🔴 चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
गोंडा समाचार : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के धानेपुर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बनगाई गांव में एक ही परिवार पर लगातार दो त्रासदियां टूट पड़ीं। पत्नी की तेरहवीं से महज तीन दिन पहले पति ने भी आत्महत्या कर ली। इस दर्दनाक घटना से पूरा गांव सदमे में है। दो मासूम बच्चों के सिर से मां-बाप का साया उठ गया।
पहली त्रासदी : पत्नी वंदना सिंह ने फांसी लगाकर दी थी जान
बनगाई गांव निवासी शिवम सिंह (36 वर्ष) की पत्नी वंदना सिंह (32 वर्ष) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुजेहना में आशा बहू के पद पर कार्यरत थीं। 30 अक्टूबर की रात वंदना ने घर के भीतर फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आईं, तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर का दृश्य देख सभी के होश उड़ गए। वंदना का शव फंदे से लटका मिला।
पति शिवम सिंह उस समय दिल्ली में नौकरी करते थे। पत्नी की मौत की सूचना मिलते ही वे तुरंत गांव पहुंचे और अंतिम संस्कार किया। उस समय से ही वे अंदर से पूरी तरह टूट चुके थे।
दूसरी त्रासदी : तेरहवीं से तीन दिन पहले पति ने भी की आत्महत्या
पत्नी की मौत के बाद घर में 11 नवंबर को तेरहवीं की तैयारी चल रही थी। लेकिन शिवम गहरे अवसाद में चले गए थे। शनिवार की सुबह जब वह लंबे समय तक कमरे से बाहर नहीं आए, तो परिजनों को चिंता हुई। बार-बार आवाज देने पर भी दरवाजा न खुला। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा। अंदर का दृश्य देखकर सबकी आंखें नम हो गईं — शिवम फंदे से लटके हुए मिले।
मौके पर पहुंची धानेपुर थाना पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस तरह एक ही परिवार में कुछ ही दिनों के अंतराल में दो आत्महत्याओं ने पूरे गांव को हिला दिया।
दो मासूम बच्चों से छिन गया मां-बाप का साया
इस दर्दनाक घटना के बाद सबसे ज्यादा मासूम बच्चों की हालत दयनीय है। छह साल का वेदांश और आठ साल की विदांशी अब अनाथ हो गए हैं। परिवार की आर्थिक और भावनात्मक जिम्मेदारी अब दादी कोकिला सिंह के कंधों पर आ गई है। गांव वाले बच्चों को देख आंसू रोक नहीं पा रहे हैं।
पड़ोसियों ने बताई परिवार की हालत
गांव के लोगों ने बताया कि शिवम सिंह पत्नी की मौत के बाद से बहुत कम बोलते थे। वे अक्सर कहते थे कि “अब बच्चों का क्या होगा?” पिछले कुछ दिनों से वे कमरे में अकेले रहते थे और घर से बाहर निकलना लगभग बंद कर दिया था। परिवार ने उन्हें संभालने की बहुत कोशिश की, पर वे खुद को संभाल नहीं पाए।
एएसपी बोले – “पत्नी की मौत और बच्चों की चिंता ने तोड़ा शिवम को”
एएसपी पूर्वी मनोज कुमार रावत ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह साफ है कि पत्नी की मौत का सदमा और बच्चों की परवरिश की चिंता शिवम के लिए असहनीय साबित हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
गोंडा जिले में बढ़ते मानसिक तनाव के मामले
गोंडा जिला पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव, अवसाद और आत्महत्या के मामलों को लेकर चर्चा में है। विशेषज्ञों के अनुसार, सामाजिक दबाव, आर्थिक कठिनाइयां और पारिवारिक कलह जैसी परिस्थितियां ऐसे कदम उठाने का कारण बनती हैं। प्रशासन अब ऐसे मामलों में काउंसलिंग और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों पर ध्यान देने की बात कर रहा है।
परिवार की पीड़ा ने झकझोर दिया पूरा धानेपुर क्षेत्र
धानेपुर थाना क्षेत्र का यह मामला न केवल गोंडा जिले बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना पर दुख प्रकट कर रहे हैं और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता से सोचने की अपील कर रहे हैं।
गांव में पसरा सन्नाटा, तेरहवीं की तैयारी शोकसभा में बदली
जिस घर में तेरहवीं की तैयारी चल रही थी, वहां अब शोकसभा का माहौल है। रिश्तेदार, पड़ोसी और ग्रामीण लगातार परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं। कोई भी शब्द इस परिवार के दर्द को कम नहीं कर पा रहा।
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सवाल-जवाब (FAQ)
गोंडा जिले के धानेपुर क्षेत्र में यह घटना कब घटी?
यह दर्दनाक घटना शनिवार सुबह घटी, जब पत्नी की तेरहवीं से मात्र तीन दिन पहले पति शिवम सिंह ने आत्महत्या कर ली।
पति-पत्नी की आत्महत्या के पीछे क्या कारण बताया जा रहा है?
पत्नी वंदना सिंह की आत्महत्या के बाद पति शिवम गहरे सदमे में थे। बच्चों की परवरिश और भविष्य की चिंता ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया।
घटना में पुलिस की क्या भूमिका रही?
धानेपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा, शव को नीचे उतारा और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बच्चों की देखभाल अब कौन करेगा?
मृतक दंपती के दो छोटे बच्चे अब अपनी दादी कोकिला सिंह की देखभाल में रहेंगे।
क्या पुलिस मामले की जांच कर रही है?
हां, एएसपी पूर्वी मनोज कुमार रावत के अनुसार, पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
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