंने कहा कि यूपी में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है और इसका सबसे ज्यादा फायदा आम जनता को मिल रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि “आज अपराधी डरते हैं और गरीब निडर होकर जी रहा है। यही अंतर है हमारी सरकार और सपा–बसपा की सरकारों में।”
सपा–बसपा का “तीसरा मोर्चा” सपना
संजय निषाद ने सपा–बसपा द्वारा तीसरे मोर्चे के निर्माण की बात पर कहा कि “तीसरा मोर्चा हो या चौथा, जनता अब ऐसे गठबंधनों से ऊब चुकी है। ये मोर्चे सिर्फ कुर्सी की राजनीति के लिए बनते हैं, न कि जनता की सेवा के लिए।”
उन्होंने कहा कि सपा–बसपा कभी एक नहीं रह सकते क्योंकि दोनों के एजेंडे अलग हैं। सपा सिर्फ यादव परिवार के हित में काम करती है और बसपा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है।
हमारी सरकार सबको सुरक्षा दे रही है – सपा के आरोपों पर पलटवार
अखिलेश यादव द्वारा राज्य सरकार पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय निषाद ने कहा कि अपराध के खिलाफ कार्रवाई पूरी पारदर्शिता से हो रही है।
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार सबको सुरक्षा दे रही है। सपा–बसपा के समय में अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था, जबकि अब अपराधियों को सजा दी जा रही है।”
संजय निषाद का यह बयान दो दिशाओं में गया — एक ओर उन्होंने बीजेपी को यह संदेश दिया कि संगठन में अनुशासन और एकता बनाए रखना जरूरी है, वहीं दूसरी ओर सपा–बसपा पर सियासी वार करके उन्होंने निषाद समाज की ताकत का प्रदर्शन भी किया।
राजनीतिक पंडितों का कहना है कि यह बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा है, जिसके ज़रिए निषाद समाज को केंद्र में लाने की कोशिश की जा रही है।
फिलहाल, संजय निषाद का यह बयान सियासी हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है और सपा–बसपा दोनों पार्टियां इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने से बच रही हैं।