अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट, लखनऊ:
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची (Voter List) के अद्यतन का कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहा है। निर्वाचन विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि अगर किसी मतदाता ने एसआईआर (SIR) फॉर्म भरकर जमा नहीं किया है, तो उसका नाम मतदाता सूची से हटाया जा सकता है। इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर पात्र नागरिक का नाम अद्यतन मतदाता सूची में मौजूद रहे।
राज्य निर्वाचन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और समय रहते SIR फॉर्म भरें। इस अभियान को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
बीएलओ घर-घर पहुंचाकर करा रहे हैं फॉर्म भरवाना
निर्वाचन आयोग के अनुसार, एसआईआर अभियान के तहत बीएलओ (Booth Level Officer) चार नवंबर से चार दिसंबर तक घर-घर जाकर गणना प्रपत्र (Enumeration Form) वितरित कर रहे हैं। बीएलओ दो प्रतियों में यह फॉर्म मतदाताओं को देंगे और उन्हें सही ढंग से भरने में मदद भी करेंगे।
भरे हुए फॉर्म जमा करने पर मतदाता को रसीद दी जाएगी। यह रसीद भविष्य में किसी भी प्रकार की शिकायत या जांच के लिए साक्ष्य का कार्य करेगी। निर्वाचन विभाग ने कहा है कि बीएलओ द्वारा वितरित SIR फॉर्म को सावधानीपूर्वक भरें और अपनी सही जानकारी अवश्य दें ताकि नाम हटने जैसी स्थिति न आए।
ऑनलाइन फॉर्म डाउनलोड और सबमिशन की सुविधा
निर्वाचन आयोग ने बताया है कि मतदाता अब मतदाता सूची अपडेट के लिए ऑनलाइन भी SIR फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। आयोग की वेबसाइट या पोर्टल से गणना प्रपत्र डाउनलोड करने के बाद मतदाता को अपनी नवीनतम तस्वीर चिपकाकर हस्ताक्षर करना होगा। इसके बाद भरा हुआ फॉर्म संबंधित बीएलओ या निर्वाचन कार्यालय में जमा किया जा सकता है।
ऑनलाइन फॉर्म भरने की सुविधा से उन मतदाताओं को राहत मिलेगी जो कामकाज या व्यस्तता के चलते घर पर बीएलओ से नहीं मिल पा रहे। आयोग ने सभी जिलाधिकारियों से कहा है कि इस सुविधा का व्यापक प्रचार किया जाए ताकि अधिकतम लोग Voter List Update में शामिल हो सकें।
मतदाता सूची अपडेट की प्रमुख तिथियां
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने जानकारी दी है कि 9 दिसंबर को प्रारंभिक निर्वाचक नामावली प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद 8 जनवरी 2026 तक दावे और आपत्तियां दाखिल की जा सकेंगी।
9 दिसंबर से 31 जनवरी तक इन दावों और आपत्तियों पर सुनवाई व सत्यापन की प्रक्रिया चलेगी। इसके बाद 7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची (Final Voter List) प्रकाशित की जाएगी।
यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और जनभागीदारी आधारित होगी। आयोग ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति का नाम केवल तभी हटाया जाएगा जब वह पात्रता मानदंडों पर खरा न उतरे या SIR फॉर्म जमा करने में लापरवाही बरते।
Voter List Update में नागरिकों की भूमिका अहम
निर्वाचन विभाग के अनुसार, मतदाता सूची अद्यतन अभियान को सफल बनाने में नागरिकों की सक्रिय भागीदारी जरूरी है। हर व्यक्ति को सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके परिवार के सभी पात्र सदस्य निर्वाचक नामावली में शामिल हों।
कई बार पता बदलने, स्थानांतरण या मृत्यु के कारण नाम हट या डुप्लिकेट हो जाता है। ऐसे में Voter List Correction और नाम संशोधन की प्रक्रिया अपनाना भी जरूरी है। आयोग ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपने मतदाता पहचान पत्र की जांच करें और किसी भी त्रुटि के लिए बीएलओ से संपर्क करें।
क्यों जरूरी है SIR फॉर्म भरना?
SIR फॉर्म चुनावी प्रक्रिया का एक अहम दस्तावेज़ है जो यह सुनिश्चित करता है कि मतदाता अब भी उस क्षेत्र में निवास कर रहा है और उसकी जानकारी अद्यतन है। यह फॉर्म न भरने से आपका नाम मतदाता सूची से हट सकता है, जिससे भविष्य में विधानसभा या लोकसभा चुनाव में वोट डालने का अधिकार खो सकते हैं।
इसलिए हर नागरिक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसने समय रहते अपना SIR फॉर्म भर दिया हो और Voter List Update अभियान का हिस्सा बना हो।
नोट: आयोग ने कहा है कि किसी भी प्रकार की सहायता या जानकारी के लिए नागरिक https://voterportal.eci.gov.in या स्थानीय निर्वाचन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
❓ SIR फॉर्म क्या है?
SIR फॉर्म यानी “Summary Revision Form” वह दस्तावेज है जिसे निर्वाचन आयोग मतदाता सूची अद्यतन प्रक्रिया में नागरिकों से भरवाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदाता की जानकारी सही और अद्यतन है।
❓ अगर SIR फॉर्म नहीं भरा तो क्या होगा?
यदि कोई मतदाता SIR फॉर्म नहीं भरता है, तो उसका नाम मतदाता सूची से हटाया जा सकता है क्योंकि आयोग उसे निष्क्रिय मतदाता मान सकता है।
❓ ऑनलाइन SIR फॉर्म कैसे डाउनलोड करें?
आप निर्वाचन आयोग की वेबसाइट voterportal.eci.gov.in पर जाकर SIR फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। इसे भरकर बीएलओ को या नजदीकी निर्वाचन कार्यालय में जमा करें।
❓ अंतिम मतदाता सूची कब प्रकाशित होगी?
निर्वाचन आयोग के अनुसार, अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।
🔹 यह समाचार उत्तर प्रदेश में चल रहे मतदाता सूची अद्यतन अभियान पर आधारित है। समय रहते अपना SIR फॉर्म भरें और लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। 🔹









