
🧠 SEO मेटा-डिस्क्रिप्शन: उन्नाव के उच्च प्राथमिक विद्यालय रामपुर गढ़ौवा में “आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम — विज्ञान को दें नया आयाम” अभियान के तहत बच्चों ने नवाचार और विज्ञान की नई मिसाल कायम की।
🌟 “हर बालक में एक नन्हा कलाम” — विज्ञान नवाचार सप्ताह से उन्नाव में जागी वैज्ञानिक चेतना
उन्नाव के उच्च प्राथमिक विद्यालय, रामपुर गढ़ौवा में 8 से 15 अक्टूबर तक चल रहे विज्ञान नवाचार सप्ताह 2025 का थीम है — “आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम — विज्ञान को दें नया आयाम।”
यह सप्ताह डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जयंती (15 अक्टूबर) को समर्पित है। उद्देश्य है — हर विद्यार्थी में छिपे “नन्हे कलाम” को पहचानना, उसे प्रयोगात्मक शिक्षा के माध्यम से विज्ञान और नवाचार की दिशा देना।
🧑🔬 विज्ञान नवाचार सप्ताह का शुभारंभ
अभियान का शुभारंभ विद्यालय के शिक्षक एवं समाजसेवी प्रदीप कुमार वर्मा ने किया। उन्होंने कहा,
“डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने सिखाया कि हर बालक में एक वैज्ञानिक छिपा है। विद्यालय का कर्तव्य है उस प्रतिभा को पहचानना और विज्ञान को जीवन का हिस्सा बनाना।”
आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों ने मॉडल निर्माण, प्रयोगात्मक प्रदर्शन, पोस्टर प्रदर्शनी और पर्यावरणीय नवाचार प्रस्तुत किए। बच्चे ‘विज्ञान को दें नया आयाम’ के नारे के साथ जोश और रचनात्मकता से भरे दिखाई दिए।
🌱 प्रत्येक दिन की थीम से जुड़ी गतिविधियाँ
सप्ताह के दौरान हर दिन को विज्ञान से जुड़ी विशेष थीम दी गई,
8 अक्टूबर – नवाचार एवं प्रेरणा दिवस:
बच्चों ने डॉ. कलाम के जीवन और आविष्कारों पर आधारित मॉडल बनाकर “नन्हे कलाम” बनने की प्रेरणा ली।
9 अक्टूबर – हरित ऊर्जा दिवस:
सौर ऊर्जा और ऊर्जा संरक्षण पर आधारित प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए गए। “विज्ञान को दें नया आयाम” संदेश गूंजता रहा।
10 अक्टूबर – डिजिटल साक्षरता एवं रोबोटिक्स:
विद्यार्थियों ने रोबोटिक मॉडल और स्मार्ट टेक्नोलॉजी प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया।
11 अक्टूबर – जल संरक्षण एवं पर्यावरण सुरक्षा दिवस:
“बचाओ जल, बढ़ाओ कल” थीम के साथ बच्चों ने पर्यावरणीय मॉडल प्रस्तुत किए।
13 अक्टूबर – विज्ञान प्रश्नोत्तरी एवं पोस्टर प्रदर्शनी:
विज्ञान प्रश्नोत्तरी में ‘नन्हे कलाम’ अपनी बुद्धिमत्ता की चमक दिखाते नजर आए।
14 अक्टूबर – स्वास्थ्य एवं नशामुक्ति जनजागरण:
‘नशामुक्त भारत’ पर आधारित पोस्टर और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए गए।
15 अक्टूबर – डॉ. कलाम जयंती एवं विज्ञान शपथ समारोह:
“विज्ञान को दें नया आयाम” की शपथ लेकर बच्चों ने भविष्य में वैज्ञानिक सोच अपनाने का संकल्प लिया।
🚀 “आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम” : बच्चों में जगी नवाचार की लौ
विद्यालय परिसर में आयोजित इस विज्ञान नवाचार सप्ताह में बच्चों की जिज्ञासा, कल्पनाशक्ति और नवाचार भावना का अद्भुत संगम देखने को मिला।
“आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम” कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि अब विज्ञान केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन का हिस्सा है।
मॉडल प्रदर्शन, रॉकेट मिनी-लॉन्च, वायु दाब प्रयोग, सौर ऊर्जा प्रयोग और डिजिटल इनोवेशन जैसे प्रोजेक्ट्स बच्चों के आत्मविश्वास की झलक बन गए।
🧩 समुदाय और अभिभावकों की भागीदारी
ग्राम पंचायत, अभिभावक और शिक्षक सभी ने “विज्ञान को दें नया आयाम” अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
गांव के लोग बच्चों के मॉडल देखने पहुंचे और सभी ने माना कि “आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम” जैसे अभियान ग्रामीण शिक्षा में नई ऊर्जा भर रहे हैं।
प्रदीप वर्मा ने कहा —
“हमारा लक्ष्य है कि हर विद्यालय नवाचार प्रयोगशाला बने। हर बच्चा अपने भीतर के ‘नन्हे कलाम’ को पहचाने और समाज को विज्ञान से जोड़े।”
🧭 अभियान के उद्देश्य और प्रभाव
इस अभियान के प्रमुख उद्देश्य रहे,
- विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार भावना विकसित करना।
- प्रयोगात्मक एवं परियोजना आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना।
- प्रत्येक बालक में निहित “नन्हे कलाम” को पहचानना और प्रोत्साहित करना।
- नशामुक्त, हरित और स्वच्छ भारत निर्माण में बच्चों की भूमिका को सशक्त बनाना।
अभियान के समापन पर बच्चों ने “एक कदम नवाचार की ओर” शपथ लेकर यह संकल्प दोहराया कि वे अपने जीवन में विज्ञान, सत्य और सृजनशीलता को अपनाएंगे।
🛰️ विज्ञान नवाचार सप्ताह बना प्रेरणा का स्रोत
“आओ विद्यालय में खोजें नन्हे कलाम — विज्ञान को दें नया आयाम” केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ग्रामीण शिक्षा में वैज्ञानिक चेतना जगाने की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्नाव का यह अभियान बताता है कि यदि बच्चों को अवसर मिले, तो वे अपने भीतर छिपे डॉ. कलाम को जरूर पहचान सकते हैं।
“नन्हे कलाम” बनने की यह प्रेरणा भविष्य के भारत को विज्ञान और नवाचार की शक्ति से भर देगी।