Sunday, July 20, 2025
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ईंटों के धुएं से उठी प्रेम कहानी, भट्ठा मालिक ने रचाई मजदूरों की धूमधाम से शादी

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उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बैतालपुर बरारी गांव में ईंट भट्ठा पर काम करने वाले दो मजदूरों की शादी चर्चा का विषय बन गई। लिव-इन रिलेशन में रह रहे जोड़ों ने मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से विवाह किया, जिसमें भट्ठा मालिक ने मुख्य भूमिका निभाई।

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बैतालपुर बरारी गांव में एक प्रेरणादायक घटना सामने आई है। यहां एक ईंट भट्ठे पर काम करने वाले दो मजदूरों ने अपने लिव-इन पार्टनर्स के साथ सामाजिक रीति-रिवाजों के तहत विवाह रचाया। इस विवाह को खास बनाने में भट्ठा मालिक नंदलाल यादव ने अहम भूमिका निभाई, जिसे लेकर अब पूरे जिले में उनकी सराहना हो रही है।

दरअसल, बरारी गांव स्थित इंदु भट्ठा पर झारखंड के रहने वाले दो मजदूर प्रदीप और कर्मा काम करते हैं। कई वर्षों से ये दोनों मजदूर अपनी महिला साथियों रूपी और सीमा के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रहे थे। खास बात यह है कि इन जोड़ों के छोटे-छोटे बच्चे भी हैं, जो उनके रिश्ते की गंभीरता को दर्शाते हैं।

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धूमधाम से निकली बारात

भट्ठा मालिक ने न केवल इन जोड़ों को विवाह के लिए प्रेरित किया, बल्कि खुद उनकी बारात की अगुवाई भी की। ढोल-नगाड़ों के साथ जब बारात गांव के पास स्थित महादेव धाम मंदिर पहुंची, तो वहां आसपास के गांवों के लोग भी इकट्ठा हो गए। हर कोई जानना चाहता था कि यह अनोखी बारात किसकी है। जब लोगों को मालूम हुआ कि यह बारात भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों की है, तो वे हैरान भी हुए और खुश भी।

मंदिर में हुआ पवित्र विवाह

महादेव धाम मंदिर में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए गए। विवाह संपन्न होने के बाद वर-वधु ने अपने भट्ठा मालिक और अन्य शुभचिंतकों का आशीर्वाद लिया। समाजसेवियों और अन्य मजदूरों ने भी नए जोड़ों को आशीर्वाद और उपहार देकर खुशियों में भागीदारी निभाई।

भट्ठा मालिक बने मिसाल

नंदलाल यादव ने जो कदम उठाया है, वह मानवता और सामाजिक जिम्मेदारी की एक मिसाल बन गया है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि मजदूरों के जीवन की खुशियों में भागीदार बनना भी एक सच्ची सेवा है। उनके इस कार्य की चारों ओर प्रशंसा हो रही है।

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इस प्रेरणादायक घटना ने यह दर्शा दिया है कि प्यार, समर्पण और सामाजिक जिम्मेदारी किसी भी वर्ग या पेशे से जुड़ी नहीं होती। एक ईंट भट्ठे से शुरू हुई यह प्रेम कहानी समाज के लिए उदाहरण बन गई है, जहां इंसानियत सबसे ऊपर है।

➡️संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट

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