“मूड़ी काट लेब” वायरल वीडियो ने बढ़ाया बवाल

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में देवरिया टीटीई विवाद का मामला अब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल चुका है। रांची एक्सप्रेस में बिना टिकट यात्रा कर रही एक युवती ने टीटीई को धमकाते हुए कहा – “अब धरा गइल त मूड़ी काट लेब” (अगर आगे से मिले तो सिर काट लूंगी)। यह वाक्य अब पूरे पूर्वांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह घटना भटनी स्टेशन से देवरिया रेलवे स्टेशन के बीच की है, जहाँ टीटीई और युवती के बीच जोरदार बहस हुई और बाद में स्टेशन पर हंगामा मच गया।

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“मूड़ी काट लेब” विवाद का वायरल वीडियो (X पोस्ट से)।

रांची एक्सप्रेस में युवती ने किया बवाल, टिकट मांगा तो बढ़ी बहस

शनिवार शाम रांची से गोरखपुर जा रही 18629 रांची एक्सप्रेस में यह पूरा विवाद शुरू हुआ। जानकारी के मुताबिक, देवरिया की रहने वाली युवती, जो बिहार के सिवान जिले के एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका है, रोजाना ट्रेन से आवागमन करती है। उस दिन वह बिना टिकट एसी कोच में बैठ गई, और जब टीटीई ने टिकट दिखाने को कहा, तो उसने उल्टा उन पर परेशान करने का आरोप लगा दिया।

वीडियो बनाना और युवती की आपत्ति

वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि टीटीई शांत स्वभाव से टिकट मांग रहा है, जबकि युवती बार-बार फोन पर किसी से बात करते हुए कहती है कि “आप मुझे जानबूझकर परेशान कर रहे हैं।” टीटीई ने जवाब दिया – “आप सरकारी मास्टर हैं और रोज बिना टिकट सफर करती हैं, नियम सबके लिए बराबर है।” इस पर युवती भड़क गई और बोली – “आप किसी महिला का वीडियो नहीं बना सकते।” लेकिन टीटीई ने वीडियो बनाना जारी रखा ताकि देवरिया टीटीई विवाद की सच्चाई सबके सामने आ सके।

देवरिया रेलवे स्टेशन पर पिता-पुत्री ने किया हंगामा

जैसे ही ट्रेन देवरिया रेलवे स्टेशन पहुँची, युवती ने अपने पिता को फोन किया। थोड़ी ही देर में दोनों स्टेशन पर पहुँचे और टीटीई से भिड़ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, युवती जोर-जोर से चिल्लाने लगी और उसी दौरान उसने कहा – “अब धरा गइल त मूड़ी काट लेब।” यह धमकी सुनकर टीटीई और यात्रियों में सनसनी फैल गई। यह पूरा देवरिया रेलवे स्टेशन हंगामा अब सोशल मीडिया पर “मूड़ी काट लेब वीडियो” नाम से वायरल हो रहा है।

आरपीएफ और रेलवे की कार्रवाई, 990 रुपये का जुर्माना

रेलवे प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवती पर बिना टिकट यात्रा के लिए 990 रुपये का जुर्माना लगाया। आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के जवान मौके पर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि “हंगामे के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई और रिपोर्ट पोस्ट प्रभारी देवरिया को भेज दी गई है।”

टीटीई एसोसिएशन की मांग

देवरिया टीटीई विवाद को लेकर टीटीई एसोसिएशन ने भी आरपीएफ से स्पष्टीकरण मांगा है कि “धमकी देने वाली युवती पर अब तक केस क्यों दर्ज नहीं हुआ।”

“मूड़ी काट लेब” वीडियो से सोशल मीडिया पर बवाल

“मूड़ी काट लेब” वाला बयान अब ट्विटर (एक्स), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ट्रेंड कर रहा है। लोग इसे देवरिया टीटीई विवाद का सबसे खतरनाक हिस्सा बता रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि “अगर एक सरकारी शिक्षिका इस तरह टीटीई को धमकाएगी तो आम जनता का क्या हाल होगा?” वहीं, कुछ लोग टीटीई की ईमानदारी की सराहना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि “टीटीई ने अगर वीडियो न बनाया होता, तो शायद मामला उल्टा उसके खिलाफ जाता।”

देवरिया की अध्यापिका की पहचान और रोजाना का सफर

सूत्रों के अनुसार, रांची एक्सप्रेस युवती देवरिया शहर के एक मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहती है और रोजाना ट्रेन से सिवान ड्यूटी पर जाती है। कई बार उसे बिना टिकट यात्रा करते हुए देखा गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि “युवती को पहले भी चेतावनी दी गई थी, लेकिन उसने नियमों की अनदेखी जारी रखी।” अब देवरिया टीटीई विवाद के बाद उसके खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश की जा सकती है।

टीटीई की सूझबूझ से टला बड़ा टकराव

अगर टीटीई संयम नहीं रखता, तो देवरिया रेलवे स्टेशन हंगामा और बढ़ सकता था। उसने वीडियो बनाकर न केवल खुद को बचाया बल्कि पूरे मामले की सच्चाई सामने रख दी। देवरिया टीटीई विवाद ने रेलवे के कर्मचारियों को यह संदेश दिया है कि नियमों के पालन में किसी दबाव के आगे झुकना नहीं चाहिए।

रेलवे अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई संभव

रेलवे अधिनियम की धारा 137 के तहत बिना टिकट यात्रा अपराध है, जबकि आईपीसी की धारा 506 के तहत धमकी देना दंडनीय अपराध माना जाता है। इस लिहाज से “मूड़ी काट लेब” धमकी को गंभीर माना जा सकता है। रेलवे सूत्रों का कहना है कि आरपीएफ रिपोर्ट के आधार पर देवरिया टीटीई विवाद में एफआईआर दर्ज की जा सकती है।

देवरिया टीटीई विवाद ने खोली व्यवस्था की पोल

यह घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि ट्रेन में बिना टिकट यात्रा रोकने के लिए सख्ती जरूरी है। “मूड़ी काट लेब” विवाद ने रेलवे को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि महिलाओं द्वारा नियमों की आड़ में गलत फायदा उठाने की प्रवृत्ति पर कैसे रोक लगाई जाए। अब देवरिया रेलवे प्रशासन इस घटना की गहन जांच कर रहा है।

निष्कर्ष

“मूड़ी काट लेब” धमकी देने वाली युवती का यह रवैया समाज में गलत उदाहरण पेश करता है। देवरिया टीटीई विवाद सिर्फ एक ट्रेन का मामला नहीं, बल्कि यह कानून और अनुशासन की सीमाओं पर सवाल है। रेलवे ने अपनी ओर से जुर्माना लगाकर पहला कदम उठाया है, लेकिन लोगों की मांग है कि ऐसी घटनाओं पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी “मूड़ी काट लेब” जैसी भाषा बोलने की हिम्मत न करे।

रिपोर्टर: संजय कुमार वर्मा | फ़ोटो/वीडियो स्रोत: X (Twitter) पोस्ट @irtcso