कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट, उन्नाव।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां बेटे की हत्या के बदले पिता ने हत्या कर दी। घटना गंगाघाट क्षेत्र के गगनीखेड़ा गांव की है, जहां 80 वर्षीय बुजुर्ग को सोते समय सिर से सटाकर गोली मार दी गई। इस खून के बदले खून की कहानी ने पूरे इलाके को दहला दिया है।
पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें मुख्य आरोपित सोनू निषाद और पूर्व सभासद महेश निषाद भी शामिल हैं। छह आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है।
घटना की जड़: 66 दिन पुरानी रंजिश से भड़की खूनी वारदात
यह प्रतिशोध की पटकथा अगस्त महीने में ही लिख दी गई थी। 11 अगस्त को गगनीखेड़ा गांव में एक किशोरी से छेड़छाड़ की घटना हुई थी। जब शिकायत पुलिस तक पहुंची, तो दबंगों ने धमकी दी और 31 अगस्त की रात ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में सोनू निषाद के 10 वर्षीय बेटे अजीत निषाद की सीने में गोली लगने से मौत हो गई।
इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में तनाव गहराता गया और दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश फिर सिर उठाने लगी। अजीत की हत्या के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अशोक निषाद सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। लेकिन इसी बीच, हत्या के प्रतिशोध की आग सोनू निषाद के दिल में सुलगती रही।
सोते समय सिर से सटाकर मारी गोली, घटनास्थल पर मचा हड़कंप
मृतक हीरालाल निषाद (80 वर्ष) पिछले कुछ महीनों से अपनी बेटी के घर गगनीखेड़ा में ही रह रहे थे। बुधवार की रात करीब एक बजे कुछ लोग पीछे के रास्ते से घर में घुसे और सोते समय उनकी गर्दन से सटाकर गोली मार दी।
गोली की आवाज सुनते ही घर में कोहराम मच गया। परिजन उन्हें तुरंत जिला अस्पताल ले गए, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हत्या की खबर के फैलते ही गांव में तनाव फैल गया और भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
पुलिस ने नौ पर दर्ज किया हत्या का केस, छह हिरासत में
दिवंगत की पत्नी महादेई निषाद ने गांव के ही अजीत के पिता सोनू निषाद समेत नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। मुकदमे में राजकुमार निषाद, गोविंद निषाद, जितेंद्र निषाद, अमन निषाद, संतोष निषाद, मनोज निषाद, मंटानी निषाद और पूर्व सभासद महेश निषाद के नाम शामिल हैं।
सीओ सिटी दीपक यादव ने बताया कि पुलिस ने छह आरोपितों – सोनू, राजकुमार, जितेंद्र, संतोष, अमन और मंटानी निषाद – को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। फोरेंसिक टीम की मदद से सबूत जुटाए जा रहे हैं और जल्द ही सभी आरोपितों को जेल भेजा जाएगा।
रंजिश की जड़ में दबंगई, बदले की आग में जली दो जिंदगियां
गांव के लोगों का कहना है कि छेड़छाड़ की घटना से शुरू हुआ विवाद अब दो परिवारों की बर्बादी का कारण बन गया है। पहले एक मासूम बच्चे की जान गई, अब उस बच्चे के प्रतिशोध में एक वृद्ध की हत्या कर दी गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पुलिस ने पहले मामले में यदि सख्त कार्रवाई की होती तो शायद यह दूसरी हत्या टल सकती थी। अब गांव में हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है – आखिर कब तक चलेगा खून का बदला खून?
पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा
घटना के बाद गंगाघाट कोतवाली पुलिस ने गांव को सुरक्षा घेरे में ले लिया है। आसपास के इलाकों में भी गश्त बढ़ा दी गई है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने, खोखा और कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह सोची-समझी हत्या लग रही है, जिसके पीछे पुरानी रंजिश और बदले की भावना है। फिलहाल हत्या के सभी आरोपितों की कॉल डिटेल्स और लोकेशन खंगाली जा रही है।
गांव में सन्नाटा, लेकिन डर अब भी बाकी
गगनीखेड़ा गांव में इस डबल मर्डर की कहानी के बाद माहौल बेहद तनावपूर्ण है। पुलिस की लगातार मौजूदगी के बावजूद ग्रामीणों में दहशत है। किसी को अंदेशा नहीं था कि 10 साल के बच्चे की मौत का बदला लेने के लिए कोई 66 दिन तक खूनी प्रतिशोध की योजना बनाता रहेगा।
अब गांव में दोनों पक्षों के घरों में मातम पसरा है और एक ही सवाल गूंज रहा है – आखिर कब खत्म होगा यह खून का सिलसिला?
👉 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
1. उन्नाव में हत्या की यह घटना कब हुई?
यह वारदात बुधवार की रात करीब एक बजे गंगाघाट क्षेत्र के गगनीखेड़ा गांव में हुई।
2. हत्या का मुख्य कारण क्या था?
मुख्य कारण बेटे की हत्या का बदला था। सोनू निषाद ने अपने बेटे अजीत की मौत का बदला लेने के लिए हीरालाल निषाद की हत्या कर दी।
3. इस मामले में कितने लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ?
कुल नौ लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें मुख्य आरोपी सोनू निषाद और पूर्व सभासद महेश निषाद भी शामिल हैं।
4. पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने छह आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और फोरेंसिक जांच जारी है।
5. क्या गांव में स्थिति सामान्य है?
घटना के बाद गांव में पुलिस बल तैनात है, लेकिन लोगों में अब भी डर और तनाव का माहौल बना हुआ है।









