
संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
लाइब्रेरी में पिटाई का चौंकाने वाला मामला उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से सामने आया है। शहर कोतवाली क्षेत्र की एक लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे छात्र शत्रुघ्न पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। घटना के बाद से शहर में छात्रों और अभिभावकों में गहरी चिंता है।
लाइब्रेरी में पढ़ाई के दौरान हुआ विवाद
मिली जानकारी के अनुसार, गिरवां क्षेत्र का रहने वाला छात्र शत्रुघ्न बांदा मुख्यालय में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। 6 नवंबर को वह शहर की एक लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान दो युवक पीछे बैठकर बातें करने लगे। शत्रुघ्न ने उन्हें मना किया और दोबारा पढ़ाई में लग गया। लेकिन यह बात युवकों को नागवार गुज़री और मामला लाइब्रेरी में पिटाई तक पहुंच गया।
लाइब्रेरी में पिटाई: दबंगों ने की बेरहमी से मारपीट
रिपोर्ट के मुताबिक, युवकों ने कुछ देर बाद अपने दबंग साथियों को बुलाया और लाइब्रेरी में पिटाई शुरू कर दी। करीब आधा दर्जन युवकों ने छात्र को घसीटकर मारा, उसका चश्मा तोड़ा और गालियां दीं। इस दौरान उन्होंने जान से मारने की धमकी भी दी। घटना से लाइब्रेरी का माहौल डर और दहशत से भर गया।
चौकी इंचार्ज पर समझौते का दबाव डालने का आरोप
पीड़ित शत्रुघ्न ने घटना की शिकायत अलीगंज चौकी में की। लेकिन उसने आरोप लगाया कि चौकी में मौजूद दारोगा ने कार्रवाई करने की बजाय समझौते का दबाव बनाया। छात्र का कहना है कि दारोगा ने उसे धमकी दी कि अगर उसने समझौता नहीं किया तो उसका करियर बर्बाद कर दिया जाएगा। इस पर उसने सीधे एसपी पलाश बंसल से शिकायत की और न्याय की गुहार लगाई।
एसपी ने दिए जांच के आदेश
एसपी पलाश बंसल के मीडिया सेल ने बताया कि लाइब्रेरी में पिटाई की घटना के दोनों पक्षों के बयान लिए गए हैं। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर को जांच कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसपी ने कहा कि किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
छात्रों और अभिभावकों में बढ़ी चिंता
इस लाइब्रेरी में पिटाई की घटना के बाद बांदा में पढ़ने वाले छात्रों और अभिभावकों में डर बढ़ गया है। उनका कहना है कि जहां बच्चे पढ़ाई करने जाते हैं, वहीं अगर इस तरह की हिंसा होगी तो शिक्षा का माहौल खराब होगा। अभिभावकों ने मांग की है कि लाइब्रेरियों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए।
लाइब्रेरी में पिटाई ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
लाइब्रेरी में पिटाई जैसी घटनाएं अब छात्रों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं। बांदा में यह पहली बार नहीं है जब छात्रों के साथ हिंसा हुई हो। कई प्रतियोगी छात्र अब लाइब्रेरी जाने से कतराने लगे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन से मांग की है कि शहर की सभी लाइब्रेरियों में सीसीटीवी और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था की जाए।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। लाइब्रेरी में पिटाई के जिम्मेदार युवकों की पहचान की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
समाज की प्रतिक्रिया और शिक्षा पर असर
इस घटना ने बांदा के छात्रों के बीच असुरक्षा का भाव पैदा कर दिया है। अभिभावकों और समाजसेवियों ने कहा है कि लाइब्रेरी में पिटाई जैसी घटनाएं न केवल हिंसा को बढ़ावा देती हैं बल्कि छात्रों के मनोबल को भी तोड़ देती हैं। शिक्षा के वातावरण को सुरक्षित रखना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है।
लाइब्रेरी में पिटाई का यह मामला पूरे बांदा में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा की अनदेखी खतरनाक साबित हो सकती है। अब सभी की निगाहें प्रशासन पर हैं कि क्या दोषियों को सजा मिल पाएगी या यह मामला भी समझौते में दब जाएगा।









