नौशाद अली की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में फिर से बढ़ रही गर्मी और उमस ने आमजन को बेहाल कर दिया है। 11 और 12 जुलाई को कुछ जिलों में भारी बारिश की संभावना है, लेकिन इसके बाद बारिश थमने के आसार हैं। जानिए किन जिलों में गरज-चमक और वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
🌦 गर्मी और उमस ने मचाया हाहाकार, बारिश की कमी से बिगड़ा संतुलन
उत्तर प्रदेश में मानसून की धीमी रफ्तार ने मौसम को फिर से गर्म और असहनीय बना दिया है। 11 जुलाई 2025 को प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज धूप और लगातार बढ़ती उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। बारिश के शुरुआती दौर के बाद अब बूंदाबांदी का क्रम धीरे-धीरे थमने लगा है, जिससे तापमान में भी उल्लेखनीय इजाफा देखा जा रहा है।
🌧 अगले दो दिन बन सकते हैं राहत के दिन
हालांकि मौसम विभाग ने एक बार फिर राहत की उम्मीद जताई है। 11 और 12 जुलाई को उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
विशेष रूप से जिन जिलों में भारी वर्षा की संभावना है, वे हैं:
बुंदेलखंड क्षेत्र: बांदा, चित्रकूट, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर
पूर्वी उत्तर प्रदेश: कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र
केंद्रीय व पश्चिमी यूपी: मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, मिर्जापुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर
इन क्षेत्रों में बादल गरजने और बिजली चमकने की चेतावनी भी दी गई है, जिससे किसानों और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
🌡 तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी
बारिश की गतिविधियों में कमी आने के कारण तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
अधिकतम तापमान: 30°C से 35°C
न्यूनतम तापमान: 24°C से 28°C
गुरुवार को हमीरपुर, आगरा (ताज क्षेत्र), कानपुर, इटावा, प्रयागराज, बहराइच, बांदा, अयोध्या, झांसी और अलीगढ़ में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई, लेकिन ये बूंदाबांदी प्रदेशव्यापी राहत नहीं बन सकी।
⛈ 14 जुलाई के बाद नहीं दिख रही भारी बारिश की संभावना
एक ओर जहां लोग मानसून के सक्रिय होने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं मौसम विभाग की मानें तो 14 जुलाई के बाद प्रदेश में भारी बारिश की संभावना न के बराबर है। इसका सीधा असर किसानों की बुवाई और आम जनजीवन पर पड़ेगा, क्योंकि यदि वर्षा और देरी से आती है तो सिंचाई व्यवस्था पर भी अतिरिक्त दबाव बढ़ सकता है।
संक्षेप में कहें तो उत्तर प्रदेश में मानसून अब धीमा पड़ रहा है। अगले दो दिन कुछ जिलों को जरूर राहत देंगे, लेकिन उसके बाद एक बार फिर गर्मी और उमस का दौर लौट सकता है। लखनऊ से लेकर ललितपुर तक तापमान में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है, जो लोगों को न केवल असहज कर रहा है, बल्कि मानसून पर भी सवाल खड़े कर रहा है।