
गोरखपुर: तकनीक और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच एक चौकाने वाली घटना उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सामने आई है। खोराबार थाना क्षेत्र में मात्र 13 वर्षीय एक यूट्यूबर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर एक मकान में लाखों के आभूषण और कीमती सामान की चोरी को अंजाम दिया। लेकिन कम उम्र की नादानी और जल्दबाज़ी में वह अपनी वही साइकिल घटनास्थल पर भूल गया, जिसे वीडियो बनाकर वह अक्सर अपने यूट्यूब चैनल पर दिखाया करता था। इसी साइकिल ने चोरों के पूरे गैंग का राज़ खोल दिया।
सूत्रों के अनुसार, रामनगर कडजहां निवासी भानु प्रताप सिंह 3 दिसंबर की रात परिवार सहित संबंधियों के यहां वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। घर में ताला बंद था और मोहल्ला भी सामान्य रूप से शांत था। इसी का फायदा उठाकर अज्ञात चोर रात के अंधेरे में घर में घुसे और अलमारी में रखे जेवरात, नकदी, और अन्य कीमती सामान पर हाथ साफ कर फरार हो गए। चोरी इतनी सफाई से की गई कि शुरुआती तौर पर किसी को संदेह नहीं हुआ।
जब अगले दिन परिवार वापस घर लौटा तो वहां का नज़ारा देखकर सभी के होश उड़ गए। चारों ओर बिखरा सामान, टूटी हुई अलमारी और गायब कीमती वस्तुएं साफ संकेत दे रही थीं कि रात में बड़ी चोरी हुई है। परिवार ने तुरंत स्थानीय थाने को सूचना दी और मामले की जांच शुरू हुई।
वारदात का सबसे बड़ा सबूत बनी साइकिल
जांच के लिए पहुंची पुलिस टीम को घटनास्थल पर एक साइकिल खड़ी मिली, जिस पर यूट्यूब चैनल का नाम पेंट किया हुआ था। पहले तो यह एक सामान्य परिस्थिति लगी, लेकिन गहन पूछताछ में पता चला कि यह साइकिल क्षेत्र में साइकिल राइडिंग वीडियो के लिए मशहूर 13 वर्षीय किशोर यूट्यूबर की थी। आस-पास के कई बच्चों और युवाओं ने भी पुलिस को बताया कि वह अक्सर इसी साइकिल के साथ अपनी वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड करता है।
पुलिस टीम ने उसके यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले, लेकिन अकाउंट कुछ दिनों पहले अचानक बंद कर दिया गया था। इसके बावजूद पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी, सोशल कनेक्शन और स्थानीय सूचना तंत्र के जरिए लगातार खोज जारी रखी और आखिरकार किशोर की पहचान कर ली।
किशोर ने खोल दिया पूरा रैकेट
पकड़े जाने के बाद पूछताछ में 13 वर्षीय आरोपी ने खुलासा किया कि चोरी की वारदात उसने अकेले नहीं की, बल्कि अपने दो साथियों — विकास और साहस पासवान के साथ मिलकर की थी। किशोर ने यह भी स्वीकार किया कि इससे पहले भी वे दो से तीन चोरियों को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने तुरंत छापेमारी कर दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी किशोर को बाल सुरक्षा कानून के तहत बाल सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि उसके दोनों बालिग साथी जेल भेज दिए गए हैं। चोरी में इस्तेमाल उपकरण और कारोबार की योजना से जुड़े सबूत भी बरामद किए गए हैं।
थाना प्रभारी ने दी जानकारी
खोराबार थाना प्रभारी इत्यनंद पांडे ने पुष्टि की कि चोरी की सनसनीखेज घटना में शामिल 13 वर्षीय नाबालिग और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मकान के पास मिली साइकिल इस पूरे मामले की सबसे अहम कड़ी बनी, जिसकी बदौलत पुलिस कुछ ही दिनों में आरोपी तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि आगे की विधिक कार्रवाई पूरी तेजी के साथ जारी है।
यह मामला न सिर्फ अपराध की घटना है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि किशोरावस्था में सोशल मीडिया की अंधी दौड़, गलत संगति और ग्लैमर की चाह कैसे बच्चों को अपराध की ओर धकेल सकती है। छोटी सी गलती के चलते एक ऐसा किशोर, जिसे भविष्य सुधारने के लिए मंच मिल सकता था, आज अपराध की दुनिया में प्रवेश कर चुका है।
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❓ क्या 13 वर्षीय किशोर को जेल भेजा गया है?
नहीं, नाबालिग होने के कारण उसे कानून के अनुसार बाल सुधार गृह भेजा गया है।
❓ चोरी में शामिल अन्य दो आरोपी कौन हैं?
किशोर के साथी विकास और साहस पासवान चोरी की वारदात में उसके साथ शामिल थे, जिन्हें जेल भेज दिया गया है।
❓ पुलिस को अपराधियों के बारे में कैसे पता चला?
घटनास्थल से मिली साइकिल पर यूट्यूब चैनल का नाम लिखा था, जिससे पुलिस को सुराग मिला और आरोपी पकड़े गए।
❓ क्या इससे पहले भी यह गैंग चोरी कर चुका था?
हाँ, पूछताछ में बताया गया कि अब तक दो से तीन वारदात पहले भी की जा चुकी हैं।
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