
अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
सोनभद्र (उत्तर प्रदेश)। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक मां ने बेटे को चूल्हे में जलाया और फिर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोनभद्र की यह दर्दनाक खबर हर किसी के दिल को कंपा देने वाली है। मामला बभनी थाना क्षेत्र के आसनडीह ग्राम पंचायत के जोबेदह गांव का है, जहां एक 28 वर्षीय महिला ने मासूम की जान लेने के बाद खुद की जिंदगी भी खत्म कर ली।
घटना का पूरा विवरण – सोनभद्र की दिल दहला देने वाली खबर
बभनी थाना क्षेत्र में रहने वाली राजपति (पतिराज की पत्नी) बुधवार शाम अपने मायके से वापस ससुराल सोनभद्र लौटी थी। रात को सभी लोग खाना खाकर अपने-अपने कमरों में सो गए। राजपति भी अपने 10 महीने के दुधमुंहे बेटे के साथ कमरे में चली गई जबकि उसका बड़ा बेटा अपने मामा के साथ सोने गया था। देर रात जब सब गहरी नींद में थे, तब राजपति ने ऐसा कदम उठा लिया जिससे पूरा परिवार टूट गया।
मां ने बेटे को चूल्हे में जलाया, फिर खुद फांसी पर झूल गई
रात के सन्नाटे में महिला ने बेटे को चूल्हे की आग में डाल दिया और फिर घर के अंदर बड़ेर में साड़ी का फंदा लगाकर फांसी लगा ली। सुबह जब परिवार के लोग जागे तो उन्होंने जो दृश्य देखा, उससे पूरे गांव में कोहराम मच गया। राजपति का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था और पास में उसका मासूम बेटा चूल्हे में झुलसा हुआ पड़ा था।
गांव में पसरा मातम, पुलिस जांच में जुटी
इस सोनभद्र घटना की खबर मिलते ही मौके पर बभनी थाना पुलिस पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बभनी थाना प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल ने बताया कि घटना की जांच हर पहलू से की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर महिला ने ऐसा कदम क्यों उठाया। परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ जारी है।
महिला ने आत्महत्या क्यों की? जांच में कई सवाल
महिला ने बेटे को जलाया और खुद को फांसी लगाई — इस घटना के पीछे क्या कारण था, यह सवाल हर किसी के मन में है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजपति हाल ही में अपने मायके से लौटी थी और मानसिक रूप से तनाव में थी। हालांकि अभी तक किसी विवाद या कलह की पुष्टि नहीं हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सोनभद्र पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
लोगों ने कहा – यह मां नहीं, मजबूरी या मानसिक पीड़ा थी
जोबेदह गांव के लोगों ने बताया कि राजपति एक शांत स्वभाव की महिला थी और बच्चों से बहुत लगाव रखती थी। लेकिन बुधवार की रात जो हुआ, उसने सभी को सन्न कर दिया। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि महिला मानसिक रूप से परेशान थी, जबकि कुछ इसे पारिवारिक कलह से जोड़ रहे हैं। सोनभद्र की यह दर्दनाक घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग सवाल उठा रहे हैं – “कहाँ गई इस मां की ममता?”
परिजनों में कोहराम, प्रशासन ने दी संवेदना
घटना के बाद घर में मातम छा गया है। परिजनों की हालत बिगड़ी हुई है और गांव में शोक का माहौल है। प्रशासन ने परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है। इस यूपी क्राइम न्यूज़ को लेकर स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच का निर्देश दिया।
सोशल मीडिया पर गुस्सा और सहानुभूति दोनों
जैसे ही यह खबर वायरल हुई, लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। कुछ ने कहा कि यह दिल दहला देने वाली खबर समाज में मानसिक स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति को दर्शाती है। वहीं कुछ लोगों ने महिला के इस कदम को “अक्षम्य अपराध” बताया। सोनभद्र घटना अब प्रशासनिक जांच के दायरे में है।
महिला अपराध और मानसिक तनाव का बढ़ता दायरा
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं द्वारा आत्महत्या और मानसिक तनाव के मामले तेजी से बढ़े हैं। यह सोनभद्र की घटना इस बात का प्रमाण है कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की कमी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं से पहले अगर परिवार और समाज सतर्क रहे तो कई जानें बचाई जा सकती हैं।
सोनभद्र पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
बभनी थाना प्रभारी ने बताया कि दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने 174 सीआरपीसी के तहत मामला दर्ज किया है और जांच में जुटी है।
समाज के लिए सबक – संवेदनशीलता और मानसिक सहायता की जरूरत
यह सोनभद्र की घटना केवल एक खबर नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि जब मानसिक तनाव चरम पर पहुंच जाए, तो इंसान किसी भी हद तक जा सकता है। प्रशासन और समाज को ऐसे लोगों तक पहुंच बनानी होगी जिन्हें मानसिक या भावनात्मक मदद की जरूरत है।
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