रफ्तार के रोमांच की कीमत – एक जिंदगी : स्टंट की दौड़ में बुझ गया घर का चिराग, सुकून की जगह अब पसरा है खून का सन्नाटा

अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट, कानपुर।

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कानपुर का गंगा बैराज कभी सुकून, हंसी-ठहाकों और परिवारों के साथ पिकनिक मनाने की जगह माना जाता था। लेकिन अब यह जगह रफ्तार के दीवानों के लिए मौत का मैदान बन चुकी है। गुरुवार की शाम गंगा बैराज हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि कानपुर में स्पोर्ट्स बाइकर्स के सामने कानून और जान दोनों बौनी हो चुकी हैं।

रफ्तार की दौड़ में बुझ गया घर का चिराग

23 वर्षीय भाविका गुप्ता अपने भविष्य के सपनों के साथ बीए की पढ़ाई कर रही थी। वह अपनी सहेली नेहा के साथ कुछ पल गंगा बैराज की शांति में बिताने गई थी। लेकिन उन्हें क्या पता था कि वही शाम उनकी जिंदगी की आखिरी शाम बन जाएगी।

लौटते वक्त जैसे ही भाविका ने टी-पॉइंट से अपनी स्कूटी मोड़ी, तभी दो स्पोर्ट्स बाइकों पर सवार चार युवक हवा से बातें करते हुए वहां पहुंचे। बाइक की रफ्तार करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की थी। इससे पहले कि भाविका कुछ समझ पाती, एक बाइक ने उसे जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी भीषण थी कि स्कूटी के टुकड़े-टुकड़े हो गए और भाविका का शरीर सड़क पर 50 मीटर तक घिसटता चला गया।

जबड़े टूटे, दांत बिखरे, और सड़क पर बिखरी लाश

टक्कर की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भाविका के जबड़े टूट गए, दांत बिखर गए और सड़क खून से लाल हो गई। आसपास मौजूद लोगों ने जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया, उसकी सांसें थम चुकी थीं। गंगा बैराज हादसे के बाद वहां सन्नाटा पसरा रहा और लोग इस दिल दहला देने वाली घटना को देख सिहर उठे।

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घटना के बाद आरोपी युवक अपनी बाइकों को छोड़कर मौके से फरार हो गए। लेकिन उनकी एक बाइक वहीं छूट गई, जिसने पुलिस को उनकी पहचान तक पहुंचा दिया।

इंस्टाग्राम आईडी से खुली दरिंदों की पहचान

मौके पर मिली स्पोर्ट्स बाइक पर एक इंस्टाग्राम आईडी लिखी हुई थी। जब पुलिस ने जांच की, तो यह आईडी बृजेश निषाद नाम के युवक की निकली। सोशल मीडिया पर उसके दोस्तों ने जिस तरह की टिप्पणियां कीं, वे किसी जश्न से कम नहीं थीं।

एक दोस्त ने बेहयाई से लिखा — “एक्सीडेंट हुआ है गंगा बैराज में, जिंदा हो या निपट गए?” इस पर किसी और ने जवाब दिया — “लड़कियों को तो मार दिया तुमने।” ये शब्द सिर्फ संवेदनहीनता नहीं, बल्कि समाज की उस सोच का चेहरा हैं, जो रफ्तार को जिंदगी से ज्यादा अहम मानती है।

पुलिस की जांच में जुटी टीम, आरोपी की तलाश जारी

भाविका गुप्ता के पिता ने आरोपी बृजेश निषाद के खिलाफ कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एसीपी कर्नलगंज अमित चौरसिया ने बताया कि आरोपी की बाइक बरामद कर ली गई है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं।

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इस हादसे में भाविका की सहेली नेहा भी गंभीर रूप से घायल हुई है और उसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। परिवार के लोग सदमे में हैं।

कानपुर का गंगा बैराज: पिकनिक स्पॉट से रेसिंग ट्रैक में बदला

कानपुर का गंगा बैराज शहर का प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां रोजाना हजारों लोग घूमने और सुकून के पल बिताने आते हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों में यह जगह युवाओं के लिए स्टंट और रेसिंग का अड्डा बन गई है। हर सप्ताह यहां दर्जनों युवक हाई-स्पीड बाइक चलाकर सोशल मीडिया पर रील्स बनाते हैं और ‘रफ्तार का रोमांच’ दिखाते हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार पुलिस को इसकी शिकायत दी गई, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों में सिमटी रह गई। नतीजा यह है कि अब यहां सैर-सपाटे की जगह खून के धब्बे और डर का सन्नाटा दिखाई देता है।

भाविका गुप्ता हादसा: कानपुर प्रशासन पर उठे सवाल

भाविका गुप्ता की मौत के बाद कानपुर प्रशासन पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। आखिर क्यों गंगा बैराज जैसे संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले इलाके में रेसिंग और स्टंटबाजी को रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए? क्या किसी की जान जाने के बाद ही प्रशासन जागेगा?

स्थानीय लोगों की मांग है कि वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और जो युवक स्पोर्ट्स बाइक से स्टंट करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

रफ्तार के रोमांच की कीमत – एक जिंदगी

यह कोई पहला हादसा नहीं है। इससे पहले भी गंगा बैराज पर कई युवाओं की मौत हो चुकी है। लेकिन भाविका गुप्ता की दर्दनाक मौत ने एक बार फिर उस सच्चाई को उजागर किया है कि लापरवाही और स्टंट की सनक ने शहर के युवाओं को मौत के मुंह तक पहुंचा दिया है।

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जरूरत है कि प्रशासन अब सख्ती दिखाए और कानपुर के इस खूबसूरत बैराज को दोबारा सुकून की जगह बनाया जाए — न कि मौत का प्रतीक।


💬 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

1. गंगा बैराज हादसे में किसकी मौत हुई?

गंगा बैराज हादसे में 23 वर्षीय बीए की छात्रा भाविका गुप्ता की मौत हो गई, जबकि उसकी सहेली नेहा गंभीर रूप से घायल हुई।

2. हादसे का आरोपी कौन है?

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी बृजेश निषाद नामक युवक है, जिसने अपनी स्पोर्ट्स बाइक से भाविका को टक्कर मारी।

3. गंगा बैराज हादसा कैसे हुआ?

भाविका और नेहा स्कूटी से लौट रही थीं, तभी दो स्पोर्ट्स बाइकर्स ने करीब 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि भाविका की मौके पर ही मौत हो गई।

4. क्या आरोपी की गिरफ्तारी हुई?

फिलहाल आरोपी बृजेश निषाद फरार है, लेकिन उसकी बाइक बरामद कर ली गई है और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है।

5. गंगा बैराज पर क्या सुरक्षा व्यवस्था है?

स्थानीय लोगों के मुताबिक, गंगा बैराज पर पुलिस की गश्त बहुत कम होती है और कई बार शिकायत के बावजूद स्टंटबाजी को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

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