Sunday, July 20, 2025
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ग्राम पंचायतों की नई गिनती में किसे फायदा, किसे नुकसान?

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 की तैयारी शुरू हो गई है। पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत प्रदेश की 512 ग्राम पंचायतें घटा दी गई हैं, जिससे अब कुल 57694 ग्राम प्रधान चुने जाएंगे। जानिए किस जिले में कितनी पंचायतें कम हुईं।

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में वर्ष 2026 में प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज़ हो चुकी हैं। ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है, और अब आरक्षण निर्धारण का कार्य शुरू हो गया है। इस बार पंचायतों की संख्या में कुल 512 की कमी की गई है, जिससे ग्राम प्रधानों की संख्या में भी उतनी ही कटौती हो रही है।

क्यों कम हुईं पंचायतें?

दरअसल, शहरी विस्तार, नगर सीमा विस्तार, तथा प्रशासनिक समायोजन के चलते यह बदलाव किया गया है। वहीं, कुछ स्थानों पर नई ग्राम पंचायतों का गठन भी हुआ है, जिससे ग्रामीण ढांचे में एक नया संतुलन पैदा करने की कोशिश की गई है।

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पिछली बार और अब में क्या अंतर?

वर्ष 2021 में प्रदेश भर में 58195 ग्राम प्रधानों का चुनाव हुआ था। लेकिन आगामी पंचायत चुनाव 2026 में यह संख्या घटकर 57694 रह जाएगी। यानी इस बार 501 ग्राम पंचायतें विलीन और 11 नई पंचायतें गठित की गई हैं।

सबसे अधिक पंचायतें घटीं कहाँ?

पुनर्गठन के दौरान जिन जिलों में सबसे अधिक पंचायतों की कटौती हुई है, वे हैं:

देवरिया – 64 पंचायतें कम, आजमगढ़ – 49 पंचायतें कम, प्रतापगढ़ – 46 पंचायतें कम

इसके पीछे शहरी सीमा का विस्तार प्रमुख कारण रहा है, जिससे कई गांव नगर क्षेत्र में शामिल हो गए।

अन्य जिलों में पंचायतों की स्थिति

इसके अलावा विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायतों की कटौती निम्नलिखित रही:

अलीगढ़ 16, अम्बेडकरनगर 3, अमरोहा 21, अयोध्या 22, बहराइच 4 2 नए राजस्व ग्राम भी बने बलरामपुर 7, बाराबंकी 7 1 नई पंचायत बनी बरेली 5, बुलंदशहर 5, चित्रकूट 3, एटा 6, इटावा 2, फर्रुखाबाद 14, फतेहपुर 19 1 नई पंचायत बनी, गाजियाबाद 19, गोंडा 22, गोरखपुर 22 1 नई पंचायत बनी

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हरदोई 14 1 नई पंचायत बनी हाथरस 1, जौनपुर 6, लखीमपुर खीरी 1, कुशीनगर 23, लखनऊ 3, मथुरा 9, मऊ 26, मुजफ्फरनगर 11, रायबरेली 8, संतकबीरनगर 24, शाहजहांपुर 1,सीतापुर 11, सोनभद्र 8, उन्नाव 41 नई पंचायत बनी

बस्ती जिले में कोर्ट के आदेश से दो नई ग्राम पंचायतों का गठन हुआ है। 2021 में ये क्षेत्र नगर क्षेत्र में शामिल कर लिए गए थे लेकिन बाद में पुनर्स्थापित किए गए।

कुल मिलाकर, जिन जिलों में नई पंचायतों का गठन किया गया उनमें आजमगढ़, बाराबंकी, फतेहपुर, गोरखपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ और उन्नाव शामिल हैं।

यूपी की योगी सरकार ने पंचायत चुनावों को लेकर पूर्व तैयारी शुरू कर दी है। पुनर्गठन की प्रक्रिया ने जहां कुछ पंचायतों को नक्शे से हटाया, वहीं नई प्रशासनिक जरूरतों के अनुसार नई पंचायतों का निर्माण भी किया गया। यह समायोजन न केवल चुनावी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा, बल्कि स्थानीय शासन में संतुलन भी लाएगा।

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